नई दिल्ली : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने 'नेशनल हेराल्ड' समाचार पत्र से जुड़े कथित धनशोधन के मामले में उनसे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पांच दिनों तक चली पूछताछ के दौरान एकजुटता प्रकट करने के लिए कांग्रेस के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं को डराया-धमकाया नहीं जा सकता है. राहुल गांधी ने बुधवार को कांग्रेस मुख्यालय में मौजूद कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं, सांसदों एवं विधायकों को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि ईडी की उनसे पूछताछ एक 'छोटा मामला' है क्योंकि आज बेरोजगारी और 'अग्निपथ' योजना सबसे जरूरी मुद्दे हैं.
राहुल गांधी ने ईडी द्वारा उनसे पूछताछ का उल्लेख करते हुए कहा कि वह जांच एजेंसी मुख्यालय के एक 12X12 के कमरे में तीन-चार अधिकारियों के साथ अकेले नहीं बैठे थे, बल्कि उनके साथ वहां कांग्रेस के नेता, कार्यकर्ता और वो सभी लोग थे, जो नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ बिना डरे लड़ रहे हैं, लोकतंत्र के लिए लड़ रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस नेताओं में धैर्य है और वो सच्चाई के साथ हैं.
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#WATCH | Delhi: On the last day, they (ED officials) asked me about the patience with which I gave all the answers (during questioning)...I was like,I'm in Congress since 2004, patience is inculcated in us...every leader of party understands this...:Congress leader Rahul Gandhi pic.twitter.com/UTXeez5YAa
— ANI (@ANI) June 22, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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उन्होंने कहा, 'मेरा मामला छोटा सा मामला है. सच कहूं तो यह जरूरी भी नहीं है. आज सबसे जरूरी बात रोजगार की है. लघु एवं मध्यम उद्योग देश की रीढ़ की हड्डी हैं. नरेंद्र मोदी जी ने इस रीढ़ की हड्डी को तोड़ दिया है. यह बात मैं महीनों से कह रहा हूं.' उन्होंने सेना में अल्पकालिक भर्ती की नई अग्निपथ योजना को देश एवं सेना के साथ मोदी सरकार का नया धोखा और सेना को कमजोर करने वाला कदम करार देते हुए बुधवार को दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तीनों कृषि कानूनों की तरह इस योजना को वापस लेना पड़ेगा. राहुल गांधी ने दावा किया, 'जो हमारे युवा सेना में भर्ती के लिए रोज सुबह दौड़ते हैं, उनसे मैं कह रहा हूं कि प्रधानमंत्री ने देश की रीढ़ की हड्डी को तोड़ दिया और यह देश अब रोजगार नहीं दे पाएगा.' उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने देश को दो-तीन उद्योगपतियों के हवाले कर दिया है.
'अग्निपथ' योजना का उल्लेख करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि देशभक्ति और सेना में जाने का आखिरी रास्ता था, उसे भी इन लोगों ने बंद कर दिया. वन रैंक, वन पेंशन की बात करते थे, अब नो रैंक, नो पेंशन हो गया है. इस योजना के तहत भर्ती होने वाले युवा जब चार साल की सेवा के बाद सेना से बाहर निकलेंगे तो उन्हें रोजगार नहीं मिल पाएगा. राहुल गांधी ने यह दावा भी किया कि आज चीन की सेना हिंदुस्तान की धरती पर बैठी हुई है. एक हजार वर्ग किलोमीटर का क्षेत्र चीन की सेना ने हमसे छीना है. ऐसे में सेना को मजबूत करना चाहिए, लेकिन सरकार सेना को कमजोर कर रही है. जब युद्ध होगा तब इसका नतीजा सामने आएगा, देश का नुकसान होगा. ये लोग अपने आप को राष्ट्रवादी कहते हैं.
उन्होंने कहा कि युवाओं के भविष्य की रक्षा करना हमारा फर्ज है. कृषि कानूनों के बारे में मैंने कहा था कि मोदी जी को तीनों कानून वापस लेने पड़ेंगे. कांग्रेस अब कह रही है कि मोदी जी को अग्निपथ योजना वापस लेनी पड़ेगी. हिंदुस्तान का हर युवा इस मुद्दे पर हमारे साथ खड़ा है. कांग्रेस नेता ने कहा कि हर युवा जानता है कि सच्ची देशभक्ति सेना को मजबूत करने में होती है. सरकार ने देश और सेना के साथ नया धोखा किया है. इस योजना को हम रद्द करवाएंगे.
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय ने नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़े कथित धन शोधन मामले में राहुल गांधी से पांच दिनों में 50 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की और इस दौरान धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत उनके बयान दर्ज किये गए.