आगरा: मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की नगरी अयोध्या में आगरा जिला के बंदियों द्वारा बनाए गए 50 हजार दीपक जलाए जाएंगे. जेल प्रशासन ने अभी से गाय के गोबर से खास दीपक बनाने की तैयारी शुरू कर दी है. जिससे दीपावली से पहले गाय के गोबर से 50 हजार दीपक बनाकर तैयार हो सके. जिससे समय से दीपक को अयोध्या भेजा जा सके. ईटीवी भारत की रिपोर्ट में जानिए कि जिला जेल में कैसे गाय के गोबर से दीपक बनाये जाते हैं, जो ईको फ्रेंडली होंगे. जो जब जगमग होंगे तो घर या आंगन खुशबू से महक उठेगा.
जाने कैसे शुरू हुआ जेल में गोबर से दीपक बनाने का काम
बता दें कि, बीते साल में जिला जेल के अधीक्षक आवलखेड़ा स्थित गायत्री शक्तिपीठ गए थे. वहां पर उन्होंने देखा कि, गायत्री शक्तिपीठ में गाय के गोबर से बने दीपक देखे. जिस पर गायत्री शक्तिपीठ के पदाधिकारियों से चर्चा की. जिस पर गायत्री शक्तिपीठ के कर्मचारियों ने गाय के गोबर से दीपक बनाने का तरीका बताया. जिस पर बीते साल जिला जेल में दीपावली से गाय के दीपकों का निर्माण शुरू किया. इस पर गायत्री शक्तिपीठ ने 2022 में 51 हजार दीपकों का ऑर्डर दिया था. जिसकी दर 40 पैसे प्रति दीपक रखी थी. दीपावली तक करीब 1 लाख दीपों का निर्माण का लक्ष्य पूरा किया था.
दीपक पूरी तरह सुरक्षित
आगरा जेल अधीक्षक ने बताया कि, जेल में पहले से ही गौशाला में गोवंश हैं. जिनकी सेवा बंदियों द्वारा की जाती है. गौशाला के ही गोवंश के गोबर से दीपक बनाए जाएंगे. दीपावली पर जिला जेल को जगमग करने के साथ ही श्री राम की नगरी अयोध्या में भी दीपक भेजे जाएंगे. इसके लिए अभी से काम शुरू कर दिया जाएगा. जिससे समय रहते गाय के गोबर से दीपक बनाए जाए सकेगें. इसके बाद इन दीपकों को अयोध्या भेजा जाएगा. गाय के गोबर से बने दीपक पूरी तरह से सुरक्षित हैं. ये दीपक जलाने पर ना तो घी या तेल सोखते हैं. ना ही इन दीपक में आग लगती है.
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