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झारखंड में हुए क्रिप्टो करेंसी में ठगी का पैसा दो चीनी नागरिकों के खाते में पहुंचा, खाते का पैसा जब्त - क्रिप्टो करेंसी चेन

रांची में क्रिप्टो करेंसी के जरिए हुई 1.33 करोड़ की ठगी मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. सीआईडी के जांच में यह खुलासा हुआ है कि ठगी के पैसे दो चाइनीज नागरिकों के खाते में ट्रांसफर हुआ था.

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 8, 2023, 11:00 PM IST

Updated : Sep 9, 2023, 7:41 AM IST

रांची: क्रिप्टो करेंसी के नाम पर रांची के कारोबारी नवीन कुमार वर्मा से ठगी के 1.33 करोड़ रुपये की पूरी ट्रेल सीआईडी ने निकाल ली है. सीआईडी ने जांच के बाद पाया है कि क्रिप्टो कारोबार से जुड़ी दो कंपनियों ओकेएक्स डॉट कॉम और क्राकेन डॉट कॉम के खाते में 41 अलग-अलग खातों से होते हुए पैसे पहुंचे हैं. इन दोनों कंपनियों में जिस व्यक्ति के खाते में पैसे पहुंचे हैं, दोनों ही चीनी नागरिक हैं.

यह भी पढ़ें: साइबर अपराधियों का इंटरनेशनल आतंकियों से कनेक्शन! बड़े पैमाने पर विदेशी खातों में जा रहे पैसे

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, सीआईडी की जांच में यह बात सामने आयी है कि सीआईडी ने जांच के क्रम में क्रिप्टो करेंसी चेन का एनालिसिस ट्रोन एक्सप्लोरर के जरिए किया. तब पाया कि 41 अलग-अलग वैलेट से होते हुए मिसटर वांग येलफाई जो शियांग यांग, चीन और शू तिंगचाओ शिउ, जो शूआन टाउनशिप चीन के निवासी हैं, उनके खाते में गया है. मामले की जानकारी मिलने के बाद सीआईडी ने ओकेएक्स डॉट कॉम और क्राकेन डॉट कॉम को समन भेजा था. जिसके बाद ओकेएक्स के खाते में जमा 41185 डॉलर और क्राकेन के खाते में जमा 399928 डॉलर के ट्रांजेक्शन को रोक दिया गया है. इन खातों को फिलहाल सील कर दिया गया है.

44 बैंको के खातों का प्रयोग: जांच के दौरान यह बात सामने आई है कि ठगी के पैसे 44 बैंक खातों के जरिए ठगों ने ट्रांसफर किए थे. 44 में से अधिकांश बैंक खाते विदेशों में थे. ठगी के लिए एक व्हाट्सएप ग्रुप वर्चुअल नंबर के द्वारा बनाया गया था. इसके बाद ग्रुप के माध्यम से पीड़ित को जोड़ा गया. जोड़ने के बाद निवेशक को निवेश में डबल और ट्रिपल मुनाफा का आश्वासन दिया गया था. पैसे के निवेश के लिए चाइनीज एप नेटवर्क का इस्तेमाल किया गया था. साथ ही एप वास्तविक नजर आए, इसके लिए एक फेक वेब पेज भी बनाया गया. लेकिन जैसे ही पैसे की ठगी हुई, वेबसाइट भी बंद हो गया और व्हाट्सएप खाता भी.

रांची: क्रिप्टो करेंसी के नाम पर रांची के कारोबारी नवीन कुमार वर्मा से ठगी के 1.33 करोड़ रुपये की पूरी ट्रेल सीआईडी ने निकाल ली है. सीआईडी ने जांच के बाद पाया है कि क्रिप्टो कारोबार से जुड़ी दो कंपनियों ओकेएक्स डॉट कॉम और क्राकेन डॉट कॉम के खाते में 41 अलग-अलग खातों से होते हुए पैसे पहुंचे हैं. इन दोनों कंपनियों में जिस व्यक्ति के खाते में पैसे पहुंचे हैं, दोनों ही चीनी नागरिक हैं.

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सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, सीआईडी की जांच में यह बात सामने आयी है कि सीआईडी ने जांच के क्रम में क्रिप्टो करेंसी चेन का एनालिसिस ट्रोन एक्सप्लोरर के जरिए किया. तब पाया कि 41 अलग-अलग वैलेट से होते हुए मिसटर वांग येलफाई जो शियांग यांग, चीन और शू तिंगचाओ शिउ, जो शूआन टाउनशिप चीन के निवासी हैं, उनके खाते में गया है. मामले की जानकारी मिलने के बाद सीआईडी ने ओकेएक्स डॉट कॉम और क्राकेन डॉट कॉम को समन भेजा था. जिसके बाद ओकेएक्स के खाते में जमा 41185 डॉलर और क्राकेन के खाते में जमा 399928 डॉलर के ट्रांजेक्शन को रोक दिया गया है. इन खातों को फिलहाल सील कर दिया गया है.

44 बैंको के खातों का प्रयोग: जांच के दौरान यह बात सामने आई है कि ठगी के पैसे 44 बैंक खातों के जरिए ठगों ने ट्रांसफर किए थे. 44 में से अधिकांश बैंक खाते विदेशों में थे. ठगी के लिए एक व्हाट्सएप ग्रुप वर्चुअल नंबर के द्वारा बनाया गया था. इसके बाद ग्रुप के माध्यम से पीड़ित को जोड़ा गया. जोड़ने के बाद निवेशक को निवेश में डबल और ट्रिपल मुनाफा का आश्वासन दिया गया था. पैसे के निवेश के लिए चाइनीज एप नेटवर्क का इस्तेमाल किया गया था. साथ ही एप वास्तविक नजर आए, इसके लिए एक फेक वेब पेज भी बनाया गया. लेकिन जैसे ही पैसे की ठगी हुई, वेबसाइट भी बंद हो गया और व्हाट्सएप खाता भी.

Last Updated : Sep 9, 2023, 7:41 AM IST
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