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WHO के साथ मिलकर देश की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को मजबूत बनाएगा भारत

भारत ने देश की स्वास्थ्य सेवा को मजबूती प्रदान के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के साथ मिलकर एक रणनीति तैयार की है. यह रणनीति पांच वर्षों के लिए है। इसके तहत अगले पांच वर्षों तक स्वास्थ्य मंत्रालय देश में डब्लूएचओ के साथ मिलकर काम करेगा.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन
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Published : Oct 9, 2019, 10:26 PM IST

नई दिल्ली : भारत सरकार देश की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में तेजी से परिवर्तन लाना चाहती है. इसके तहत केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने बुधवार को डब्ल्यूएचओ इंडिया सहयोग रणनीति 2019-2023 (स्वास्थ्य परिवर्तन काल) का शुभारम्भ किया. पांच साल की इस रणनीति को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने एक बुकलेट के रूप में लॉन्च किया.

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगले चार-पांच वर्षों के लिए भारत सरकार और विश्व स्वास्थ्य संगठन के विशेषज्ञों ने मिलकर एक योजना बनाई है. देश की स्वास्थ्य स्थिति और स्वास्थ्य योजनाओं का मूल्याकंन करने के बाद यह रणनीति बनाई गई है.

मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री

डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि इस योजना का उद्देश्य स्वास्थ्य को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के महत्वाकांक्षी सपने को पूरा करना है. मोदी जी देश के हर व्यक्ति को बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराना चाहते हैं. जिन बीमारियों से लोगों को बचाया जा सकता है, उसके लिए वैक्सीन उपलब्ध कराना चाहते हैं. इसके अलावा देश से मलेरिया, कालाजार, टीवी हेपेटाइटिस जैसे बीमारियों को खत्म करना भी सरकार का लक्ष्य है.

हर्षवर्धन ने आगे कहा, 'फिट इन इंडिया, ईट राइट इंडिया का कैंपेन, इसके साथ अयुष्मान भारत योजना, पर्यावरण एवं अन्य स्वास्थ्य विषयों पर डब्लूएचओ के विशेषज्ञों और सभी राज्यों के साथ मिलकर हम भारत को जल्द से जल्द स्वास्थ्य लक्ष्य के पास ले जाना चाहते हैं. मुझे पूरा विश्वास है आने वाले समय में भारत स्वास्थ्य लक्ष्यों को प्राप्त करेगा.'

पढ़ेंः स्वास्थ्य मंत्रालय का दावा - मलेरिया पर नियंत्रण मामले में भारत दुनिया में अव्वल

डब्ल्यूएचओ के भारतीय प्रतिनिधि डॉ. हेंक बेकडैम ने कहा कि 'स्वस्थ भारत की प्रतिबद्धता राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति 2027 में अच्छी तरह से परिलक्षित होती है. देखभाल के दृष्टिकोण की एक निरंतरता को अपनाते हुए, कार्यक्रम समग्र रूप से स्वास्थ्य देखभाल को बढ़ावा देने, रोकथाम, उपचार, प्राथमिक और उपचारात्मक देखभाल-प्राथमिक, माध्यमिक और तृतीयक देखभाल को कवर करता है.'

मीडिया को स्वास्थ्य रणनीति के बारे में जानकारी देते डॉ बेदम

नई दिल्ली : भारत सरकार देश की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में तेजी से परिवर्तन लाना चाहती है. इसके तहत केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने बुधवार को डब्ल्यूएचओ इंडिया सहयोग रणनीति 2019-2023 (स्वास्थ्य परिवर्तन काल) का शुभारम्भ किया. पांच साल की इस रणनीति को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने एक बुकलेट के रूप में लॉन्च किया.

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगले चार-पांच वर्षों के लिए भारत सरकार और विश्व स्वास्थ्य संगठन के विशेषज्ञों ने मिलकर एक योजना बनाई है. देश की स्वास्थ्य स्थिति और स्वास्थ्य योजनाओं का मूल्याकंन करने के बाद यह रणनीति बनाई गई है.

मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री

डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि इस योजना का उद्देश्य स्वास्थ्य को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के महत्वाकांक्षी सपने को पूरा करना है. मोदी जी देश के हर व्यक्ति को बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराना चाहते हैं. जिन बीमारियों से लोगों को बचाया जा सकता है, उसके लिए वैक्सीन उपलब्ध कराना चाहते हैं. इसके अलावा देश से मलेरिया, कालाजार, टीवी हेपेटाइटिस जैसे बीमारियों को खत्म करना भी सरकार का लक्ष्य है.

हर्षवर्धन ने आगे कहा, 'फिट इन इंडिया, ईट राइट इंडिया का कैंपेन, इसके साथ अयुष्मान भारत योजना, पर्यावरण एवं अन्य स्वास्थ्य विषयों पर डब्लूएचओ के विशेषज्ञों और सभी राज्यों के साथ मिलकर हम भारत को जल्द से जल्द स्वास्थ्य लक्ष्य के पास ले जाना चाहते हैं. मुझे पूरा विश्वास है आने वाले समय में भारत स्वास्थ्य लक्ष्यों को प्राप्त करेगा.'

पढ़ेंः स्वास्थ्य मंत्रालय का दावा - मलेरिया पर नियंत्रण मामले में भारत दुनिया में अव्वल

डब्ल्यूएचओ के भारतीय प्रतिनिधि डॉ. हेंक बेकडैम ने कहा कि 'स्वस्थ भारत की प्रतिबद्धता राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति 2027 में अच्छी तरह से परिलक्षित होती है. देखभाल के दृष्टिकोण की एक निरंतरता को अपनाते हुए, कार्यक्रम समग्र रूप से स्वास्थ्य देखभाल को बढ़ावा देने, रोकथाम, उपचार, प्राथमिक और उपचारात्मक देखभाल-प्राथमिक, माध्यमिक और तृतीयक देखभाल को कवर करता है.'

मीडिया को स्वास्थ्य रणनीति के बारे में जानकारी देते डॉ बेदम
Intro:New Delhi: With an aim to achieve rapid transition in India's health care system, the Union Health Ministry and World Health Organisation (WHO) on Wednesday launched WHO India country cooperation strategy 2019-23: A time of transition.


Body:The strategy for five years was launched in the form of a booklet by Union Health Minister Dr Harsh Vardhan.

"The country cooperation strategy covers a period of five years 2019-2023 and sets out the broad strategic priorities and corresponding focus programme areas. The period of this CCS is expected to bring rapid and significant changes to India's health sector and to improve access to quality health care, especially to the vulnerable and underserved populations," said Dr Harsh Vardhan.

Admitting that there are still some challenges in India's health sector, Dr Harsh Vardhan said that WHO India has been working closely with the Ministry of Health and Family Welfare Minister on the health agenda of the country.

The CCS outlines four priority areas like accelerating progress on universal health coverage, promoting health and wellness by addressing the determinants of health, better protecting the population against heath emergencies, and enhancing India's global leadership.


Conclusion:WHO representative to India, Dr Henk Bekedam said that health has taken the centre-stage of the public policy narrative in India.

"The commitment to a 'Healthy India' is well reflected in the National Health Policy 2027. Adopting a continuum of care approach, the programme holistically address health care-covering promotions, prevention, treatment, ambulatory and palliative care-at primary, secondary and tertiary levels," said Dr Bekedam.

The WHO India country cooperation strategy 2019-2023 was made following discussions with stake holders from health sectors, state governments opinion as well as opinions of the Union Health Ministry.

end.
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