हैदराबाद: इन दिनों त्योहारों का मौसम चल रहा है और अमेजन, फ्लिपकार्ट जैसी ई-कॉमर्स साइट्स पर साल की सबसे बड़ी सेल चल रही है. लोग भी इस सेल का फायदा उठाने के लिए त्योहारों के मौसम में बढ़ चढ़कर खरीदारी करते हैं. लेकिन यही फेस्टिव सीजन ठगों और जालसाजों के लिए भी मौका होता है आपको ठगने का. इसलिये इस फेस्टिव सीजन में आपके फोन पर आने वाले डिस्काउंट, ऑफर, नौकरी, पार्ट टाइम जॉाब या घर बैठे हजारों लाखों कमाएं जैसा मैसेज आपके लिए खतरे की घंटी जैसा है. आपकी छोटी सी लापरवाही आपको कंगाल बना सकती है.
नौकरी के नाम पर ठगी
आजकल आपके मोबाइल पर साइबर ठग नौकरी के नाम पर लिंक भेजते हैं. इनमें नामी कंपनियों में नौकरी दिलाने का दावा किया जाता है.
1) पार्ट टाइम या घर बैठे कमाएं हजारों- ये ठगों का सबसे नया हथियार है. ठग आपके मैसेज बॉक्स, वॉट्सएप या मेल पर नौकरी के लिए लिंक भेजते हैं. जिसमें किसी वेवसाइट का लिंक या फिर फोन नंबर होता है. साथ अमेजन, फ्लिपकार्ट जैसी नामी कंपनियों में फुल टाइम, पार्ट टाइम या घर बैठे हजारों कमाने जैसा ऑफर होता है. बेरोजगार युवक ऐसे लिंक पर क्लिक कर बैठते हैं ठगी का शिकार होते हैं.
कुछ दिन पहले राजस्थान के नागौर से ऐसा ही एक मामला सामने आया था जहां एक छात्र के फोन पर इसी तरह का एक लिंक आया. वॉट्सऐप पर मिले इस लिंक के छात्र जुड़ गया . ठगों ने बकायदा फ्लिपकार्ट के नाम से एक डिजिटल वॉलेट पर अकाउंट खोल रखा था. ठगों ने पहले तो लिंक के द्वारा जुड़ने के लिए छात्र से उस वॉलेट में 70 रुपये डलवाए. फिर ठगों ने 200 रुपये के बदले 500 रुपये का लालच दिया और इसके बाद ऐसे ही लुभावने ऑफर और नौकरी के नाम पर 500 रुपये से लेकर 3000 रुपये तक की राशि वॉलेट में डलवाते रहे. ये कुल राशि जब 85 हजार तक पहुंच गई तब छात्र को पता चला कि वो ठगी का शिकार हो चुका है.
ऐसे ठग नामी कंपनियों की फर्जी वेबसाइट तक तैयार करवाते हैं ताकि जिसके साथ ठगी कर रहे हैं उसे शक ना हो. नौकरी के नाम पर कभी पैसे मांगे जाते हैं तो कभी सैलरी देने के लिए एकाउंट डिटेल और इसी दौरान ठग लोगों की मेहनत की कमाई पर हाथ साफ कर लेते हैं.
2) फर्जी जॉब पोर्टल बनाकर ठगी- नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले जालसाज फर्जी ऑनलाइन पोर्टल बनाकर युवाओं को अपना शिकार बनाते हैं. ऐसे ठग पहले रिक्रूटमेंट साइट से नौकरी तलाशने वालों की प्रोफाइल निकाली जाती है और शिकार चुनकर ठग उनको मेल या लिंक भेजते हैं. यहां पर ठग खुद को जॉब कंसल्टेंट के तौर पर पेश करते हैं. ये अपनी फर्जी वेबसाइट और अस्थायी दफ्तर दिखाते हैं. इसके बाद नौकरी की चाहत करने वाले लोगों से रजिस्ट्रेशन फीस के नाम पर पैसे डिजिटल वॉलेट में ट्रांसफर करवाए जाते हैं. इस तरह के इंटरव्यू ज्यादातर ऑनलाइन या फिर टेलीफोन पर ही होते हैं, जिन्हें फर्जी वेबसाइट के नाम पर फर्जी एपॉइंटमेंट लेटर भेजा जाता है.
ऐेसे ठगों के निशाने पर ज्यादातर मेट्रो शहर की बजाय छोटे शहरों के युवा ज्यादा रहते हैं. कम लोकप्रिय कॉलेज या शिक्षण संस्थानों से पास आउट युवा ऐसे ठगों के निशाने पर रहते हैं. ऐसे ठग एक साथ कई छात्रों को नौकरी के लिए ईमेल या मैसेज भेजते हैं और अगर 5 फीसदी को भी ठग अपना शिकार बना लेते हैं तो वो अपने मकसद में कामयाब हो जाते हैं.
युवाओं के गुमराह करने के लिए ठग नामचीन कंपनियों, जॉब पोर्टल या सरकारी विभागों की वेबसाइट तैयर करते हैं. और इन्हीं कंपनियों या विभागों के लिए नौकरियों के ऑफर देते हैं. युवाओं को टेस्ट से लेकर इंटरव्यू तक तरह तरह की फीस के नाम पर पैसे ठगे जाते हैं.
कुछ ठग तो छोटे शहरों में जॉब कंसल्टेंट बनकर सीधे कॉलेज या शिक्षण संस्थानों में पहुंचते हैं या उनसे संपर्क करते हैं. जहां वो छात्रों को टॉप फर्म और कंपनियों में प्लेसमेंट का वादा करते हैं. इसके बदले संस्थान या छात्रों से एकमुश्त बड़ी रकम वसूलते हैं और चंपत हो जाते हैं.
डिस्काउंट, ऑफर, सेल के नाम पर ठगी
त्योहारों के इस मौसम में हर जगह सेल लगी है. मौजूदा दौर में इसी फेस्टिव सीजन की सेल के नाम पर ठग तरह-तरह के हथकंडे अपनाकर आपको शिकार बना सकते हैं.
1) सस्ता सामान- ठगों द्वारा फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों को लिंक भेजते हैं और बहुत ही सस्ती कीमत पर उत्पाद बेचने का दावा होता है. कई बार नामी कंपनियों की फर्जी वेबसाइट बनाई जाती है ताकि लोग जल्द से जल्द भरोसा कर लें. सस्ता सामान लेने के चक्कर में कई बार लोग ज्यादा से ज्यादा खरीदारी करने की सोचते हैं और ऑनलाइन पेमेंट कर देते हैं. ऐसी फर्जी वेबसाइट ज्यादातर कैश ऑन डिलिवरी का ऑप्शन नहीं देती. पेमेंट करने के बाद आपके खाते से पैसे तो कट जाते हैं लेकिन आपको सामान नहीं मिलता क्योंकि आप एक फर्जी वेबसाइट से खरीदारी कर रहे थे. इसके बाद सबंधित फर्जी साइट से आप कोई भी संपर्क नहीं साध सकते.
2) प्रोडक्ट डिलीवरी के बाद ठगी- आपने ऑनलाइन शॉपिंग की और आपको प्रोडक्ट भी डिलीवर कर दिया गया. लेकिन कई बार ठगों का खेल प्रोडक्ट डिलीवरी के बाद शुरु होता है. वो आपको कॉल कर लुभावने ‘लकी ड्रा या ऑफर की जानकारी देंगे. आपसे कहा जाएगा कि आपने जो प्रोडक्टर खरीदा है उसपर आपको लकी ड्रा स्कीम के तहत एक कार, बाइक, फ्रिज, टीवा या लाखों कैश ईनाम दिया जाएगा. इसके बाद आपसे रजिस्ट्रेशन फीस के लिए कहा जाएगा। अगर आप रजिस्ट्रेशन फीस दे देते हैं तो आप ठगी का शिकार बन जाते हैं.
3) व्हाट्सएप्प ग्रुप मैसेज- अगर आपको आपके व्हाट्सएप्प पर ग्रुप मैसेज के जरिए बड़े ब्रांड्स पर लुभावने ऑफर्स दिए जाए तो कभी इस पर यकीन न करें. इन मैसेज में बड़े-बड़े ब्रांड के उत्पाद बहुत ही सस्ते दाम पर देने की बात होगी और इसके लिए आपको ऑनलाइन पेमेंट करना होता है. 10 हजार की घड़ी 1000 रुपये में दिए जाने पर लोग लालच में आ जाते हैं तो पेमेंट कर देते हैं. लेकिन इसके बाद ना आपको उत्पाद मिलेगा ना आपका पैसा
ऐसी ठगी से कैसे बचें ?
नौकरी से लेकर सस्ते उत्पाद या डिस्काउंट देने के नाम पर ठगी के मामलों में आपकी थोड़ी सी सावधानी आपको बचा सकती है. ठगी होने के बाद भले आप साइबर सेल या पुलिस को इसकी शिकायत दें लेकिन आपका पैसा वापस आएगा इसकी कोई गारंटी नहीं है. लेकिन आपकी सावधानी आपका सबसे बड़ा हथियार है जो आपको ऐसे ठगों से बचा सकती है.
नौकरी पाने के लिए विश्वसनीय वेबसाइट पर ही जाएं और वहीं से नौकरी के लिए अप्लाई करें. किसी संदिग्ध मेल या लिंक पर जाने से बचना चाहिए. हमेशा जॉब पोजिशन के साथ सीवी पोस्ट करें, जॉब पोर्टल पर सीवी पोस्ट करते हुए सुनिश्चित कर लें कि उस पर वह पोस्ट लिखी गई हो जिसके लिए आवेदन कर रहे हैं. इसके रेस्पॉन्स में जो भी मेल मिलेगी, उसमें इस पोस्ट का जिक्र होगा. नौकरी के लिए रजिस्ट्रेशन फीस, इंटरव्यू या टेस्ट के लिए पैसों का भुगतान करने से बचें. कोई भी कंपनी इस तरह से पैसों की मांग नहीं करती, ऐसी मांग होने पर सावधान हो जाए. मेल पर आए लेटर में खामियां तलाशें, थोड़ा सा भी शक होने पर अलर्ट हो जाएं. जिस नामी फर्म या कंपनी के जरिये मेल आया है वहां के लैंडलाइन नंबर पर फोन करके इसकी जांच की जा सकती है. बहुत लुभावने जॉब ऑफर से भी सतर्क रहें, जैसे कई बार आपको दोगुनी सैलरी या 70 से 80 फीसदी सैलरी बढ़ाने जैसे ऑफर दिए जाएं तो सावधानी जरूरी है.
अमेजन, फ्लिपकार्ट या अन्य मशहूर ई-कॉमर्स साइट जैसी दिखने वाली वेबसाइट से सस्ता माल खरीदने के चक्कर में ना पड़ें. जल्दबाजी करने की बजाय वेबसाइट को ध्यान से देखें, डोमेन नेम चेक करें. कोई गलत स्पेलिंग या किसी शब्द, आयकन या लोगो का ठीक से ना होना या समझ ना आना उसे संदिग्ध बनाता है.
ई-कामर्स साइट्स पर जब भी सेल का आयोजन किया जाता है तो आपको ठगने वाले भी ताक में रहते हैं. फ्लिपकार्ट और अमेजन जैसी कंपनियां भी कहती हैं कि अगर कोई उनके नाम वाली फर्जी या संदिग्ध वेबसाइट दिखे तो उससे खरीदारी ना करें बल्कि इसकी जानकारी असली कंपनी को दें. कुल मिलाकर ठग त्योहारों के सीजन में आपकी कमाई पर निगाहें गढ़ाए बैठे हैं. इसलिये सावधान रहिये और ठगों को ठेंगा दिखाइए.
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