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आगरा जिला कारागार में कैदी गाय के गोबर से बनाएंगे लाखों दीपक, जगमग होगी अयोध्या - lamps prepared for Ramnagari

आगरा जिला जेल में दीपावली से पहले गाय के गोबर से श्री राम की नगरी अयोध्या के लिए 50 हजार दीपक बनाने जाने की तैयारी चल रही है. 100 कैदी मिलकर इस दीपक को तैयार करेंगे. जानें पूरा मामला..

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 20, 2023, 2:07 PM IST

जेल अधीक्षक ने बताया.

आगरा: मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की नगरी अयोध्या में आगरा जिला के बंदियों द्वारा बनाए गए 50 हजार दीपक जलाए जाएंगे. जेल प्रशासन ने अभी से गाय के गोबर से खास दीपक बनाने की तैयारी शुरू कर दी है. जिससे दीपावली से पहले गाय के गोबर से 50 हजार दीपक बनाकर तैयार हो सके. जिससे समय से दीपक को अयोध्या भेजा जा सके. ईटीवी भारत की रिपोर्ट में जानिए कि जिला जेल में कैसे गाय के गोबर से दीपक बनाये जाते हैं, जो ईको फ्रेंडली होंगे. जो जब जगमग होंगे तो घर या आंगन खुशबू से महक उठेगा.

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आगरा जिला जेल में दीपावली से पहले गाय के गोबर से दीपक बनाने की तैयारी.
जेल में बनेंगे गोबर से दीपक बता दें कि आगरा जिला जेल में लंबे समय से बंदी दीपावली के लिए दीपक बनाते हैं. जिससे दीपावली पर जिला जेल जगमग होती है. बीते साल तो गायत्री परिवार के आर्डर पर गाय के गोबर से 51 हजार दीपक दिए गए थे. इसके साथ ही गाय के गोबर से ही जिला जेल जगमग हुई थी.
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आगरा जेल में गोबर से तैयार हो रहे दीपक.
100 बंदी बनाएंगे दीपकआगरा जेल अधीक्षक हरिओम शर्मा ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए बताया कि जिला जेल में मौजूद बंदी बहुत कार्य करते हैं. जिला जेल में 45 से 50 ऐसे बंदी हैं, जो गाय के गोबर से दीपक बनाने में निपुण हैं. जिला जेल में अभी से दीपावली को लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है. जिला जेल में अन्य बंदी भी गाय के गोबर से दीपक बनाने का काम करना चाहते हैं. ऐसे करीब 100 बंदी दीपावली को लेकर तैयार हुए हैं. जो गाय के गोबर से दीपक बनाने में जुट गए हैं.


जाने कैसे शुरू हुआ जेल में गोबर से दीपक बनाने का काम
बता दें कि, बीते साल में जिला जेल के अधीक्षक आवलखेड़ा स्थित गायत्री शक्तिपीठ गए थे. वहां पर उन्होंने देखा कि, गायत्री शक्तिपीठ में गाय के गोबर से बने दीपक देखे. जिस पर गायत्री शक्तिपीठ के पदाधिकारियों से चर्चा की. जिस पर गायत्री शक्तिपीठ के कर्मचारियों ने गाय के गोबर से दीपक बनाने का तरीका बताया. जिस पर बीते साल जिला जेल में दीपावली से गाय के दीपकों का निर्माण शुरू किया. इस पर गायत्री शक्तिपीठ ने 2022 में 51 हजार दीपकों का ऑर्डर दिया था. जिसकी दर 40 पैसे प्रति दीपक रखी थी. दीपावली तक करीब 1 लाख दीपों का निर्माण का लक्ष्य पूरा किया था.


दीपक पूरी तरह सुरक्षित
आगरा जेल अधीक्षक ने बताया कि, जेल में पहले से ही गौशाला में गोवंश हैं. जिनकी सेवा बंदियों द्वारा की जाती है. गौशाला के ही गोवंश के गोबर से दीपक बनाए जाएंगे. दीपावली पर जिला जेल को जगमग करने के साथ ही श्री राम की नगरी अयोध्या में भी दीपक भेजे जाएंगे. इसके लिए अभी से काम शुरू कर दिया जाएगा. जिससे समय रहते गाय के गोबर से दीपक बनाए जाए सकेगें. इसके बाद इन दीपकों को अयोध्या भेजा जाएगा. गाय के गोबर से बने दीपक पूरी तरह से सुरक्षित हैं. ये दीपक जलाने पर ना तो घी या तेल सोखते हैं. ना ही इन दीपक में आग लगती है.


यह भी पढ़ें-महिलाओं को गोबर से दीपक बनाने का दिया गया प्रशिक्षण

यह भी पढ़ें-नवनिर्मित मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन पूरे देश में मनाई जाएगी दीपावली, बंटेगा प्रसाद

जेल अधीक्षक ने बताया.

आगरा: मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की नगरी अयोध्या में आगरा जिला के बंदियों द्वारा बनाए गए 50 हजार दीपक जलाए जाएंगे. जेल प्रशासन ने अभी से गाय के गोबर से खास दीपक बनाने की तैयारी शुरू कर दी है. जिससे दीपावली से पहले गाय के गोबर से 50 हजार दीपक बनाकर तैयार हो सके. जिससे समय से दीपक को अयोध्या भेजा जा सके. ईटीवी भारत की रिपोर्ट में जानिए कि जिला जेल में कैसे गाय के गोबर से दीपक बनाये जाते हैं, जो ईको फ्रेंडली होंगे. जो जब जगमग होंगे तो घर या आंगन खुशबू से महक उठेगा.

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आगरा जिला जेल में दीपावली से पहले गाय के गोबर से दीपक बनाने की तैयारी.
जेल में बनेंगे गोबर से दीपक बता दें कि आगरा जिला जेल में लंबे समय से बंदी दीपावली के लिए दीपक बनाते हैं. जिससे दीपावली पर जिला जेल जगमग होती है. बीते साल तो गायत्री परिवार के आर्डर पर गाय के गोबर से 51 हजार दीपक दिए गए थे. इसके साथ ही गाय के गोबर से ही जिला जेल जगमग हुई थी.
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आगरा जेल में गोबर से तैयार हो रहे दीपक.
100 बंदी बनाएंगे दीपकआगरा जेल अधीक्षक हरिओम शर्मा ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए बताया कि जिला जेल में मौजूद बंदी बहुत कार्य करते हैं. जिला जेल में 45 से 50 ऐसे बंदी हैं, जो गाय के गोबर से दीपक बनाने में निपुण हैं. जिला जेल में अभी से दीपावली को लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है. जिला जेल में अन्य बंदी भी गाय के गोबर से दीपक बनाने का काम करना चाहते हैं. ऐसे करीब 100 बंदी दीपावली को लेकर तैयार हुए हैं. जो गाय के गोबर से दीपक बनाने में जुट गए हैं.


जाने कैसे शुरू हुआ जेल में गोबर से दीपक बनाने का काम
बता दें कि, बीते साल में जिला जेल के अधीक्षक आवलखेड़ा स्थित गायत्री शक्तिपीठ गए थे. वहां पर उन्होंने देखा कि, गायत्री शक्तिपीठ में गाय के गोबर से बने दीपक देखे. जिस पर गायत्री शक्तिपीठ के पदाधिकारियों से चर्चा की. जिस पर गायत्री शक्तिपीठ के कर्मचारियों ने गाय के गोबर से दीपक बनाने का तरीका बताया. जिस पर बीते साल जिला जेल में दीपावली से गाय के दीपकों का निर्माण शुरू किया. इस पर गायत्री शक्तिपीठ ने 2022 में 51 हजार दीपकों का ऑर्डर दिया था. जिसकी दर 40 पैसे प्रति दीपक रखी थी. दीपावली तक करीब 1 लाख दीपों का निर्माण का लक्ष्य पूरा किया था.


दीपक पूरी तरह सुरक्षित
आगरा जेल अधीक्षक ने बताया कि, जेल में पहले से ही गौशाला में गोवंश हैं. जिनकी सेवा बंदियों द्वारा की जाती है. गौशाला के ही गोवंश के गोबर से दीपक बनाए जाएंगे. दीपावली पर जिला जेल को जगमग करने के साथ ही श्री राम की नगरी अयोध्या में भी दीपक भेजे जाएंगे. इसके लिए अभी से काम शुरू कर दिया जाएगा. जिससे समय रहते गाय के गोबर से दीपक बनाए जाए सकेगें. इसके बाद इन दीपकों को अयोध्या भेजा जाएगा. गाय के गोबर से बने दीपक पूरी तरह से सुरक्षित हैं. ये दीपक जलाने पर ना तो घी या तेल सोखते हैं. ना ही इन दीपक में आग लगती है.


यह भी पढ़ें-महिलाओं को गोबर से दीपक बनाने का दिया गया प्रशिक्षण

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