उदयपुर. गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय बैंसला सोमवार को उदयपुर पहुंचे. यहां उन्होंने असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया को साफा पहनाकर उनका अभिवादन किया. इसके बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए बैंसला ने मुख्यमंत्री के चेहरे सहित कई मुद्दों पर चर्चा की.
बैंसला ने कांग्रेस में हुए घटनाक्रम और सचिन पायलट को लेकर पूछे गए सवाल को पार्टी का आंतरिक मामला बताया. उन्होंने कहा कि वह इस बारे में टिप्पणी नहीं करेंगे. मुख्यमंत्री पद पर कांग्रेस से दावेदारी के सवाल पर पायलट का नाम आने पर उन्होंने कहा कि मीडिया को शकुंतला रावत के बारे में भी पूछना चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रदेश में केवल जातियों की राजनीति है.
जाट महासभा के बाद गुर्जर भी करेंगे सम्मेलन ? : विजय बैंसला ने कहा कि गुर्जर स्वयं एक सम्मेलन है, इसलिए हमें सम्मेलन करने की जरूरत क्या है? हालांकि, सम्मेलन को लेकर विचार किया जाएगा. हम जो भी निर्णय करते हैं, समाज और लोगों को एक साथ बैठकर करते हैं. बैंसला ने कहा कि मुझे खुशी है कि जाट समाज एकजुट हुआ है. उन्होंने कहा कि अलग-अलग पद पर रहने वाले लोग जब समाज के लिए एकजुट हुए तो यह काबिले तारीफ है.
बैकलॉग का मुद्दा पेंडिंग : बैंसला ने कहा कि एक बहुत बड़ा मुद्दा अभी भी पेंडिंग चल रहा है, वो है बैकलॉग का. इसके लिए दो बार सरकार से समझौते हो चुके हैं. कांग्रेस पार्टी ने भी अपने मेनिफेस्टो में घोषणा की थी. उन्होंने कहा कि जब भी गुर्जर समुदाय के किसी मुद्दे पर बात होती है तो आम जनता खड़ी होती है. कम ही देखने को मिलता है कि राजनेता उनके मुद्दों को लेकर खड़े हों. उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले ही हरीश मीणा ने विधानसभा में कहा था कि धाकड़ समाज को भी ओबीसी में शामिल कर लिया जाए. इस बात को लेकर केवल मैंने विरोध दर्ज कराया था बाकी सभी नेता चुप रहे.