उदयपुर: आज से झीलों की नगरी उदयपुर में तीन दिवसीय मेवाड़ महोत्सव (Mewar Festival Udaipur) का आगाज हो गया है. कोरोना के कारण बीते दो साल से मेवाड़ महोत्सव पर प्रशासन की ओर से रोक लगाई गई थी, लेकिन लंबे इंतजार के बाद एक बार फिर मेवाड़ महोत्सव की धूम देखने को मिलेगी. जिसे गणगौर फेस्टिवल भी कहा जाता है. झीलों की नगरी उदयपुर में जिला प्रशासन एवं पर्यटन विभाग के साझे में मेवाड़ महोत्सव का आगाज हुआ है.
पर्यटन उपनिदेशक शिखा सक्सेना ने बताया कि मेवाड़ महोत्सव के प्रथम दिन 4 अप्रैल को घंटाघर से गणगौर घाट पर शाम 4 से 6 बजे तक विभिन्न समाज की ओर से गणगौर सवारी एवं शाम 6 से 7 बजे तक बंशी घाट से गणगौर घाट तक गणगौर की शाही सवारी निकाली जाएगी. शाम 7 बजे से गणगौर घाट पर लोक कलाकारों की प्रस्तुति व आतिशबाजी का आयोजन किया जाएगा. दूसरे दिन यानी 5 अप्रैल को गणगौर घाट पर शाम 7 बजे से सांस्कृतिक संध्या व विदेशी युगल की राजस्थानी वेशभूषा प्रतियोगिता किया जाएगी. 4 से 6 अप्रैल तक गोगुंदा स्थित मेला ग्राउंड पर सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ विभिन्न आयोजन किए जाएंगे.
बता दें कि, 2020 और 2021 में यह महोत्सव कोरोना के कारण आयोजित नहीं किया गया था. लेकिन इस साल मेवाड़ महोत्सव का भव्य आयोजन किया जाएगा. इस बार गोगुंदा में भी 3 दिन का भव्य मेला आयोजित किया जाएगा. जिसमें हाट बाजार के साथ गणगौर की सवारी भी निकाली जाएगी. शाम के समय कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजन किए जाएंगे. मेवाड़ महोत्सव में कई तरह के कलाकारों को उदयपुर, राजसमंद, नाथद्वारा, गोगुंदा में अपनी कला दिखाने का अवसर मिलेगा.