बेंगलुरु: चोरी के आरोप में करीब 26 साल से फरार कर्नाटक के हासन जिले के एक व्यक्ति को आखिरकार मंगलवार को बेंगलुरु के एक रेस्तरां से गिरफ्तार कर लिया गया. वह यहां रसोइया के रूप में काम रहा था.
हासन के अलुरु के रहने वाले देवेगौड़ा को 1997 में कामाक्षीपाल्या पुलिस स्टेशन में दर्ज चोरी के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था. हालांकि वह भाग निकला और तब से फरार था. अदालत ने कई वारंट जारी किए, लेकिन गौड़ा को पेश नहीं किया जा सका. पिछले 26 सालों से पुलिस राज्य भर में उसकी तलाश कर रही थी लेकिन उसका पता लगाने में नाकाम रही.
कामाक्षीपाल्या पुलिस को मिली गुप्त सूचना के बाद एक टीम ने उसे कोर्ट के पास एक रेस्तरां से पकड़ लिया. गिरफ्तारी के बाद उसे कामाक्षीपाल्या पुलिस स्टेशन लाया गया. पुलिस ने कहा कि पता चला है कि वह शख्स पिछले कई सालों से रेस्तरां में रसोइया के रूप में काम कर रहा था. पुलिस ने बताया कि उसे पहले ही अदालत में पेश किया जा चुका है.
मुंबई में 12 साल से फरार आरोपी पकड़ा गया था : नवंबर में ऐसे ही एक मामले में मुंबई के बाहरी इलाके से एक को गिरफ्तार किया गया था, जो 12 साल पहले पैरोल खत्म करने के बाद से फरार था. मुंबई सत्र अदालत ने 2010 में उस व्यक्ति को नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत दोषी ठहराया था. उसे 10 साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई गई थी और नासिक रोड सेंट्रल जेल में रखा गया था.
उस व्यक्ति को 2011 में 30 दिन की पैरोल दी गई थी. लेकिन, वह कभी वापस नहीं लौटा, जिसके बाद उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. पुलिस को जानकारी मिली कि वह मीरा रोड में अपनी दूसरी पत्नी के साथ रह रहा है. इस पर पुलिस ने उसके लिए जाल बिछाकर उसे गिरफ्तार कर लिया.