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हम दबाव या जल्दबाजी में नहीं लाएंगे कोरोना वैक्सीन : भारत बायोटेक

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Published : Aug 10, 2020, 5:22 PM IST

Updated : Aug 10, 2020, 10:07 PM IST

भारत बायोटेक कंपनी के चेयरमैन कृष्णा एल्ला ने कहा कि कंपनी पर वैक्सीन जारी करने के लिए दबाव डाला जा रहा है, लेकिन हम गुणवत्ता और सुरक्षा के मामले में कोई समझौता नहीं करेंगे. कंपनी कोविड वैक्सीन को लॉन्च करने में कोई जल्दबाजी नहीं करेगी.

Bharat Bio-Tech CMD Krishna Ella
भारत बायोटेक चेयरमैन

हैदराबाद : भारत बायोटेक कंपनी फिलहाल कोरोना वायरस के टीके का मानव परीक्षण कर रही है. कंपनी इसे लेकर किसी तरह की जल्दबाजी में नहीं है. कंपनी के चेयरमैन और प्रबंध निदेश कृष्ण एल्ला का कहना है कि हम उच्चतम गुणवत्ता वाली कोविड वैक्सीन के साथ आएंगे. कंपनी दवाब या जल्दबाजी में इसे लॉन्च नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि भारत बायोटेक के पास जल्द ही वैक्सीन विकसित करने की क्षमता है, लेकिन हम इसे उच्चतम गुणवत्ता, सुरक्षित और सस्ती कीमत के साथ लेकर आएंगे.

चेन्नई इंटरनेशनल सेंटर के सदस्यों के साथ बातचीत में कृष्ण एल्ला ने कहा, 'कंपनी पर वैक्सीन जारी करने के लिए दबाव डाला जा रहा है, क्योंकि कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है, लेकिन हम गुणवत्ता और सुरक्षा के मामले में कोई समझौता नहीं करेंगे.'

उन्होंने कहा, हम उच्चतम मानकों पर क्लीनिकल परीक्षण कर रहे हैं. अंतरराष्ट्रीय निकाय और समाज सभी हमारे काम को देख रहे हैं. कोविड वैक्सीन जारी करना न केवल हमारे लिए, बल्कि देश के लिए भी प्रतिष्ठा की बात है. इसलिए हम मानकों के साथ समझौता नहीं करेंगे. हम केवल गुणवत्ता वाला उत्पाद जारी करेंगे.'

कोरोना वैक्सीन जारी करने की किसी भी तारीख की घोषणा से इनकार करते हुए कृष्ण एल्ला ने बताया कि रोटा वायरस के क्लीनिकल ​​परीक्षण के पहले चरण को पूरा करने में छह महीने लगे, जबकि 'कोवैक्सीन' (भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन) के पहले चरण के पूरा होने में केवल 30 दिन लगे हैं.

उन्होंने आगे बताया कि भारतीय वैक्सीन उद्योग जीएसके, सनोफी आदि से पीछे नहीं है और टेक्निकल व क्लीनिकल ​​प्रयोगों में यह चीन की तुलना में आगे है. कई लोगों को भारतीय कंपनियों की दक्षता के बारे में आशंकाएं हैं. हमने उन्हें रोटा वायरस, पोलियो और कुछ अन्य बीमारियों के लिए भारत में विकसित टीकों के रूप में अच्छा उत्पाद दिया है. हम क्लीनिकल परीक्षण और वैक्सीन की तैयारी काफी बेहतर तरीके से कर रहे हैं.

सस्ती कीमत पर कोरोना वैक्सीन होगी लॉन्च
कृष्ण एल्ला ने कहा, 'कोरोना के साथ न केवल मौतें, बल्कि पूरा आर्थिक ढांचा डगमगा गया है. यही कारण है कि राजनेता और अधिकारी इस बारे में ज्यादा बात कर रहे हैं. वास्तव में, कोरोना वायरस की तुलना में सड़क दुर्घटनाओं में अधिक संख्या में लोग मर रहे हैं.'

उन्होंने कहा, 'कुछ साल पहले, रोटा वायरस का टीका जीएसके कंपनी ने बनाया था, जिसकी कीमत 85 डॉलर रखी गई थी, जबकि भारत बायोटेक ने समान गुणवत्ता के साथ इसे एक डॉलर की कीमत के साथ लॉन्च किया था.'

उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी कोरोना वायरस की वैक्सीन को आम आदमी की पहुंच में लाने के लिए प्रयास कर रही है.

हैदराबाद : भारत बायोटेक कंपनी फिलहाल कोरोना वायरस के टीके का मानव परीक्षण कर रही है. कंपनी इसे लेकर किसी तरह की जल्दबाजी में नहीं है. कंपनी के चेयरमैन और प्रबंध निदेश कृष्ण एल्ला का कहना है कि हम उच्चतम गुणवत्ता वाली कोविड वैक्सीन के साथ आएंगे. कंपनी दवाब या जल्दबाजी में इसे लॉन्च नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि भारत बायोटेक के पास जल्द ही वैक्सीन विकसित करने की क्षमता है, लेकिन हम इसे उच्चतम गुणवत्ता, सुरक्षित और सस्ती कीमत के साथ लेकर आएंगे.

चेन्नई इंटरनेशनल सेंटर के सदस्यों के साथ बातचीत में कृष्ण एल्ला ने कहा, 'कंपनी पर वैक्सीन जारी करने के लिए दबाव डाला जा रहा है, क्योंकि कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है, लेकिन हम गुणवत्ता और सुरक्षा के मामले में कोई समझौता नहीं करेंगे.'

उन्होंने कहा, हम उच्चतम मानकों पर क्लीनिकल परीक्षण कर रहे हैं. अंतरराष्ट्रीय निकाय और समाज सभी हमारे काम को देख रहे हैं. कोविड वैक्सीन जारी करना न केवल हमारे लिए, बल्कि देश के लिए भी प्रतिष्ठा की बात है. इसलिए हम मानकों के साथ समझौता नहीं करेंगे. हम केवल गुणवत्ता वाला उत्पाद जारी करेंगे.'

कोरोना वैक्सीन जारी करने की किसी भी तारीख की घोषणा से इनकार करते हुए कृष्ण एल्ला ने बताया कि रोटा वायरस के क्लीनिकल ​​परीक्षण के पहले चरण को पूरा करने में छह महीने लगे, जबकि 'कोवैक्सीन' (भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन) के पहले चरण के पूरा होने में केवल 30 दिन लगे हैं.

उन्होंने आगे बताया कि भारतीय वैक्सीन उद्योग जीएसके, सनोफी आदि से पीछे नहीं है और टेक्निकल व क्लीनिकल ​​प्रयोगों में यह चीन की तुलना में आगे है. कई लोगों को भारतीय कंपनियों की दक्षता के बारे में आशंकाएं हैं. हमने उन्हें रोटा वायरस, पोलियो और कुछ अन्य बीमारियों के लिए भारत में विकसित टीकों के रूप में अच्छा उत्पाद दिया है. हम क्लीनिकल परीक्षण और वैक्सीन की तैयारी काफी बेहतर तरीके से कर रहे हैं.

सस्ती कीमत पर कोरोना वैक्सीन होगी लॉन्च
कृष्ण एल्ला ने कहा, 'कोरोना के साथ न केवल मौतें, बल्कि पूरा आर्थिक ढांचा डगमगा गया है. यही कारण है कि राजनेता और अधिकारी इस बारे में ज्यादा बात कर रहे हैं. वास्तव में, कोरोना वायरस की तुलना में सड़क दुर्घटनाओं में अधिक संख्या में लोग मर रहे हैं.'

उन्होंने कहा, 'कुछ साल पहले, रोटा वायरस का टीका जीएसके कंपनी ने बनाया था, जिसकी कीमत 85 डॉलर रखी गई थी, जबकि भारत बायोटेक ने समान गुणवत्ता के साथ इसे एक डॉलर की कीमत के साथ लॉन्च किया था.'

उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी कोरोना वायरस की वैक्सीन को आम आदमी की पहुंच में लाने के लिए प्रयास कर रही है.

Last Updated : Aug 10, 2020, 10:07 PM IST
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