प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केवड़िया में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी और अहमदाबाद में साबरमती रिवरफ्रंट के बीच सीप्लेन सेवा का उद्घाटन किया. इसके बाद पीएम ने सी प्लेन में साबरमती रिवरफ्रंट तक का सफर तय किया.
देश की पहली सी प्लेन सेवा शुरू, पीएम मोदी ने केवडिया से साबरमती तक किया सफर - pay tribute to Sardar Vallabhbhai Patel
12:56 October 31
केवडिया-साबरमती रिवरफ्रंट सी प्लेन सेवा शुरू
11:51 October 31
पीएम मोदी का सिविल सर्विसेज के ट्रेनी अफसरों को संबोधन
अफसरों को सरदार साहब की सलाह थी कि देश के नागरिकों की सेवा अब आपका सर्वोच्च कर्तव्य है. मेरा भी यही आग्रह है कि सिविल सर्वेंट जो भी निर्णय ले, वो राष्ट्रीय संदर्भ में हों, देश की एकता अखंडता को मजबूत करने वाले हों.
आपका क्षेत्र भले ही छोटा हो, आप जिस विभाग को संभाले उसका दायरा भले ही कम हो, लेकिन फैसलों में हमेशा लोगों का हित होना चाहिए, राष्ट्रीय हित में होना चाहिए. स्टील फ्रेम का काम सिर्फ आधार देना, सिर्फ चली आ रही व्यवस्थाओं को संभालना ही नहीं होता.
सरकार शीर्ष से नहीं चलती है. नीतियां जिस जनता के लिए हैं, उनका समावेश बहुत जरूरी है. जनता केवल सरकार की नीतियों की, प्रोग्राम्स की रिसिवर नहीं है, जनता जनार्दन ही असली ड्राइविंग फोर्स है. इसलिए हमें गवर्मेंट से गवर्नेंस की तरफ बढ़ने की जरूरत है.
आपको ये सुनिश्चित करना है कि नागरिकों के जीवन में आपका दखल कैसे कम हो, सामान्य मानवी का सशक्तिकरण कैसे हो.
09:36 October 31
एकता दिवस परेड में पीएम मोदी का संबोधन
- ये आपदा अचानक आई. इसने पूरे विश्व में मानव जीवन को प्रभावित किया है, हमारी गति को प्रभावित किया, लेकिन इस महामारी के सामने देश ने जिस तरह अपने सामूहिक सामर्थ्य को, अपनी सामूहिक इच्छाशक्ति को साबित किया वो अभूतपूर्व है.
- कश्मीर के विकास में जो बाधायें आ रही थीं, उन्हें पीछे छोडकर अब कश्मीर विकास के नए मार्ग पर बढ़ चुका है. चाहे नॉर्थईस्ट में शांति की बहाली हो, या नॉर्थईस्ट के विकास के लिए उठाए जा रहे कदम, आज देश एकता के नए आयाम स्थापित कर रहा है.
- सोमनाथ के पुनर्निर्माण से सरदार पटेल ने भारत के सांस्कृतिक गौरव को लौटाने का जो यज्ञ शुरू किया था, उसका विस्तार देश ने अयोध्या में भी देखा है. आज देश राममंदिर पर सुप्रीमकोर्ट के फैसले का साक्षी बना है, और भव्य राममंदिर को बनते भी देख रहा है.
- आज हम 130 करोड़ देशवासी मिलकर एक ऐसे राष्ट्र का निर्माण कर रहे हैं जो सशक्त भी हो और सक्षम भी हो, जिसमें समानता भी हो, और संभावनाएं भी हों.
- आत्मनिर्भर देश ही अपनी प्रगति के साथ साथ अपनी सुरक्षा के लिए भी आश्वस्त रह सकता है. इसलिए, आज देश रक्षा के क्षेत्र में भी आत्मनिर्भर बनने की ओर बढ़ रहा है. इतना ही नहीं, सीमाओं पर भी भारत की नज़र और नज़रिया अब बदल गए हैं.
- आज भारत की भूमि पर नज़र गड़ाने वालों को मुंहतोड़ जवाब मिल रहा है. आज का भारत सीमाओं पर सैकड़ों किलोमीटर लंबी सड़कें बना रहा है, दर्जनों ब्रिज, अनेक सुरंगें बना रहा है. अपनी संप्रभुता और सम्मान की रक्षा के लिए आज का भारत पूरी तरह तैयार है.
- प्रगति के इन प्रयासों के बीच, कई ऐसी चुनौतियां भी हैं जिसका सामना आज भारत, और पूरा विश्व कर रहा है. बीते कुछ समय से दुनिया के अनेक देशों में जो हालात बने हैं, जिस तरह कुछ लोग आतंकवाद के समर्थन में खुलकर सामने आ गए हैं, वो आज वैश्विक चिंता का विषय है.
- आज के माहौल में, दुनिया के सभी देशों को, सभी सरकारों को, सभी पंथों को, आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की बहुत ज्यादा जरूरत है. शांति-भाईचारा और परस्पर आदर का भाव ही मानवता की सच्ची पहचान है. आतंकवाद-हिंसा से कभी भी, किसी का कल्याण नहीं हो सकता.
- हमारी विविधता ही हमारा अस्तित्व है. हम एक हैं तो असाधारण हैं. लेकिन साथियों, हमें ये भी याद रखना है कि भारत की ये एकता, ये ताकत दूसरों को खटकती भी रहती है. हमारी इस विविधता को ही वो हमारी कमजोरी बनाना चाहते हैं. ऐसी ताकतों को पहचानना जरूरी है, सतर्क रहने की जरूरत है.
- आज यहां जब मैं अर्धसैनिक बलों की परेड देख रहा था, तो मन में एक और तस्वीर थी. ये तस्वीर थी पुलवामा हमले की. देश कभी भूल नहीं सकता कि जब अपने वीर बेटों के जाने से पूरा देश दुखी था, तब कुछ लोग उस दुख में शामिल नहीं थे, वो पुलवामा हमले में अपना राजनीतिक स्वार्थ देख रहे थे.
- देश भूल नहीं सकता कि तब कैसी-कैसी बातें कहीं गईं, कैसे-कैसे बयान दिए गए. देश भूल नहीं सकता कि जब देश पर इतना बड़ा घाव लगा था, तब स्वार्थ और अहंकार से भरी भद्दी राजनीति कितने चरम पर थी.
- पिछले दिनों पड़ोसी देश से जो खबरें आईं हैं, जिस प्रकार वहां की संसद में सत्य स्वीकारा गया है, उसने इन लोगों के असली चेहरों को देश के सामने ला दिया है. अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए, ये लोग किस हद तक जा सकते हैं, पुलवामा हमले के बाद की गई राजनीति, इसका बड़ा उदाहरण है.
- मैं ऐसे राजनीतिक दलों से आग्रह करूंगा कि, देश की सुरक्षा के हित में, हमारे सुरक्षाबलों के मनोबल के लिए, कृपा करके ऐसी राजनीति न करें, ऐसी चीजों से बचें. अपने स्वार्थ के लिए, जाने-अनजाने आप देशविरोधी ताकतों की हाथों में खेलकर, न आप देश का हित कर पाएंगे और न ही अपने दल का.
- हमें ये हमेशा याद रखना है कि हम सभी के लिए सर्वोच्च हित- देशहित है. जब हम सबका हित सोचेंगे, तभी हमारी भी प्रगति होगी, उन्नति होगी.
09:17 October 31
केवडिया की आदिवासी विरासत को भी एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के जरिए लोगों के सामने प्रदर्शित किया गया.
08:25 October 31
केवडिया में राष्ट्रीय एकता दिवस परेड कार्यक्रम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय गुजरात दौरे पर हैं. पीएम मोदी राष्ट्रीय एकता दिवस परेड कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने जवानों व देशवासियों को एकता की शपथ दिलाई और एकता दिवस परेड का निरीक्षण भी किया. इस परेड में केंद्रीय रिजर्व सुरक्षा बल (सीआरपीएफ), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), भारतीय-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ), राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के जवान शामिल हुए.
सीआरपीएफ की महिला अधिकारियों द्वारा इस मौके पर राइफल ड्रिल का प्रदर्शन भी किया गया.
07:55 October 31
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी जाकर सरदार पटेल को श्रद्धांजलि
पीएम मोदी ने अपनी दो दिवसीय यात्रा के दूसरे दिन आज स्वतंत्र भारत के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल को उनकी जयंती पर 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की. केवडिया में हेलिकॉप्टर से सरदार पटेल की प्रतिमा पर पुष्प वर्षा की गई.
आज लौहपुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल की जयंती पर देश का पहला सी-प्लेन उड़ान भरेगा. प्रधानमंत्री मोदी आज सुबह अपने इस ड्रीम प्रोजेक्ट को देश को समर्पित करेंगे. ये सेवा रोजाना पर्यटकों के लिए अहमदाबाद से केवड़िया और केवड़िया से अहमदाबाद के बीच उपलब्ध होगी. पीएम मोदी आज खुद सी-प्लेन के जरिये केवड़िया से अहमदाबाद तक का सफर करेंगे. इसके बाद राष्ट्रीय एकता दिवस परेड में हिस्सा लेंगे.
मार्च में कोरोना वायरस महामारी फैलने के बाद से मोदी का अपने गृह राज्य गुजरात का यह पहला दौरा है. उम्मीद की जा रही है कि प्रधानमंत्री अपने इस दौरे पर अपनी मां हीरा बा से भी मुलाकात करेंगे.
07:00 October 31
पीएम मोदी ने दी सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी है. पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि राष्ट्रीय एकता और अखंडता के अग्रदूत लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी जन्म-जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि.
विकास परियोजनाओं का उद्घाटन
दौरे के पहले दिन शुक्रवार को नर्मदा जिले के केवड़िया में 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' के निकट पर्यटन से जुड़ी कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया और फिर उनका अवलोकन भी किया. प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को ही एकता क्रूज सेवा का उद्घाटन किया. उन्होंने राज्यपाल देवव्रत और मुख्यमंत्री रूपाणी के साथ इसकी सवारी की और 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' तक का सफर तय कर खूबसूरत नजारे का अवलोकन किया.
एकता क्रूज सेवा
एकता क्रूज सेवा के माध्यम से पर्यटक फेरी बोट सर्विस के जरिए नर्मदा नदी में श्रेष्ठ भारत भवन से लेकर ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ की छह किलोमीटर की दूरी तय कर सकते हैं. साथ ही वे 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' के खूबसूरत नजारे का भी लुत्फ उठा सकेंगे. इस यात्रा को 40 मिनट में तय किया जा सकेगा, जिसमें एक नाव पर अधिकतम 200 यात्री सफर कर सकेंगे. फेरी सेवाओं के लिए नया गोरा पुल खास तौर से बनाया गया है. नाव सेवा को शुरू करने का उद्देश्य 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' आने वाले पर्यटकों को बोटिंग सेवाओं का अनुभव देना है.
केशुभाई और कनोडिया बंधुओं को श्रद्धांजलि
इससे पहले उन्होंने गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल के गांधीनगर स्थित निवास पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. उन्होंने गुजराती सिनेमा के सुपरस्टार नरेश कनोडिया व उनके संगीतकार भाई महेश कनोडिया को भी श्रद्धांजलि अर्पित की.
पर्यटन योजनाओं का उद्घाटन
इसके बाद प्रधानमंत्री ने नर्मदा जिले के केवडिया में पर्यटन योजनाओं का उद्घाटन किया. उन्होंने सबसे पहले ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ के निकट बने आरोग्य वन का लोकार्पण किया. पीएम मोदी ने इसके अलावा एकता मॉल, बच्चों के लिए पोषक पार्क, सरदार पटेल प्राणी उद्यान में ‘जंगल सफारी’ और एकता क्रूज का भी उद्घाटन किया.
12:56 October 31
केवडिया-साबरमती रिवरफ्रंट सी प्लेन सेवा शुरू
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केवड़िया में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी और अहमदाबाद में साबरमती रिवरफ्रंट के बीच सीप्लेन सेवा का उद्घाटन किया. इसके बाद पीएम ने सी प्लेन में साबरमती रिवरफ्रंट तक का सफर तय किया.
11:51 October 31
पीएम मोदी का सिविल सर्विसेज के ट्रेनी अफसरों को संबोधन
अफसरों को सरदार साहब की सलाह थी कि देश के नागरिकों की सेवा अब आपका सर्वोच्च कर्तव्य है. मेरा भी यही आग्रह है कि सिविल सर्वेंट जो भी निर्णय ले, वो राष्ट्रीय संदर्भ में हों, देश की एकता अखंडता को मजबूत करने वाले हों.
आपका क्षेत्र भले ही छोटा हो, आप जिस विभाग को संभाले उसका दायरा भले ही कम हो, लेकिन फैसलों में हमेशा लोगों का हित होना चाहिए, राष्ट्रीय हित में होना चाहिए. स्टील फ्रेम का काम सिर्फ आधार देना, सिर्फ चली आ रही व्यवस्थाओं को संभालना ही नहीं होता.
सरकार शीर्ष से नहीं चलती है. नीतियां जिस जनता के लिए हैं, उनका समावेश बहुत जरूरी है. जनता केवल सरकार की नीतियों की, प्रोग्राम्स की रिसिवर नहीं है, जनता जनार्दन ही असली ड्राइविंग फोर्स है. इसलिए हमें गवर्मेंट से गवर्नेंस की तरफ बढ़ने की जरूरत है.
आपको ये सुनिश्चित करना है कि नागरिकों के जीवन में आपका दखल कैसे कम हो, सामान्य मानवी का सशक्तिकरण कैसे हो.
09:36 October 31
एकता दिवस परेड में पीएम मोदी का संबोधन
- ये आपदा अचानक आई. इसने पूरे विश्व में मानव जीवन को प्रभावित किया है, हमारी गति को प्रभावित किया, लेकिन इस महामारी के सामने देश ने जिस तरह अपने सामूहिक सामर्थ्य को, अपनी सामूहिक इच्छाशक्ति को साबित किया वो अभूतपूर्व है.
- कश्मीर के विकास में जो बाधायें आ रही थीं, उन्हें पीछे छोडकर अब कश्मीर विकास के नए मार्ग पर बढ़ चुका है. चाहे नॉर्थईस्ट में शांति की बहाली हो, या नॉर्थईस्ट के विकास के लिए उठाए जा रहे कदम, आज देश एकता के नए आयाम स्थापित कर रहा है.
- सोमनाथ के पुनर्निर्माण से सरदार पटेल ने भारत के सांस्कृतिक गौरव को लौटाने का जो यज्ञ शुरू किया था, उसका विस्तार देश ने अयोध्या में भी देखा है. आज देश राममंदिर पर सुप्रीमकोर्ट के फैसले का साक्षी बना है, और भव्य राममंदिर को बनते भी देख रहा है.
- आज हम 130 करोड़ देशवासी मिलकर एक ऐसे राष्ट्र का निर्माण कर रहे हैं जो सशक्त भी हो और सक्षम भी हो, जिसमें समानता भी हो, और संभावनाएं भी हों.
- आत्मनिर्भर देश ही अपनी प्रगति के साथ साथ अपनी सुरक्षा के लिए भी आश्वस्त रह सकता है. इसलिए, आज देश रक्षा के क्षेत्र में भी आत्मनिर्भर बनने की ओर बढ़ रहा है. इतना ही नहीं, सीमाओं पर भी भारत की नज़र और नज़रिया अब बदल गए हैं.
- आज भारत की भूमि पर नज़र गड़ाने वालों को मुंहतोड़ जवाब मिल रहा है. आज का भारत सीमाओं पर सैकड़ों किलोमीटर लंबी सड़कें बना रहा है, दर्जनों ब्रिज, अनेक सुरंगें बना रहा है. अपनी संप्रभुता और सम्मान की रक्षा के लिए आज का भारत पूरी तरह तैयार है.
- प्रगति के इन प्रयासों के बीच, कई ऐसी चुनौतियां भी हैं जिसका सामना आज भारत, और पूरा विश्व कर रहा है. बीते कुछ समय से दुनिया के अनेक देशों में जो हालात बने हैं, जिस तरह कुछ लोग आतंकवाद के समर्थन में खुलकर सामने आ गए हैं, वो आज वैश्विक चिंता का विषय है.
- आज के माहौल में, दुनिया के सभी देशों को, सभी सरकारों को, सभी पंथों को, आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की बहुत ज्यादा जरूरत है. शांति-भाईचारा और परस्पर आदर का भाव ही मानवता की सच्ची पहचान है. आतंकवाद-हिंसा से कभी भी, किसी का कल्याण नहीं हो सकता.
- हमारी विविधता ही हमारा अस्तित्व है. हम एक हैं तो असाधारण हैं. लेकिन साथियों, हमें ये भी याद रखना है कि भारत की ये एकता, ये ताकत दूसरों को खटकती भी रहती है. हमारी इस विविधता को ही वो हमारी कमजोरी बनाना चाहते हैं. ऐसी ताकतों को पहचानना जरूरी है, सतर्क रहने की जरूरत है.
- आज यहां जब मैं अर्धसैनिक बलों की परेड देख रहा था, तो मन में एक और तस्वीर थी. ये तस्वीर थी पुलवामा हमले की. देश कभी भूल नहीं सकता कि जब अपने वीर बेटों के जाने से पूरा देश दुखी था, तब कुछ लोग उस दुख में शामिल नहीं थे, वो पुलवामा हमले में अपना राजनीतिक स्वार्थ देख रहे थे.
- देश भूल नहीं सकता कि तब कैसी-कैसी बातें कहीं गईं, कैसे-कैसे बयान दिए गए. देश भूल नहीं सकता कि जब देश पर इतना बड़ा घाव लगा था, तब स्वार्थ और अहंकार से भरी भद्दी राजनीति कितने चरम पर थी.
- पिछले दिनों पड़ोसी देश से जो खबरें आईं हैं, जिस प्रकार वहां की संसद में सत्य स्वीकारा गया है, उसने इन लोगों के असली चेहरों को देश के सामने ला दिया है. अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए, ये लोग किस हद तक जा सकते हैं, पुलवामा हमले के बाद की गई राजनीति, इसका बड़ा उदाहरण है.
- मैं ऐसे राजनीतिक दलों से आग्रह करूंगा कि, देश की सुरक्षा के हित में, हमारे सुरक्षाबलों के मनोबल के लिए, कृपा करके ऐसी राजनीति न करें, ऐसी चीजों से बचें. अपने स्वार्थ के लिए, जाने-अनजाने आप देशविरोधी ताकतों की हाथों में खेलकर, न आप देश का हित कर पाएंगे और न ही अपने दल का.
- हमें ये हमेशा याद रखना है कि हम सभी के लिए सर्वोच्च हित- देशहित है. जब हम सबका हित सोचेंगे, तभी हमारी भी प्रगति होगी, उन्नति होगी.
09:17 October 31
केवडिया की आदिवासी विरासत को भी एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के जरिए लोगों के सामने प्रदर्शित किया गया.
08:25 October 31
केवडिया में राष्ट्रीय एकता दिवस परेड कार्यक्रम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय गुजरात दौरे पर हैं. पीएम मोदी राष्ट्रीय एकता दिवस परेड कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने जवानों व देशवासियों को एकता की शपथ दिलाई और एकता दिवस परेड का निरीक्षण भी किया. इस परेड में केंद्रीय रिजर्व सुरक्षा बल (सीआरपीएफ), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), भारतीय-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ), राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के जवान शामिल हुए.
सीआरपीएफ की महिला अधिकारियों द्वारा इस मौके पर राइफल ड्रिल का प्रदर्शन भी किया गया.
07:55 October 31
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी जाकर सरदार पटेल को श्रद्धांजलि
पीएम मोदी ने अपनी दो दिवसीय यात्रा के दूसरे दिन आज स्वतंत्र भारत के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल को उनकी जयंती पर 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की. केवडिया में हेलिकॉप्टर से सरदार पटेल की प्रतिमा पर पुष्प वर्षा की गई.
आज लौहपुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल की जयंती पर देश का पहला सी-प्लेन उड़ान भरेगा. प्रधानमंत्री मोदी आज सुबह अपने इस ड्रीम प्रोजेक्ट को देश को समर्पित करेंगे. ये सेवा रोजाना पर्यटकों के लिए अहमदाबाद से केवड़िया और केवड़िया से अहमदाबाद के बीच उपलब्ध होगी. पीएम मोदी आज खुद सी-प्लेन के जरिये केवड़िया से अहमदाबाद तक का सफर करेंगे. इसके बाद राष्ट्रीय एकता दिवस परेड में हिस्सा लेंगे.
मार्च में कोरोना वायरस महामारी फैलने के बाद से मोदी का अपने गृह राज्य गुजरात का यह पहला दौरा है. उम्मीद की जा रही है कि प्रधानमंत्री अपने इस दौरे पर अपनी मां हीरा बा से भी मुलाकात करेंगे.
07:00 October 31
पीएम मोदी ने दी सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी है. पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि राष्ट्रीय एकता और अखंडता के अग्रदूत लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी जन्म-जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि.
विकास परियोजनाओं का उद्घाटन
दौरे के पहले दिन शुक्रवार को नर्मदा जिले के केवड़िया में 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' के निकट पर्यटन से जुड़ी कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया और फिर उनका अवलोकन भी किया. प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को ही एकता क्रूज सेवा का उद्घाटन किया. उन्होंने राज्यपाल देवव्रत और मुख्यमंत्री रूपाणी के साथ इसकी सवारी की और 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' तक का सफर तय कर खूबसूरत नजारे का अवलोकन किया.
एकता क्रूज सेवा
एकता क्रूज सेवा के माध्यम से पर्यटक फेरी बोट सर्विस के जरिए नर्मदा नदी में श्रेष्ठ भारत भवन से लेकर ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ की छह किलोमीटर की दूरी तय कर सकते हैं. साथ ही वे 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' के खूबसूरत नजारे का भी लुत्फ उठा सकेंगे. इस यात्रा को 40 मिनट में तय किया जा सकेगा, जिसमें एक नाव पर अधिकतम 200 यात्री सफर कर सकेंगे. फेरी सेवाओं के लिए नया गोरा पुल खास तौर से बनाया गया है. नाव सेवा को शुरू करने का उद्देश्य 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' आने वाले पर्यटकों को बोटिंग सेवाओं का अनुभव देना है.
केशुभाई और कनोडिया बंधुओं को श्रद्धांजलि
इससे पहले उन्होंने गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल के गांधीनगर स्थित निवास पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. उन्होंने गुजराती सिनेमा के सुपरस्टार नरेश कनोडिया व उनके संगीतकार भाई महेश कनोडिया को भी श्रद्धांजलि अर्पित की.
पर्यटन योजनाओं का उद्घाटन
इसके बाद प्रधानमंत्री ने नर्मदा जिले के केवडिया में पर्यटन योजनाओं का उद्घाटन किया. उन्होंने सबसे पहले ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ के निकट बने आरोग्य वन का लोकार्पण किया. पीएम मोदी ने इसके अलावा एकता मॉल, बच्चों के लिए पोषक पार्क, सरदार पटेल प्राणी उद्यान में ‘जंगल सफारी’ और एकता क्रूज का भी उद्घाटन किया.