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शुद्ध के लिए युद्ध अभियान: 10 हजार दुकानों पर एक फूड इंस्पेक्टर, 9 पद खाली, कैसे कसेगा मिलावट पर शिकंजा

उदयपुर में शुद्ध के लिए युद्ध अभियान कागजों में सिमटता जा रहा है. जिलों में खाद्य (Vacant Posts of Food Inspector in Udaipur Division) वस्तुओं की जांच बस औपचारिकता मात्र रह गई है. संभाग में फूड इंस्पेक्टर के कई पद रिक्त पड़े हैं. इसके कारण साल दर साल लिए गए फूड सैंपल और रिपोर्ट के आंकड़े भी घटते जा रहे हैं. ऐसे में संभाग में दिवाली से पूर्व मिलावटखोरी पर लगाम लगाना चुनौती बन गया है. पढ़िए पूरी रिपोर्ट...

कैसे कसेगा मिलावटखोरों पर शिकंजा
शुद्ध के लिए युद्ध अभियान
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Published : Oct 19, 2022, 5:44 PM IST

Updated : Oct 19, 2022, 11:06 PM IST

उदयपुर. दिवाली का पर्व नजदीक आने के साथ ही शुद्ध के लिए युद्ध अभियान चलाया जा (Sudh Ke Liye Yudh Abhiyan) रहा है. इस अभियान के माध्यम से मिठाई व अन्य खाद्य वस्तुओं के नमूनों की जांच की जा रही है. लेकिन उदयपुर संभाग में शुद्ध के लिए युद्ध अभियान एक औपचारिकता मात्र नजर आ रहा है. उदयपुर संभाग के जिलों में फूड इंस्पेक्टर के अधिकांश पद रिक्त हैं. संभाग के 6 जिलों में 13 फूड इंस्पेक्टर के पद हैं. इनमें से फिलहाल चार फूड इंस्पेक्टर कार्य कर रहे हैं. हालांकि चित्तौड़गढ़ और राजसमंद में तो फूड इंस्पेक्टर के पद ही खाली हैं. जहां दूसरे जिले के फूड इंस्पेक्टर को अतिरिक्त चार्ज दिया गया है. ऐसे में मिलावटी मिठाइयों और खाद्य वस्तुओं की जांच करना एक बड़ी चुनौती है.

उदयपुर संभाग के इन जिलों की स्थिति समझिए : चिकित्सा विभाग का शुद्ध के लिए युद्ध अभियान सिर्फ (Adulteration in Food items During Festive) कागजों में ही सिमटा हुआ नजर आ रहा है. कारण ये है कि उदयपुर संभाग में करीब 10,000 दुकानों पर सिर्फ 1 फूड इंस्पेक्टर कार्य कर रहा है. जिले में 3 फूड इंस्पेक्टर के पद हैं, इनमें से 2 पद लंबे समय से खाली पड़े हुए हैं. एक फूड इंस्पेक्टर दिन में तीन से चार सैंपल ले पाता है. ऐसे में फूड इंस्पेक्टर के लिए पूरे जिले को कवर करना किसी चुनौती से कम नहीं है.

कैसे कसेगा मिलावटखोरों पर शिकंजा

ऐसे ही हालात अन्य जिलों में भी हैं : राजसमंद, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, उदयपुर में कुल 13 फूड इंस्पेक्टर के (Food Inspector in Udaipur Division) पद हैं. इनमें से फिलहाल 4 फूड इंस्पेक्टर कार्य कर रहे हैं. 9 फूड इंस्पेक्टर के पद लंबे समय से रिक्त पड़े हुए हैं. वहीं 2 जिलों में फूड इंस्पेक्टर को अतिरिक्त चार्ज दिया हुआ है. ऐसे में ज्यादा से ज्यादा दुकानों के सैंपल लेना मुश्किल हो जाता है.

पढ़ें. शुद्ध के लिए युद्ध अभियान: जयपुर-बीकानेर में पकड़ा गया मिलावटी घी, एक आरोपी हिरासत में

उदयपुर संभाग के 6 जिलों के आंकड़े :

जिला फूड इंस्पेक्टर के पदरिक्त पदकार्यरत
उदयपुर 321
राजसमंद22बांसवाड़ा के फूड इंस्पेक्टर को अतिरिक्त चार्ज
चित्तौरगढ़22भीलवाड़ा के फूड इंस्पेक्टर को अतिरिक्त चार्ज
डूंगरपुर 211
बांसवाड़ा211
प्रतापगढ़211

पढ़ें. शुद्ध के लिए युद्ध अभियान: सड़े हुए बादाम और मसाले सीज, ड्राई फ्रूट्स व मसालों के लिए सैंपल

उदयपुर में पिछले 4 सालों के विभाग के जांच के नमूने की रिपोर्ट

वर्षकुल नमूनेफेल नमूनेअनसेफमिस ब्रांडसब्सटेंडर्ड
2019689191368859
2020435200287478
2021556205285287
202224624637070

उदयपुर फूड इंस्पेक्टर अशोक कुमार गुप्ता ने बताया कि हर रोज वह करीब 3 से 4 सैंपल ले रहे हैं. हालांकि उदयपुर में 2 पद फूड इंस्पेक्टर के लंबे समय से रिक्त हैं. इसीलिए उदयपुर में 10000 दुकानों में से कितनी दुकानों की जांच होगी एक बड़ा सवाल है. हाल ही में बीकानेर से आ रहे बड़ी संख्या में नकली मावे को पुलिस ने पकड़ा था. जिसके सैंपल लेकर जांच की जा रही है. ऐसे में एक अधिकारी बाहर से आने वाले खाद्य वस्तुओं की जांच के साथ दुकानों के किस तरह से सैंपल लेंगे.

उदयपुर. दिवाली का पर्व नजदीक आने के साथ ही शुद्ध के लिए युद्ध अभियान चलाया जा (Sudh Ke Liye Yudh Abhiyan) रहा है. इस अभियान के माध्यम से मिठाई व अन्य खाद्य वस्तुओं के नमूनों की जांच की जा रही है. लेकिन उदयपुर संभाग में शुद्ध के लिए युद्ध अभियान एक औपचारिकता मात्र नजर आ रहा है. उदयपुर संभाग के जिलों में फूड इंस्पेक्टर के अधिकांश पद रिक्त हैं. संभाग के 6 जिलों में 13 फूड इंस्पेक्टर के पद हैं. इनमें से फिलहाल चार फूड इंस्पेक्टर कार्य कर रहे हैं. हालांकि चित्तौड़गढ़ और राजसमंद में तो फूड इंस्पेक्टर के पद ही खाली हैं. जहां दूसरे जिले के फूड इंस्पेक्टर को अतिरिक्त चार्ज दिया गया है. ऐसे में मिलावटी मिठाइयों और खाद्य वस्तुओं की जांच करना एक बड़ी चुनौती है.

उदयपुर संभाग के इन जिलों की स्थिति समझिए : चिकित्सा विभाग का शुद्ध के लिए युद्ध अभियान सिर्फ (Adulteration in Food items During Festive) कागजों में ही सिमटा हुआ नजर आ रहा है. कारण ये है कि उदयपुर संभाग में करीब 10,000 दुकानों पर सिर्फ 1 फूड इंस्पेक्टर कार्य कर रहा है. जिले में 3 फूड इंस्पेक्टर के पद हैं, इनमें से 2 पद लंबे समय से खाली पड़े हुए हैं. एक फूड इंस्पेक्टर दिन में तीन से चार सैंपल ले पाता है. ऐसे में फूड इंस्पेक्टर के लिए पूरे जिले को कवर करना किसी चुनौती से कम नहीं है.

कैसे कसेगा मिलावटखोरों पर शिकंजा

ऐसे ही हालात अन्य जिलों में भी हैं : राजसमंद, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, उदयपुर में कुल 13 फूड इंस्पेक्टर के (Food Inspector in Udaipur Division) पद हैं. इनमें से फिलहाल 4 फूड इंस्पेक्टर कार्य कर रहे हैं. 9 फूड इंस्पेक्टर के पद लंबे समय से रिक्त पड़े हुए हैं. वहीं 2 जिलों में फूड इंस्पेक्टर को अतिरिक्त चार्ज दिया हुआ है. ऐसे में ज्यादा से ज्यादा दुकानों के सैंपल लेना मुश्किल हो जाता है.

पढ़ें. शुद्ध के लिए युद्ध अभियान: जयपुर-बीकानेर में पकड़ा गया मिलावटी घी, एक आरोपी हिरासत में

उदयपुर संभाग के 6 जिलों के आंकड़े :

जिला फूड इंस्पेक्टर के पदरिक्त पदकार्यरत
उदयपुर 321
राजसमंद22बांसवाड़ा के फूड इंस्पेक्टर को अतिरिक्त चार्ज
चित्तौरगढ़22भीलवाड़ा के फूड इंस्पेक्टर को अतिरिक्त चार्ज
डूंगरपुर 211
बांसवाड़ा211
प्रतापगढ़211

पढ़ें. शुद्ध के लिए युद्ध अभियान: सड़े हुए बादाम और मसाले सीज, ड्राई फ्रूट्स व मसालों के लिए सैंपल

उदयपुर में पिछले 4 सालों के विभाग के जांच के नमूने की रिपोर्ट

वर्षकुल नमूनेफेल नमूनेअनसेफमिस ब्रांडसब्सटेंडर्ड
2019689191368859
2020435200287478
2021556205285287
202224624637070

उदयपुर फूड इंस्पेक्टर अशोक कुमार गुप्ता ने बताया कि हर रोज वह करीब 3 से 4 सैंपल ले रहे हैं. हालांकि उदयपुर में 2 पद फूड इंस्पेक्टर के लंबे समय से रिक्त हैं. इसीलिए उदयपुर में 10000 दुकानों में से कितनी दुकानों की जांच होगी एक बड़ा सवाल है. हाल ही में बीकानेर से आ रहे बड़ी संख्या में नकली मावे को पुलिस ने पकड़ा था. जिसके सैंपल लेकर जांच की जा रही है. ऐसे में एक अधिकारी बाहर से आने वाले खाद्य वस्तुओं की जांच के साथ दुकानों के किस तरह से सैंपल लेंगे.

Last Updated : Oct 19, 2022, 11:06 PM IST
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