चंडीगढ़ : कांग्रेस में चल रही उठक पठक और पार्टी के भातर से नेतृत्व को लेकर सवाल उठाने वाले नेताओं को पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने करारा जवाब देते हुए कहा है कि अगर आप कांग्रेसी हैं तो मुद्दों को सार्वजनिक मंच पर नहीं लिया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा, 'सोनिया गांधी पार्टी अध्यक्ष हैं और वह तब तक रहेंगी जब तक वह पद छोड़ना नहीं चाहतीं. जिसके बाद, वह और कार्यसमिति इस पर निर्णय लेंगे कि पार्टी में बदलाव की जरूरत कहां है?'
उन्होंने कहा कि कौन कहता है कि कांग्रेस में लोकतंत्र नहीं है? यदि आप कांग्रेसी हैं तो मुद्दों को सार्वजनिक मंच पर नहीं लिया जाना चाहिए. अगर आप कांग्रेस छोड़ना चाहते हैं तो ऐसी बातें करें, लेकिन अगर आप पार्टी में हैं, तो ऐसे मामलों को आंतरिक रूप से उठाया जाना चाहिए.
बता दें कि बिहार चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस के कई नेताओं ने पार्टी के नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए पार्टी में बदलाव की मांग की थी. इस क्रम में सबसे पहले कपिल सिब्बल ने कहा था कि बिहार में कांग्रेस का प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता. उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि देश के लोग न केवल बिहार में, बल्कि जहां भी उपचुनाव हुए, जाहिर तौर पर कांग्रेस को एक प्रभावी विकल्प नहीं मानते.
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उनके अलावा कांग्रेस के एक और वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा था कि कांग्रेस नेताओं को समझना होगा कि एसी वाले कमरे में बैठ कर नहीं जीते जा सकते.
उन्होंने कहा कि गुलाम नबी आजाद ने कहा कि पदाधिकारियों को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए. अभी कांग्रेस के नेताओं की मानसिकता यह है कि जब तक पदाधिकारी नियुक्त नहीं किए जाते, तब तक वे पार्टी के लिए काम नहीं करेंगे. यह पार्टी के लिए नुकसानदायक है.