उदयपुर. राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है. भाजपा नेता एवं कर्नाटक से राज्यसभा सांसद लहर सिंह सिरोया मंगलवार को उदयपुर के दौरे पर रहे. इस दौरान शहर भाजपा कार्यालय में प्रेस वार्ता में उन्होंने बताया कि कर्नाटक की जनता कांग्रेस की गारंटियों से परेशान है. यहां तक कि कांग्रेस के विधायक भी इन गारंटीयों का विरोध कर रहे हैं. क्योंकि सरकार का फंड इसी में खत्म हो जाएगा. वहां सरकार अस्थिर है. कांग्रेस नेता मुख्यमंत्री पद के लिए लड़ रहे हैं. जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के सुपुत्र भी प्रबल दावेदार हैं. डीके शिवकुमार भी मुख्यमंत्री की कुर्सी पर निगाह करके बैठे हैं.
कर्नाटक में कभी भी गिर सकती है सरकार: उन्होंने कहा कि राजस्थान की गहलोत सरकार भ्रष्टाचार में सबसे आगे है. मुख्यमंत्री स्वयं पेपर लीक मामले में संदेह के घेरे में है. गांधी परिवार का केवल एक ही उद्देश्य है, कांग्रेस की सरकार बनाना और धन हड़पना. उन्होंने राजस्थान की जनता से अपील करते हुए कहा कि इनके झांसे में नहीं आएं. वे मुफ्त की रेवड़ियां बांट कर जनता को लालच देकर वोट खरीदना चाहते है. लेकिन यहां की जनता उनके झांसे में नहीं आएगी. प्रदेश में भाजपा की सरकार बने और मेवाड़ पुन सरकार के बनने का रास्ता बने, इसीलिए वह कर्नाटक से यहां आए हैं.
पढ़ें: परिवर्तन यात्राएं सफल, प्रदेश में बनेगी भाजपा की सरकार : ओम माथुर
भाजपा कभी सरकार नहीं गिराती: उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि भाजपा कभी सरकार नहीं गिराती. कर्नाटक में सरकार अपने कर्मों से ही गिरेगी. उदयपुर में कन्हैया लाल हत्याकांड का प्रभाव दक्षिणी भारत में भी है. लोग अभी भी स्तब्ध हैं. इस घटना में भी सरकार की ढुलमुल नीति और तुष्टिकरण की वजह रही है.
उन्होंने जनता से अपील की है कि गलती मत करना और कांग्रेस को मुफ्त की रेवड़ियों के बदले वोट मत दे देना, नहीं तो 5 साल तक पछताना पड़ेगा. भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाकर केंद्र और प्रदेश के सामंजस्य को बिठाकर प्रदेश के विकास को आगे बढ़ने का काम यदि कोई कर सकता है, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नेतृत्व ही कर सकता है. डबल इंजन की सरकार से ही प्रदेश का विकास संभव है.