प्रयागराज : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज 71वां जन्मदिन (Prime Minister Narendra Modi's 71st birthday) मनाया जा रहा है. उनके के 71वें जन्मदिन के मौके पर प्रयागराज में नारी शक्ति ने अनोखे अंदाज में जन्मदिन की बधाई दी. यहां, बुलेट रानी के नाम से मशहूर से राजश्री मांडा (bullet rani rajalakshmi manda) ने डीसीएम पर 71 फीट ऊंचा प्रधानमंत्री का कटआउट लगा हुआ ट्रक अपने हाथों से खींचकर पीएम मोदी को जन्मदिन की बधाई दी. इस दौरान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के साथ अन्य मंत्री और मेयर मौजूद रहीं.
यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी (Nand Gopal Gupta Nandi) ने पीएम मोदी को अनोखे अंदाज में जन्मदिन की बधाई देने में लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया था, जिसके लिए कैबिनेट मंत्री की तरफ से ट्रक पर पीएम मोदी के 71 फीट ऊंचे कटआउट को लगवाया गया.
कटआउट और ट्रक के 9.5 टन के भारी भरकम वजन को तमिलनाडु में जन्मी राजलक्ष्मी ने अकेले खींचते हुए अदम्य साहस से प्रधानमंत्री को जन्मदिन की बधाई दी. जिस समय राजलक्ष्मी इस कटआउट को खींच रही थीं वहां मौजूद लोग पीएम मोदी जिंदाबाद के नारे लगाकर उनका उत्साहवर्धन कर रहे थे.
इस कार्यक्रम बुलाने के लिए राजलक्ष्मी मांडा ने कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल का धन्यवाद किया. उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओं को इतनी सौगातें दी हैं कि देश की हर महिला उनकी सरहना कर रही है. इसी वजह से उन्होंने साढ़े नौ टन के वजनी ट्रक में 71 फीट ऊंचे कटआउट रखकर उसे खींचकर पीएम को जन्मदिन की बधाई दी.
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प्रदेश अध्यक्ष व महापौर ने की राजलक्ष्मी की सरहना
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने इस साहसिक कार्य को देखते ही राजलक्ष्मी के बल साहस की जमकर सराहना की. वहीं, प्रयागराज की महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी ने भी राजलक्ष्मी के साहस की तारीफ करते हुए कहा कि 'फूल नहीं चिंगारी हैं हम भारत की नारी हैं'.
राजलक्ष्मी को क्यों कहा गया बुलेट रानी
तमिलनाडु में पैदा हुई राजलक्ष्मी मांडा ने कुल 68500 किलोमीटर तक बुलेट चलाया है. वो बुलेट से कश्मीर में तिरंगा ले जाकर लाल चौक पर तिरंगा लहरा चुकी हैं. उनका नाम वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज है. यही वजह है कि राजलक्ष्मी मांडा को आज लोग बुलेट रानी के नाम से जानते हैं.
राजलक्ष्मी ने रामेश्वरम से अयोध्या तक का सफर डीसीएम के जरिये 22 दिनों में 14 राज्यों से होते हुए पूरा किया, जिसमें उन्होंने 4 फीट लंबे 613 किलोग्राम वजनी घण्टा ले जाकर अयोध्या स्थित राम मंदिर में लगाने के लिए भेंट किया है. इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली से गुजरात तक 1075 किलोमीटर की पदयात्रा भी की है. इसी प्रकार के तमाम कारनामे कर अपने साहस का परिचय देती रहती हैं.