उदयपुर. झीलों की नगरी उदयपुर में भी मलमास हटने के साथ ही मांगलिक कार्यक्रमों का दौर शुरू हो गया है. सूर्य ग्रहण के उत्तरायण में होते ही शहनाइयों के साथ रॉयल वेडिंग की धूम शुरू हो गई है. मेवाड़ राज्य परिवार में भी रविवार को शाही विवाह हुआ. मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के सदस्य लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने शाही लवाजमे के साथ अपनी बड़ी बहन भार्गवी कुमारी मेवाड़ की बेटी लोकावीया राठौड़ की शादी में रस्मों का परंपरानुसार निर्वहन किया. जो अब चर्चा का विषय बना हुआ है, क्योंकि पूर्व राजपरिवार के सदस्य लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ खुद बस चलाकर मायरे की रस्म अदा करने पहुंचे थे.
लक्ष्यराज सिंह अपने बेटे हरितराज सिंह मेवाड़ संग मायरा की रस्म का निर्वहन करने के लिए सिटी पैलेस से नाई स्थित शादी समारोह स्थल के लिए खुद बस चलाकर ले गए. लक्ष्यराज सिंह इस बस में अपने पूरे परिवार, अभिनेता और अंतर्राष्ट्रीय कवि शैलेश लोढ़ा सहित अन्य इष्ट मित्रों को बैठाकर लेकर गए. लक्ष्यराज सिंह जैसे ही समारोह स्थल पर बस से मायरा की रस्म अदा करने पहुंचे तो देशभर से आए पूर्व राजे-रजवाड़े इस दृश्य को देखकर दंग रह गए. इस दौरान बस में हंसी मजाक का दौर भी देखने को मिला. अंतर्राष्ट्रीय कवि शैलेष लोढ़ा ने तो यह तक कह दिया कि जो आदमी किसी के भी बस में नहीं आया, वो अपनों को लेकर बस चला रहा है.
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ये पूर्व राजा महाराजा हुए शामिल: लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ के साथ मायरा की रस्म में रावत हिम्मत सिंह बेदला, रोहिताश्व सिंह गोगुंदा, अजय विक्रम सिंह करजाली, डॉ. कुश सिंह परमार संतरामपुर, रावत गुणवंत सिंह झाड़ोल, महिपाल सिंह सरदारगढ़, राघवराज सिंह शिवरती, रावत विक्रम सिंह बोहेड़ा, हनुमंत सिंह बोहेड़ा, महिपाल सिंह शिवरती, जयवीर सिंह खुड़ाला, विश्वविजय सिंह झाड़ोल, ईशांत सिंह भूपालगढ़, परीक्षित सिंह भूपालगढ़, सिद्धार्थ सिंह रोहिट, मानवेंद्र सिंह जसौल आदि पूर्व राजे-रजवाड़ों के महानुभाव शामिल हुए.
लक्ष्यराज सिंह की बड़ी बहन भार्गवी कुमारी मेवाड़ की बेटी लोकावीया राठौड़ रविवार को इस शाही शादी में बिस्साऊ ठिकानेदार आंजनेय सिंह बिस्साऊ के साथ विवाह बंधन में बंधीं. इस शाही शादी समारोह में पूर्व राजपरिवार बलांगीर के पूर्व महाराजा कनकवर्धन सिंह देव, जयपुर पूर्व राजघराने के सवाई पद्मनाथ सिंह सहित देशभर के प्रमुख पूर्व राजे-रजवाड़ों के पूर्व राजा-महाराजा-राजकुमार आदि शामिल हुए.