ETV Bharat / bharat

राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी को बताया झूठा, भाजपा ने कहा- माफी मांगें

राहुल गांधी ने एक वीडियो ट्वीट कर पीएम मोदी को झूठा करार दिया है. इस पर बीजेपी आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने जवाब दिया है. मालवीय ने लिखा है कि राहुल को विदेश यात्रा के दौरान वीजा लिमिट से ज्यादा समय तक रुकना चाहिए, इसके बाद ही वे जान पाएंगे कि अवैध घुसपैठियों के साथ कैसा बर्ताव किया जाता है. जानें क्या है पूरा मामला...

author img

By

Published : Dec 26, 2019, 1:48 PM IST

Updated : Dec 26, 2019, 6:08 PM IST

etvbharat
राहुल गांधी और संबित पात्रा

नई दिल्ली : राहुल गांधी ने एक ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का बताया है. उन्होंने लिखा, ' आरएसएस का प्रधानमंत्री भारत माता से झूठ बोलता है.'

राहुल के ट्वीट पर पलटवार करते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी ने एक ट्वीट किया है, जिसकी भाषा आपत्तिजनक है. उन्होंने कहा कि राहुल से अच्छी भाषा की उम्मीद नहीं की जा सकती.

rahul calls pm liar
राहुल गांधी का ट्वीट

बीजेपी प्रवक्ता ने कहा, 'अगर राहुल गांधी को झूठों का सरदार कहा जाए तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी. उन्होंने एनआरसी और डिटेंशन सेंटर बनाए जाने के बीच किसी तरह का संबंध होने की बात का भी खंडन किया.'

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने जिस भाषा का इस्तेमाल किया है, वह आपत्तिजनक है. राहुल गांधी को तुरंत माफी मांगनी चाहिए. राहुल गांधी से अच्छी भाषा की उम्मीद करना ही गलत है. राफेल के मुद्दे पर राहुल गांधी ने झूठ बोला था और फिर सुप्रीम कोर्ट में माफी मांगनी पड़ी थी.

मीडिया से बात करते संबित पात्रा

पात्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने डिटेंशन सेंटर को लेकर जो बयान दिया है, उसको लेकर अब राहुल गांधी भ्रम की स्थिति पैदा कर रहे हैं और जनता को गुमराह कर रहे हैं. ऐसा कोई डिटेंशन कैंप नहीं है जहां एनआरसी के बाद मुसलमानों को रखा जाएगा.

उन्होंने कहा कि साल 2011 में 13 दिसंबर को केंद्र की यूपीए सरकार के एक प्रेस रिलीज में कहा गया था कि जब तरुण गोगोई असम के मुख्यमंत्री थे, तब वहां तीन डिटेंशन कैंप खोले गए थे.

भाजपा नेता ने आगे कहा कि 20 अक्टूबर 2012 को असम की कांग्रेस सरकार ने श्वेत पत्र जारी किया था, उस श्वेत पत्र के पेज 38 में लिखा है कि केंद्र सरकार ने असम सरकार को निर्देश दिया है कि आप डिटेंशन सेंटर तैयार कीजिए.

इससे पहले राहुल के ट्वीट पर बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने भी जवाब दिया. मालवीय ने लिखा, 'चूंकि राहुल गांधी अक्सर विदेश यात्रा करते हैं, उन्हें वैध वीजा परमिट के बिना किसी देश में रूकना चाहिए.'

amit malviya
अमित मालवीय का ट्वीट

पढ़ें- कैंपस हिंसा पर सेना प्रमुख की नाराजगी, दिग्गी-ओवैसी भड़के

मालवीय ने लिखा कि राहुल को खुद अनुभव करना चाहिए कि ऐसे लोगों की किस तरह पहचान की जाती है, और निर्वासित किए जाने से पहले एक 'डिटेंशन सेंटर' में डाल दिया जाता है. उन्होंने आगे लिखा कि ऐसा करने पर ही राहुल जानेंगे कि अन्य देश अवैध प्रवासियों को कैसे संभालते हैं.

मालवीय ने अपने ट्वीट में आगे लिखते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने लिखा कांग्रेस ये दावा कर रही है कि 362 अवैध प्रवासियों को असम के डिटेंशन कैंप भेजा गया है. उन्होंने लिखा कि देश की जनता से लगातार रिजैक्ट होने के बाद कांग्रेस देश को नफरत फैलाकर बांटना चाहती है.

नई दिल्ली : राहुल गांधी ने एक ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का बताया है. उन्होंने लिखा, ' आरएसएस का प्रधानमंत्री भारत माता से झूठ बोलता है.'

राहुल के ट्वीट पर पलटवार करते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी ने एक ट्वीट किया है, जिसकी भाषा आपत्तिजनक है. उन्होंने कहा कि राहुल से अच्छी भाषा की उम्मीद नहीं की जा सकती.

rahul calls pm liar
राहुल गांधी का ट्वीट

बीजेपी प्रवक्ता ने कहा, 'अगर राहुल गांधी को झूठों का सरदार कहा जाए तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी. उन्होंने एनआरसी और डिटेंशन सेंटर बनाए जाने के बीच किसी तरह का संबंध होने की बात का भी खंडन किया.'

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने जिस भाषा का इस्तेमाल किया है, वह आपत्तिजनक है. राहुल गांधी को तुरंत माफी मांगनी चाहिए. राहुल गांधी से अच्छी भाषा की उम्मीद करना ही गलत है. राफेल के मुद्दे पर राहुल गांधी ने झूठ बोला था और फिर सुप्रीम कोर्ट में माफी मांगनी पड़ी थी.

मीडिया से बात करते संबित पात्रा

पात्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने डिटेंशन सेंटर को लेकर जो बयान दिया है, उसको लेकर अब राहुल गांधी भ्रम की स्थिति पैदा कर रहे हैं और जनता को गुमराह कर रहे हैं. ऐसा कोई डिटेंशन कैंप नहीं है जहां एनआरसी के बाद मुसलमानों को रखा जाएगा.

उन्होंने कहा कि साल 2011 में 13 दिसंबर को केंद्र की यूपीए सरकार के एक प्रेस रिलीज में कहा गया था कि जब तरुण गोगोई असम के मुख्यमंत्री थे, तब वहां तीन डिटेंशन कैंप खोले गए थे.

भाजपा नेता ने आगे कहा कि 20 अक्टूबर 2012 को असम की कांग्रेस सरकार ने श्वेत पत्र जारी किया था, उस श्वेत पत्र के पेज 38 में लिखा है कि केंद्र सरकार ने असम सरकार को निर्देश दिया है कि आप डिटेंशन सेंटर तैयार कीजिए.

इससे पहले राहुल के ट्वीट पर बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने भी जवाब दिया. मालवीय ने लिखा, 'चूंकि राहुल गांधी अक्सर विदेश यात्रा करते हैं, उन्हें वैध वीजा परमिट के बिना किसी देश में रूकना चाहिए.'

amit malviya
अमित मालवीय का ट्वीट

पढ़ें- कैंपस हिंसा पर सेना प्रमुख की नाराजगी, दिग्गी-ओवैसी भड़के

मालवीय ने लिखा कि राहुल को खुद अनुभव करना चाहिए कि ऐसे लोगों की किस तरह पहचान की जाती है, और निर्वासित किए जाने से पहले एक 'डिटेंशन सेंटर' में डाल दिया जाता है. उन्होंने आगे लिखा कि ऐसा करने पर ही राहुल जानेंगे कि अन्य देश अवैध प्रवासियों को कैसे संभालते हैं.

मालवीय ने अपने ट्वीट में आगे लिखते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने लिखा कांग्रेस ये दावा कर रही है कि 362 अवैध प्रवासियों को असम के डिटेंशन कैंप भेजा गया है. उन्होंने लिखा कि देश की जनता से लगातार रिजैक्ट होने के बाद कांग्रेस देश को नफरत फैलाकर बांटना चाहती है.

Intro:Body:Conclusion:
Last Updated : Dec 26, 2019, 6:08 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.