उदयपुर. राजस्थान कांग्रेस में सियासी संकट (Rajasthan Congress Crisis) का असर दिल्ली तक है. राजधानी में कांग्रेस आलाकमान के इर्द गिर्द राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं. राजस्थान कांग्रेस के विधायकों की नाराजगी और कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के दरमियान अब सब की निगाहें भारतीय जनता पार्टी की ओर भी जा रही है. इस सियासी घटनाक्रम को लेकर भाजपा भी लगातार गहलोत सरकार को घेर रही (Poonia on Gehlot Government) है. इसी बीच भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया बुधवार को उदयपुर (Satish Poonia Udaipur Tour) पहुंचे.
पूनिया ने कहा कि जिस तरह से सरकार और कांग्रेस के भीतर ड्रामा हो रहा है, इसका खामियाजा जनता को उठाना पड़ रहा है. प्रदेश में जनता के विकास के काम ठप हो चुके हैं. उन्होंने कहा कि राजस्थान का मौसम ठीक है, लेकिन इन दिनों कांग्रेस का मौसम खराब चल रहा (Poonia on Rajasthan Political crisis) है. कांग्रेस के अंदरूनी झगड़े से बीते चार साल से जनता परेशान है. पूनिया ने कहा कि राजस्थान में एक ऐसी सरकार है, जो न जनता का भला कर पा रही है और न ही अपनी पार्टी का. ऐसी सरकार से भगवान ही बचाए.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कांग्रेस आलाकमान द्वारा 3 विधायकों को नोटिस दने के मामले में कहा (Poonia on notice to Rajasthan Congress MLAs) कि यह उसी तरह से है, जिस तरह गलती एसपी करें और सस्पेंड सिपाही को कर दिया जाए. क्योंकि कांग्रेस आलाकमान को पता है कि बीमारी कहां पर है.
पूनिया ने कांग्रेस के विधायकों और मंत्रियों की ओर से इस्तीफे देने के मामले को लेकर कहा कि यह अपने आप में विचित्र बात है. क्योंकि विधायक और मंत्री ऑफिस भी जा रहे हैं और अपना इस्तीफा भी दे रखा है. लेकिन इस्तीफा देने के बावजूद भी लगातार ट्रांसफर किए जा रहे हैं. इन लोगों ने सुरक्षाकर्मी रखे हुए हैं. पूनिया ने कहा कि जब सरकार के मंत्रिमंडल ने इस्तीफा दे रखा है तो फिर सरकार कौन चला रहा है. उन्होंने कहा कि अब ऐसा लगता है कि राजस्थान भगवान भरोसे है.