उदयपुर. आरपीएसएसी की ओर से आयोजित सेकेंड ग्रेड टीचर भर्ती (RPSC 2nd Grade Teacher Bharti 2022) परीक्षा पेपर लीक मामले के सभी आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार करने का दावा किया है. इनमें सात युवतियां शामिल हैं. पुलिस के मुताबिक शनिवार को गिरफ्तारी के बाद इनसे कड़ाई से पूछताछ की. जिसके बाद रविवार सुबह सभी को मजिस्ट्रेट के (five days police remand to accused) समक्ष पेश किया गया, जहां मामले की जांच के लिए पुलिस ने आरोपियों की रिमांड मांगी. मजिस्ट्रेट ने सभी आरोपियों को 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है. अब पुलिस अधिकारी इस पूरे मामले की गहनता से जांच करेंगे.
मास्टरमाइंड निकला प्रिंसिपल: इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड एक प्रिंसिपल था, जो जालौर के एक स्कूल में पदस्थ था. जिसकी शिनाख्त सुरेश बिश्नोई के रूप में हुई है. पुलिस ने बताया कि सुरेश ने ही पूरी प्लानिंग के साथ पेपर लीक की घटना को अंजाम दिया था. वहीं, शनिवार को पुलिस के हत्थे चढ़े सभी 45 अभ्यर्थी (RPSC 2nd Grade News) भी जालोर के रहने वाले हैं. आरोपी सुरेश बस के आगे एक अन्य वाहन में था और वो वहीं से बस को एस्कॉर्ट कर रहा था. बताया गया कि आरोपी के पास शुक्रवार रात दो बजे के आसपास ढाका और भूपी नाम के दो लोगों ने वाट्सएप के जरिए पेपर भेजा था. इसके बाद आरोपी ने सभी (RPSC Paper Leak Jalore connection) अभ्यर्थियों को विश्वास में लिया और उन्हें पेपर मुहैया कराए थे.
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पेपर का हुआ था लाखों में सौदा: पेपर लीक के मास्टरमाइंड सुरेश ने सभी अभ्यर्थियों को प्रश्न पत्र उपलब्ध कराने के लिए मोटी रकम ऐंठने का जाल बुना था. उसने 10 से 15 लाख रुपए का सौदा किया था. आरोपी सुरेश जालोर (Rajasthan Paper Leak Case) का निवासी बताया जा रहा है, जो अपने सहयोगी भूपेंद्र के साथ 45 अभ्यर्थियों को बस में पेपर सॉल्व करवा रहा था. पकड़े गए अभ्यर्थियों में सात महिला परीक्षार्थी भी शामिल हैं.
आरोपी के कार में मिले कंप्यूटर से खुली कलई: सुरेश बिश्नोई की गाड़ी में कंप्यूटर, प्रिंटर सहित अन्य सामान भी पुलिस ने बरामद किए हैं. पुलिस ने बताया कि जैसे ही आरोपी के वाट्सएप पर पेपर आए, वो वैसे ही उसका प्रिंट लेकर सभी को वितरित करने में मशगूल हो गया.