महराजगंज: भारत-नेपाल के सोनौली सीमा पर एसएसबी पुलिस और इमीग्रेशन की टीम ने फर्जी आधार कार्ड को लेकर नेपाल सीमा से सोमवार को भारत में प्रवेश करने की कोशिश कर रही एक उज्बेकिस्तान की महिला को गिरफ्तार किया गया. जांच में विदेशी महिला का पासपोर्ट और वीजा वैध मिला. लेकिन, आधार कार्ड पर नाम और पता अलग-अलग मिला. इसके बाद सोनौली पुलिस ने उज़्बेकिस्तान की महिला के खिलाफ कूटरचित तरीके से दस्तावेज बनाने की धारा में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया.
भारत-नेपाल की सोनाली सीमा पर स्वतंत्रता दिवस के मद्देनजर सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट थी. नेपाल से हर आने जाने वालों की सघन तलाशी ली जा रही थी. इसी दौरान नेपाल से एक महिला भारत में प्रवेश करते हुए दिखाई दी. इसके बाद एसएसबी जवानों ने जब उसको रोका तो उसने अपना पासपोर्ट और वीजा दिखाया. इसमें उसका नाम राखी मया दिलबाग निवासी उज़्बेकिस्तान लिखा हुआ था. लेकिन, जब उसके पास से आधार कार्ड बरामद हुआ तो उस पर नलफिर खान निवासी साकेत फ्लैट नंबर 3 मालवीय नगर नई दिल्ली लिखा हुआ था.
सुरक्षा एजेंसी ने फोटो की मिलान की तो आधार कार्ड पर फोटो असली मिला. इसके बाद एसएसबी जवानों ने दस्तावेज समेत उज़्बेकिस्तान की महिला को इमिग्रेशन विभाग को सौंप दिया. जांच में पता चला कि यह कूटरचित तरीके से अपना आधार कार्ड बनवाए थी. इसके बाद पुलिस ने आरोपी महिला को 14 विदेशी अधिनियम एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया. सीओ आभा सिंह ने बताया कि एक उज़्बेकिस्तान की महिला को भारत में अवैध तरीके से प्रवेश करने पर पकड़ा है. इसके पास से कुछ कूटरचित दस्तावेज प्राप्त हुए हैं. इसके आधार पर सुनौली थाने में इसके विरुद्ध सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.
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