उदयपुर. यूपीएससी के फाइनल रिजल्ट में उदयपुर की पूर्वी नंदा ने 244 रैंक हासिल की है. रिजल्ट आने के बाद से ही उनके परिवार में खुशी का माहौल नजर आ रहा है.साथ ही बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है. कड़े परिश्रम और लगन के साथ पूर्वी ने यह सफलता हासिल की ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए पूर्वी ने बताया कि इस पूरी सफलता में उनके परिवार के सदस्यों का सहयोग रहा.जिसकी वजह से यह सफलता उन्हें मिल पाई.
पूर्वी ने बताया कि उन्हें दूसरी बार में यह सफलता मिली है. पूर्वी की सफलता इतनी आसान नहीं थी. उन्होंने करीब 1 साल मोबाइल से दूरी बना ली. मोबाइल से दूरी ने ही पूर्वी को सफलता दिला दी.
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वर्ष 2019 स्नातक परीक्षा पास करने के ठीक 10 दिन बाद पूर्वी ने पहली बार आईएएस की परीक्षा दी. लेकिन उन्हें तीन नंबर कम आया और वो सफल नहीं हो सकी. इसी परीक्षा के बाद उन्हें अनुभव हुआ और उन्होंने दृढ़ इच्छा के साथ लक्ष्य पूरा करने का इरादा ठान लिया. ऐसे में दिन भर में 10-15 घंटे पढ़ाई कर पूर्वी ने सेल्फ स्टडी कर दूसरी प्रयास में यह रैंक हासिल की है.
रैंक सुधारने के लिए पूर्वी फिर देगी यूपीएससी परीक्षा
हालांकि, पूर्वी का कहना है कि इस बार भी वे आईएएस का एग्जाम देंगी. क्योंकि उनका इस रैंक के साथ पूरा नहीं हुआ. ऐसे में आने वाले एग्जाम में फिर से प्रयास करेंगी. पूर्वी की सफलता इतनी आसान नहीं थी. वे करीब 1 साल तक मोबाइल से दूर रही. आज के दौर में मोबाइल से दूर रहना आसान नहीं है. लेकिन इसके बावजूद भी उन्होंने परिजनों के सहयोग के कारण यह मुकाम हासिल किया.
टॉपर्स की बुक्स पढ़ने से बढ़ा मनोबल
पूर्वी ने बताया कि उनका कई बार हौसला कमजोर होता था, लेकिन उनके परिवार के लोग लगातार उनके मनोबल को बढ़ाने का काम करते थे. ऐसे में पहली बार असफलता मिलने पर उन्होंने इसको लेकर कई टॉपर्स की बुक्स पढ़ी.जिससे उन्हें आगे का एक रास्ता मिला.
पूर्वी ने कहा कि ऐसे में राजस्थान की ओर बेटियों को यही कहना चाहूंगी कि कड़ी सफलता और मेहनत से सब कुछ पाया जा सकता है. ऐसे में अपने टैलेंट को खराब नहीं करना चाहिए. क्योंकि खुद को पता होता है कि हम क्या कर सकते हैं. पूर्वी के पिता पितांबर नंदा उदयपुर के बीएएनएल में डिप्टी जनरल मैनेजर है.