नई दिल्ली : भारत सरकार देश की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में तेजी से परिवर्तन लाना चाहती है. इसके तहत केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने बुधवार को डब्ल्यूएचओ इंडिया सहयोग रणनीति 2019-2023 (स्वास्थ्य परिवर्तन काल) का शुभारम्भ किया. पांच साल की इस रणनीति को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने एक बुकलेट के रूप में लॉन्च किया.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगले चार-पांच वर्षों के लिए भारत सरकार और विश्व स्वास्थ्य संगठन के विशेषज्ञों ने मिलकर एक योजना बनाई है. देश की स्वास्थ्य स्थिति और स्वास्थ्य योजनाओं का मूल्याकंन करने के बाद यह रणनीति बनाई गई है.
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि इस योजना का उद्देश्य स्वास्थ्य को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के महत्वाकांक्षी सपने को पूरा करना है. मोदी जी देश के हर व्यक्ति को बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराना चाहते हैं. जिन बीमारियों से लोगों को बचाया जा सकता है, उसके लिए वैक्सीन उपलब्ध कराना चाहते हैं. इसके अलावा देश से मलेरिया, कालाजार, टीवी हेपेटाइटिस जैसे बीमारियों को खत्म करना भी सरकार का लक्ष्य है.
हर्षवर्धन ने आगे कहा, 'फिट इन इंडिया, ईट राइट इंडिया का कैंपेन, इसके साथ अयुष्मान भारत योजना, पर्यावरण एवं अन्य स्वास्थ्य विषयों पर डब्लूएचओ के विशेषज्ञों और सभी राज्यों के साथ मिलकर हम भारत को जल्द से जल्द स्वास्थ्य लक्ष्य के पास ले जाना चाहते हैं. मुझे पूरा विश्वास है आने वाले समय में भारत स्वास्थ्य लक्ष्यों को प्राप्त करेगा.'
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डब्ल्यूएचओ के भारतीय प्रतिनिधि डॉ. हेंक बेकडैम ने कहा कि 'स्वस्थ भारत की प्रतिबद्धता राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति 2027 में अच्छी तरह से परिलक्षित होती है. देखभाल के दृष्टिकोण की एक निरंतरता को अपनाते हुए, कार्यक्रम समग्र रूप से स्वास्थ्य देखभाल को बढ़ावा देने, रोकथाम, उपचार, प्राथमिक और उपचारात्मक देखभाल-प्राथमिक, माध्यमिक और तृतीयक देखभाल को कवर करता है.'