उदयपुर. राजस्थान के उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे ट्रैक पर धमाके के मामले में अलग-अलग जांच एजेंसियां गुत्थी (Udaipur Ahmedabad railway track blast case) सुलझाने में जुटी हुई हैं. रेलवे ट्रैक को उड़ाने की साजिश के मामले में तीसरे दिन बुधवार को एसओजी-एटीएस के एडीजी अशोक राठौड़ ओडा ब्रिज पर अधिकारियों के साथ जांच करने के लिए पहुंचे. इस दौरान इंटेलिजेंस के एडीजी एस सेंगाथीर, उदयपुर एसपी विकास कुमार सहित कई आलाधिकारी मौजूद रहे.
इस दौरान दोनों अधिकारियों ने करीब दो घंटे से ज्यादा वक्त तक एक-एक जगह से सबूतों को करीब से देखा. इसके बाद अब तक एटीएस की ओर से की गई जांच के बारे में भी जानकारी ली. इस पर एएसपी अनंत कुमार ने विस्तार से अब तक मिले सबूत और उसकी संभवानाओं के बारे में उन्हें बताया. एसोजी एडीजी अशोक कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस घटना को लेकर केस स्टडी करेंगे और पता करेंगे कि जांच में क्या-क्या आयाम आ सकते हैं. कुछ काम अभी भी बाकी है, इस पर सामूहिक चर्चा की जाएगी. इसके बाद स्तिथि साफ हो सकेगी.
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एडीजी ने हमले की बात को लेकर कहा है कि अभी कुछ बता पाना जल्दबाजी (SOG and ADG of Intelligence Reached Udaipur) होगी. विस्फोट की इंटेंसिटी और जो हालात हैं उसे देखकर ये आतंकी घटना ही मानी जा सकती है. विस्फोट के पीछे डर और आंतक के साथ जनहानि की मंशा हो सकती है. इस हमले के पीछे किस संगठन या ग्रुप का हाथ है, ये अभी नहीं कहा जा सकता है.
क्या है पूरा मामला- उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे लाइन पर बने पुल पर शनिवार देर रात अज्ञात लोगों ने ब्लास्ट कर दिया था, जिससे पटरियों पर क्रैक आ गया. मौके पर बारूद भी मिला था. बदमाशों की साजिश पुल को उड़ाने और रेलवे ट्रैक को बर्बाद करने की थी. धमाके से चार घंटे पहले ही इस ट्रैक से ट्रेन गुजरी थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 31 अक्टूबर को ही इस लाइन का लोकार्पण किया था. मामले की ATS, NIA और रेल पुलिस जांच कर रही है.