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cancer in India : तीन साल में भारत में 40 लाख मामले, 22.54 लाख मरीजों की मौत

स्वास्थ्य मंत्रालय ने संसद में बताया है कि तीन साल में भारत में कैंसर के 40 लाख मामले सामने आए हैं. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक देश में कैंसर के कारण 22.54 लाख लोगों की मौत हुई है. एक अन्य सवाल पर सरकार ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री कैंसर पीड़ित बीपीएल मरीज के इलाज (cancer treatment) के लिए 20 लाख रुपये की आर्थिक मदद दे सकते हैं.

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स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया
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Published : Feb 11, 2022, 9:53 PM IST

नई दिल्ली : सरकार ने लोक सभा में एक सवाल के जवाब में कहा है कि 2018 से 2020 के बीच देश में कैंसर के 40 लाख से अधिक मामले सामने आए. सरकार के आंकड़ों के मुताबिक उक्त अवधि में 22.54 लाख लोगों की मौत कैंसर की बीमारी से हुई है.

कैंसर से जुड़े सवालों पर लोक सभा में स्वास्थ्य मंत्री का जवाब

संसद के बजट सत्र में लोक सभा के 10वें दिन की कार्यवाही में शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कैंसर से जुड़े सवालों पर जवाब दिया. उन्होंने कहा कि 2020 में कैंसर के 13,92,179 मामले सामने आए. 2019 में 13,58,415; और 2018 में कैंसर के 13,25,232 मरीज सामने आए थे.

कैंसर से मौत और उसके कारण
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि 2020 में कैंसर के कारण 7,70,230 लोगों की जान गई. 2019 में 7,51,517 जबकि 2018 में 7,33,139 लोगों की मौत कैंसर के कारण हुई. उन्होंने बताया कि कैंसर एक बहुक्रियात्मक बीमारी (multifactorial disease) है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कैंसर का प्रमुख कारक लगातार बढ़ती आबादी (ageing population), गतिहीन जीवन शैली (sedentary lifestyle), तंबाकू उत्पादों का उपयोग, शराब, अस्वास्थ्यकर आहार और वायु प्रदूषण शामिल हैं.

इलाज के लिए 20 लाख रुपये तक की आर्थिक मदद
कैंसर के इलाज (cancer treatment) के लिए केंद्र सरकार राष्ट्रीय आरोग्य निधि से 15 लाख रुपये तक की आर्थिक मदद देती है. इसके अलावा स्वास्थ्य मंत्री भी 1.50 लाख रुपये की मदद करने को अधिकृत हैं. आम तौर पर सांसद पीएम राष्ट्रीय आपदा राहत कोष से मदद लेते रहे हैं. क्या स्वास्थ्य मंत्री कैंसर पीड़ितों के इलाज में सांसदों की मदद करेंगे ? इस सवाल पर मनसुख मंडाविया ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री गरीबी रेखा से नीचे आने वाले मरीजों (गंभीर बीमारी से पीड़ित) के इलाज के लिए 20 लाख रुपये तक की आर्थिक मदद कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि इन मरीजों का इलाज सरकारी अस्पताल में किया जाता है. बता दें कि संसद में बजट सत्र में 10वें दिन लोक सभा में तमिलनाडु से निर्वाचित डीएमके सांसद वी कलानिधि के सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री ने यह जवाब दिया.

यह भी पढ़ें- कैंसर पीड़ित को इलाज में कितने पैसों की मदद कर सकते हैं सांसद ? संसद में मिला जवाब

PMJAY के तहत कैंसर का इलाज
स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया ने बताया कि आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स (HWC) के तहत सामान्य कैंसर की जांच सेवा अभिन्न अंग (screening of common cancers is an integral part) है. मंडाविया ने कहा, प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (पीएमएसएसवाई) के तहत 22 नए एम्स और कई उन्नत संस्थानों में ऑन्कोलॉजी (oncology) के विभिन्न पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया गया है. उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PMJAY) के तहत कैंसर का इलाज भी उपलब्ध है.

(इनपुट- पीटीआई-भाषा)

नई दिल्ली : सरकार ने लोक सभा में एक सवाल के जवाब में कहा है कि 2018 से 2020 के बीच देश में कैंसर के 40 लाख से अधिक मामले सामने आए. सरकार के आंकड़ों के मुताबिक उक्त अवधि में 22.54 लाख लोगों की मौत कैंसर की बीमारी से हुई है.

कैंसर से जुड़े सवालों पर लोक सभा में स्वास्थ्य मंत्री का जवाब

संसद के बजट सत्र में लोक सभा के 10वें दिन की कार्यवाही में शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कैंसर से जुड़े सवालों पर जवाब दिया. उन्होंने कहा कि 2020 में कैंसर के 13,92,179 मामले सामने आए. 2019 में 13,58,415; और 2018 में कैंसर के 13,25,232 मरीज सामने आए थे.

कैंसर से मौत और उसके कारण
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि 2020 में कैंसर के कारण 7,70,230 लोगों की जान गई. 2019 में 7,51,517 जबकि 2018 में 7,33,139 लोगों की मौत कैंसर के कारण हुई. उन्होंने बताया कि कैंसर एक बहुक्रियात्मक बीमारी (multifactorial disease) है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कैंसर का प्रमुख कारक लगातार बढ़ती आबादी (ageing population), गतिहीन जीवन शैली (sedentary lifestyle), तंबाकू उत्पादों का उपयोग, शराब, अस्वास्थ्यकर आहार और वायु प्रदूषण शामिल हैं.

इलाज के लिए 20 लाख रुपये तक की आर्थिक मदद
कैंसर के इलाज (cancer treatment) के लिए केंद्र सरकार राष्ट्रीय आरोग्य निधि से 15 लाख रुपये तक की आर्थिक मदद देती है. इसके अलावा स्वास्थ्य मंत्री भी 1.50 लाख रुपये की मदद करने को अधिकृत हैं. आम तौर पर सांसद पीएम राष्ट्रीय आपदा राहत कोष से मदद लेते रहे हैं. क्या स्वास्थ्य मंत्री कैंसर पीड़ितों के इलाज में सांसदों की मदद करेंगे ? इस सवाल पर मनसुख मंडाविया ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री गरीबी रेखा से नीचे आने वाले मरीजों (गंभीर बीमारी से पीड़ित) के इलाज के लिए 20 लाख रुपये तक की आर्थिक मदद कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि इन मरीजों का इलाज सरकारी अस्पताल में किया जाता है. बता दें कि संसद में बजट सत्र में 10वें दिन लोक सभा में तमिलनाडु से निर्वाचित डीएमके सांसद वी कलानिधि के सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री ने यह जवाब दिया.

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PMJAY के तहत कैंसर का इलाज
स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया ने बताया कि आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स (HWC) के तहत सामान्य कैंसर की जांच सेवा अभिन्न अंग (screening of common cancers is an integral part) है. मंडाविया ने कहा, प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (पीएमएसएसवाई) के तहत 22 नए एम्स और कई उन्नत संस्थानों में ऑन्कोलॉजी (oncology) के विभिन्न पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया गया है. उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PMJAY) के तहत कैंसर का इलाज भी उपलब्ध है.

(इनपुट- पीटीआई-भाषा)

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