नई दिल्ली/पटना: लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष और सांसद चिराग पासवान ने आने वाले बिहार विधान परिषद (Bihar Legislative Council Elections) और अन्य चुनाव खुद के दम पर लड़ने का बात कही है. चिराग ने कहा कि मैं बीजेपी के उन तमाम सांसदों को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने ये मांग उठाई है कि मुझे एनडीए में आना चाहिए, लेकिन मेरी पार्टी के संसदीय बोर्ड और राज्य इकाईयों का यही निर्णय है कि फिलहाल हमारी पार्टी बिना किसी से गठबंधन किए खुद को मजबूत करेगी.
चिराग ने कहा कि बिहार में हम अकेले विधान परिषद का चुनाव लड़ रहे हैं. बिहार विधानसभा का हालिया उपचुनाव (By-elections in Bihar) भी हम अकेले लड़े थे, इसलिए अभी हम लोग अकेले ही आगे बढ़ेंगे और खुद को ताकतवर बनाएंगे. उन्होंने कहा कि अपनी पार्टी को मैं नए सिरे से खड़ा कर रहा हूं. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh Assembly Elections), उत्तराखंड में हम लोग विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं. मजबूती से चुनाव में उतरेंगे और उम्मीद है कि हमारी पार्टी का प्रदर्शन अच्छा रहेगा. हम पूरे देश भर में अपनी पार्टी का विस्तार करेंगे.
लोजपा सांसद ने कहा कि बिहार में एनडीए सरकार कभी भी गिर सकती है, क्योंकि बीजेपी और जदयू में कई मुद्दों पर मतभेद है. विशेष राज्य के दर्जे के मुद्दे पर गुरुवार को जदयू के सांसद और राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, संसद में बीजेपी के सांसदों के साथ बहस कर रहे थे. बीजेपी और जदयू की लड़ाई अब तो संसद तक पहुंच गई है. चिराग ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के रहते बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलेगा भी तो उसका कोई महत्व नहीं रह जाएगा, क्योंकि केंद्र सरकार अभी योजनाओं के लिए जो राशि बिहार को भेजती है, उसको बिहार सरकार खर्च ही नहीं कर पाती है. पूरा पैसा बर्बाद हो जाता है. सरकार में शामिल लोग और अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, इसी वजह से ये सब होता है.
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बता दें कि ईटीवी भारत से बातचीत में बीजेपी के सांसद अजय निषाद और सांसद रामकृपाल यादव ने मांग की थी कि चिराग पासवान जनाधार वाले नेता हैं, उनको एनडीए में वापस लाना चाहिए. इन सांसदों ने शीर्ष नेतृत्व से अपील की थी कि चिराग को एनडीए में लाने की पहल की जाए. बिहार में भी बीजेपी के कई नेताओं ने इसकी मांग की है.