नई दिल्ली: झारखंड कांग्रेस प्रभारी एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह आज बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. वह दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता ले सकते हैं. उत्तरप्रदेश से से तीन बार कांग्रेस के विधायक एवं एक बार सांसद रह चुके हैं. बीजेपी के टिकट पर वह यूपी का विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं. सूत्रों के अनुसार तीन दिन पहले भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से उनकी मुलाकात हो चुकी है. कांग्रेस पार्टी में अनदेखी के कारण नाराज बताए जा रहे हैं. उत्तर प्रदेश विधान चुनाव को देखते हुए कांग्रेस में उनको कोई जिम्मेदारी भी नहीं दी गई थी. राज्यसभा की सीट चाहते थे वह भी नहीं मिला. कांग्रेस ने उनको यूपी चुनाव के लिए अपने स्टार प्रचारकों की सूची में कल जगह दी है. आरपीएन के माध्यम से बीजेपी यूपी में कुर्मी वोट साधने की कोशिश करेगी.
आरपीएन सिंह अगर बीजेपी में आते हैं तो झारखंड कांग्रेस में घमासान मच सकता है क्योंकि प्रदेश के सीनियर नेताओं की नाराजगी के बावजूद उन्होंने हाल ही में राजेश ठाकुर को झारखंड कांग्रेस का अध्यक्ष बनवाया. आरपीएन सिंह के जाने के बाद क्या सीनियर नेता प्राजेश ठाकुर को ठीक से काम करने देंगे? यह देखने वाली बात होगी. झारखंड में कांग्रेस के कुल 18 विधायक हैं. जिसमें से छह से सात विधायक आरपीएन सिंह के काफी करीबी बताए जाते हैं. आरपीएन सिंह अगर बीजेपी में आते हैं तो झारखंड सरकार पर संकट के बादल भी मंडरा सकते हैं.
उत्तरप्रदेश में पूर्वांचल के पडरौना के रहने वाले आरपीएन सिंह कुशीनगर के सैंथवार के शाही परिवार से ताल्लुक रखते हैं.अपने पिता सीपीएन सिंह भी पडरौना के विधायक रहे. आरपीएन सिंह कांग्रेस शासन यूपीए-2 के दौरान गृह राज्य मंत्री रह चुके हैं.
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