ETV Bharat / state

उदयपुर: सलूंबर नगर पालिका में शामिल न होने के लिए ग्रामीणों ने दिया सरकार के नाम उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन - उदयपुर न्यूज

उदयपुर के सलूंबर पंचायत समिति के ईसरवास ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने राज्य सरकार के फैसले पर नाराजगी जताई. नाराज ग्रामीणों ने राज्य सरकार के नाम उपखंड अधिकारी को ज्ञापन दिया. ग्रामीणों ने बताया कि वो सलूंबर नगर पालिका में शामिल नहीं होना चाहते, उन्हें सलूंबर पंचायत समिति में ही रखा जाए. मांगें नहीं मानने पर ग्रामीणों ने आंदोलन की चेतावनी दी है.

उदयपुर न्यूज, udaipur news
author img

By

Published : Nov 8, 2019, 5:16 PM IST

सलूंबर (उदयपुर). जिले के सलूंबर पंचायत समिति के ईसरवास ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने शुक्रवार को राज्य सरकार के नाम उपखंड अधिकारी प्रकाश चंद्र रेगर को एक सामूहिक ज्ञापन दिया. ज्ञापन में ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि ईसरवास के राजस्व गांव ईसरवास डांगीयान, ईसरवास टापरान, ईसरवास रावान, सुरों का कुआं, जोधसागर की भागल, मानपुरा गांवों को यथावत सलूंबर पंचायत समिति में ही रखा जाए.

उदयपुर जिले के सलूंबर नगरपालिका से जुड़ा हुआ है मामला

साथ ही उन्होंने बताया कि नई नीति की खामियां स्थानीय नागरिकों को झेलनी पड़ेगी और इन नागरिकों को पंचायती राज योजनाओं का नहीं मिलेगा. इन राजस्व गांवों में आज भी अधिक संख्या में आर्थिक पिछड़े हुए लोग हैं, जिनका रोजगार नरेगा पर निर्भर है.

ये भी पढ़ें: महाराष्ट्र के हाल के लिए भाजपा खुद जिम्मेदार : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत

इस दौरान ग्रामीणों ने कानूनी दायरा बताते हुए ग्रामीणों ने संसद की ओर से पारित एक्ट 1996 का हवाला दिया कि अनुसूचित सूची वाले इलाकों में विशेष प्रकार की व्यवस्था लागू की गई है. इसके तहत ग्राम पंचायतों के पास विशेष शक्तियां हैं, जिसके तहत स्वयं ग्रामसभा की सहमति के बिना उस क्षेत्र का अधिग्रहण नहीं हो सकता.

लघु खनिज एवं संसाधनों के सबंध में भी निर्णय ग्राम सभा की सहमति से किया जाएगा. साथ ही ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सरकार की ओर से स्थानीय लोगों का हनन करते हुए उनकी बिना रजामंदी के उन्हें सलूंबर पालिका क्षेत्र में शामिल किया गया है, ग्रामीणों ने सरकार के इस फैसले का विरोध किया है.

पढ़ें- जयपुर: केंद्र की आर्थिक नीतियों के खिलाफ कांग्रेस करेगी विरोध प्रदर्शन

बता दें कि हाल ही में सलूंबर नगर पालिका के विस्तार में 10 राजस्व गांव को शामिल करने के लिए सरकारी आदेश जारी किया गया था. वहीं इस आदेश से खफा ग्रामीण सड़कों पर उतर आए हैं. लोगों ने राज्य सरकार के नाम उपखंड अधिकारी प्रकाश चंद्र रेगर को ज्ञापन दिया. साथ ही ग्रामीणों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि समय पर उनकी मांगों पर गौर नहीं किया गया तो, आगामी दिनों में रणनीति के तहत आंदोलन किया जाएगा.

सलूंबर (उदयपुर). जिले के सलूंबर पंचायत समिति के ईसरवास ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने शुक्रवार को राज्य सरकार के नाम उपखंड अधिकारी प्रकाश चंद्र रेगर को एक सामूहिक ज्ञापन दिया. ज्ञापन में ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि ईसरवास के राजस्व गांव ईसरवास डांगीयान, ईसरवास टापरान, ईसरवास रावान, सुरों का कुआं, जोधसागर की भागल, मानपुरा गांवों को यथावत सलूंबर पंचायत समिति में ही रखा जाए.

उदयपुर जिले के सलूंबर नगरपालिका से जुड़ा हुआ है मामला

साथ ही उन्होंने बताया कि नई नीति की खामियां स्थानीय नागरिकों को झेलनी पड़ेगी और इन नागरिकों को पंचायती राज योजनाओं का नहीं मिलेगा. इन राजस्व गांवों में आज भी अधिक संख्या में आर्थिक पिछड़े हुए लोग हैं, जिनका रोजगार नरेगा पर निर्भर है.

ये भी पढ़ें: महाराष्ट्र के हाल के लिए भाजपा खुद जिम्मेदार : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत

इस दौरान ग्रामीणों ने कानूनी दायरा बताते हुए ग्रामीणों ने संसद की ओर से पारित एक्ट 1996 का हवाला दिया कि अनुसूचित सूची वाले इलाकों में विशेष प्रकार की व्यवस्था लागू की गई है. इसके तहत ग्राम पंचायतों के पास विशेष शक्तियां हैं, जिसके तहत स्वयं ग्रामसभा की सहमति के बिना उस क्षेत्र का अधिग्रहण नहीं हो सकता.

लघु खनिज एवं संसाधनों के सबंध में भी निर्णय ग्राम सभा की सहमति से किया जाएगा. साथ ही ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सरकार की ओर से स्थानीय लोगों का हनन करते हुए उनकी बिना रजामंदी के उन्हें सलूंबर पालिका क्षेत्र में शामिल किया गया है, ग्रामीणों ने सरकार के इस फैसले का विरोध किया है.

पढ़ें- जयपुर: केंद्र की आर्थिक नीतियों के खिलाफ कांग्रेस करेगी विरोध प्रदर्शन

बता दें कि हाल ही में सलूंबर नगर पालिका के विस्तार में 10 राजस्व गांव को शामिल करने के लिए सरकारी आदेश जारी किया गया था. वहीं इस आदेश से खफा ग्रामीण सड़कों पर उतर आए हैं. लोगों ने राज्य सरकार के नाम उपखंड अधिकारी प्रकाश चंद्र रेगर को ज्ञापन दिया. साथ ही ग्रामीणों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि समय पर उनकी मांगों पर गौर नहीं किया गया तो, आगामी दिनों में रणनीति के तहत आंदोलन किया जाएगा.

Intro:उदयपुर जिले के सलूंबर पंचायत समिति के ईसरवास ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने राज्य सरकार के फैसले पर जताई नाराजगी, नाराज ग्रामीणों ने राज्य सरकार के नाम सोंपा ज्ञापन, ग्रामीणों बताया कि हम सलूंबर नगरपालिका में शामिल नही होना चाहते, हमें सलूंबर पंचायत समिति में ही रखा जावे, अगर हमारी मांगों को नही माना तो करगें हम आंदोलन.Body:सलूंबर (उदयपुर). उदयपुर जिले के सलूंबर पंचायत समिति के ईसरवास ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने राज्य सरकार के नाम उपखंड अधिकारी प्रकाश चंद्र रेगर को एक सामुहिक ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि ईसरवास के राजस्व गांव ईसरवास डांगीयान, ईसरवास टापरान, ईसरवास रावान, सुरों का कुआं, जोधसागर की भागल, मानपुरा गांवों को यथावत सलूंबर पंचायत समिति में ही रखा जाए. साथ ही उन्होंने ने आरोप लगाया कि नई नीति की खामियां स्थानीय नागरिकों को झेलनी पड़ेगी और इन नागरिकों को पंचायती राज योजनाओं का नहीं मिलेगा. और इन राजस्व गांव में आज भी अधिक संख्या में आर्थिक पिछड़े हुए लोग हैं. जिनका रोजगार नरेगा पर निर्भर हैं. कानूनी दायरा बताते हुए ग्रामीणों ने संसद की ओर से पारित एक्ट 1996 का भी हवाला दिया. बताया कि अनुसूचित सूची वाले इलाकों में विशेष प्रकार की व्यवस्था लागू की गई है इसके तहत ग्राम पंचायतों के पास विशेष शक्तियां हैं. इसके तहत स्वयं ग्रामसभा की सहमति के बिना उस क्षेत्र का अधिग्रहण नहीं हो सकता. लघु खनिज एवं संसाधनों के सबंध में भी निर्णय ग्राम सभा की सहमति से किया जाएगा. साथ ही ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सरकार की ओर से स्थानीय लोगों का हनन करते हुए उनकी बिना रजामंदी के उन्हें सलूंबर पालिका क्षेत्र में शामिल किया गया हैं, ग्रामीणों ने सरकार के इस फैसले का विरोध किया हैं.

विजुअल। ईसरवास ग्राम पंचायत के ग्रामीण सलूंबर उपखंड कार्यालय में ज्ञापन सोपतें हुए.

बाइट। सुनील सालवी, ग्रामीण, ईसरवास (सलूंबर) Conclusion:हम आपको बता दें हाल ही में सलूंबर नगरपालिका के विस्तार में 10 राजस्व गांव को शामिल करने के लिए सरकारी आदेश जारी किया गया था. वही इस आदेश से खफा ग्रामीण सड़कों पर उतर आए. और नाराज लोगों ने राज्य सरकार के नाम उपखंड अधिकारी प्रकाश चंद्र रेगर को ज्ञापन सौंपा. साथ ही नाराज ग्रामीणों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि समय पर उनकी मांगों को गौर नही किया गया तो आगामी दिनों में रणनीति के तहत आंदोलन किया जाएगा.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.