उदयपुर. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यकारिणी की 7 महीने बाद शनिवार शाम को घोषणा की गई. लंबी जद्दोजहद के बाद बनी कार्यकारिणी में 25 पदाधिकारियों को जगह दी गई. लेकिन, इनमें से एक भी उदयपुर जिले का भाजपा कार्यकर्ता शामिल नहीं किया गया, जो अब चर्चा का विषय बन गया है.
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भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया द्वारा घोषित की गई नई कार्यकारिणी में 5 पदाधिकारियों में 8 उपाध्यक्ष, 4 महामंत्री, 9 मंत्री, एक मुख्य प्रवक्ता, एक कोषाध्यक्ष, एक सह कोषाध्यक्ष और एक कार्यालय मंत्री बनाए गए हैं. लेकिन, उदयपुर जिले से किसी भी भाजपा कार्यकर्ता को शामिल नहीं किया गया, जबकि विधानसभा और लोकसभा चुनाव में उदयपुर जिले के भाजपा कार्यकर्ताओं ने काफी मेहनत की थी.
गौरतलब है कि उदयपुर से सटे चित्तौड़गढ़ और राजसमंद जिले के सांसदों को प्रदेश कार्यकारिणी में जगह दी गई है. चित्तौड़गढ़ के सांसद सीपी जोशी को प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया है. वहीं, राजसमंद की सांसद दिया कुमारी को प्रदेश महामंत्री बनाया गया है. लेकिन, उदयपुर के किसी भी सांसद, विधायक या किसी अन्य कार्यकर्ता को प्रदेश कार्यकारिणी में मौका नहीं देना चर्चा का विषय बन गया है.
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बता दें कि उदयपुर से बीजेपी के कई कार्यकर्ताओं के नाम प्रदेश कार्यकारिणी के लिए लंबे वक्त से चर्चा में थे. इनमें प्रमोद सामर, अलका मूंदड़ा, फूल सिंह मीणा, तख्त सिंह शक्तावत और आकाश वागरेचा जैसे नाम शामिल थे. लेकिन, इनमें से किसी भी नाम को प्रदेश कार्यकारिणी में जगह नहीं दी गई. वहीं, कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि प्रदेश कार्यकारिणी के विस्तार में उदयपुर के कार्यकर्ताओं को मौका मिल सकता है.