उदयपुर. नगर निगम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर अपना बोर्ड बनाया है. भाजपा ने महापौर, उप महापौर पद पर भी जीत दर्ज की है. वहीं कांग्रेस ने अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है और 20 सीटों पर जीत दर्ज की है. अब कांग्रेसी पार्षद नेता प्रतिपक्ष बनने के लिए सियासी जोड़-तोड़ कर रहे हैं.
कांग्रेस पार्टी में एक पद के लिए छह उम्मीदवार अब एक दूसरे को टक्कर देते दिखाई दे रहे हैं. इतना ही नहीं बल्कि इन 6 उम्मीदवारों ने अपने अपने समर्थन में कुछ पार्षदों के होने का दावा भी किया है. सूत्रों के मुताबिक यह पूरा विवाद बढ़ने के बाद अब उदयपुर कांग्रेस से जिम्मेदारी प्रदेश आलाकमान तक पहुंच गई है और आने वाले कुछ दिनों में प्रदेश आलाकमान ही उदयपुर में नेता प्रतिपक्ष कौन होगा, इसका फैसला करेगा.
कांग्रेस पार्टी की ओर से हितांशी शर्मा जो कि उदयपुर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष गोपाल शर्मा की पुत्रवधू हैं, नेता प्रतिपक्ष पद की प्रबल दावेदार बताई जा रही हैं. जबकि, उन्हें कांग्रेस के ही महापौर पद के उम्मीदवार अरुण तक यहां पर कड़ी टक्कर देते दिखाई दे रहे हैं. इन दोनों के सामने लगातार तीन बार से जीतकर पार्षद बने लोकेश गौड़ भी अपनी दावेदारी जता रहे हैं.
इन सभी के साथ में उपमहापौर पद के दावेदार शंकर चंदेल अभी इस पद के दावेदार बताए जा रहे हैं. इसके अलावा प्रशांत श्रीमाली, गौरव प्रताप सिंह और हिदायतुल्लाह का नाम नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में चल रहा है. ऐसे में अब देखना होगा उदयपुर नगर निगम का अगला नेता प्रतिपक्ष कौन बनता है.
इससे पहले उदयपुर नगर निगम में मोहसिन खान नेता प्रतिपक्ष के पद पर काबिज थे. तब निगम में सिर्फ 3 पार्षद कांग्रेस पार्टी के थे, ऐसे में इस बार जब कांग्रेस पार्टी ने 20 सीट पर जीत दर्ज की है. इसके बाद से ही इस पद को लेकर सियासी घमासान शुरू हो गया है. ऐसे में अब देखना होगा प्रदेश कांग्रेस उदयपुर में नेता प्रतिपक्ष के पद पर किस नेता को जिम्मेदारी सौंपती है.