उदयपुर. राजस्थान की 4 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव का बिगुल बज चुका है. इसके साथ ही भाजपा और कांग्रेस अब दोनों ही पार्टियों ने राजसमंद, सहाड़ा और सुजानगढ़ सीट पर जमीन तराशना शुरू कर दिया है. इस बीच भाजपा और कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारी भी इन सीटों पर स्थानीय समीकरण के आधार पर बैठक ले रहे हैं. इस बीच सीडब्ल्यूसी सदस्य और पूर्व सांसद रघुवीर मीणा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में प्रदेश के तत्कालीन मुद्दों पर अपनी राय रखी.
सीडब्ल्यूसी सदस्य और पूर्व सांसद रघुवीर मीणा ने कहा कि चुनाव में कांग्रेस बेहतरीन प्रदर्शन करेगी और हमारी चारों सीटों पर जीत होगी क्योंकि जनता कांग्रेस सरकार से खुश है. इन क्षेत्रों का मतदाता विशेष तौर पर देखेगा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है और कांग्रेस का विधायक जीत कर जाएगा तो और अधिक काम करेगा.
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केंद्र सरकार पर साथा निशाना
साथ ही उन्होंने इस दौरान केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस तरह से देश में गंदा वातावरण हो रहा है. क्षेत्र की जनता को भी पता है कि कांग्रेस एक ऐसी पार्टी है, जो सबको साथ लेकर चलती है. मीणा ने कहा कि राजस्थान सरकार ने जो बजट पेश किया है, इस बजट में जो घोषणा की है, उसको लेकर लगातार मुख्यमंत्री और अन्य मंत्री इन घोषणाओं को अमलीजामा पहनाने में जुटे हुए हैं. कोविड-19 महामारी के बाद भी लगातार सरकार विकास के कार्य में जुटी हुई. सरकार बेरोजगार युवाओं को भी नौकरी देने के साथ भत्ता देने को लेकर भी काम कर रही है.
दुर्भाग्य की बात कि किसान को सरकार आतंकवादी, देशद्रोही कह रही
रघुवीर मीणा ने आगे कहा कि कांग्रेस का सदैव विकास का मुद्दा रहा है. उनका लक्ष्य रहा है कि लोग भाई चारे के साथ रहे. उन्होंने कहा कि देश में पहली बार है, जब किसान अपनी मांगों को लेकर लंबे समय से भी विरोध कर रहे हैं लेकिन सरकार ध्यान नहीं दे रही है. दुर्भाग्य की बात है कि 4 महीने होने आए सरकार किसानों को आतंकवादी, देशद्रोही और खालिस्तानी कह रही है. इससे बड़ा दुर्भाग्य और क्या हो सकता है. जो अन्नदाता जनता का पेट भरता है, उसके लिए इस प्रकार के शब्दों का उपयोग करके उनका मजाक उड़ाना सही नहीं है.
रमेश मीणा के बयान को लेकर कहा-कभी-कभी व्यक्ति अति उत्साह में कोई बात कह देता है
विधानसभा में रमेश मीणा की ओर से किए गए विरोध में दिए गए बयान पर उन्होंने कहा कि किस वेग में उन्होंने बात कहा पता नहीं. कभी-कभी व्यक्ति अति उत्साह में कोई बात कह देता है लेकिन विधानसभा में ऐसी कोई परंपरा रही नहीं. एससी और एसटी के नाम पर कोई विधायक आकर बैठे. विधानसभा में माननीय सदस्य बोलकर पुकारा जाता है. उनका निश्चित तौर पर मन में कोई समझ का फेर है. कोरोना महामारी के दौरान जो बैठने की व्यवस्था की गई है. प्रोटोकॉल के पालन करते हुए व्यवस्था की गई है. इस व्यवस्था को स्वीकार करना चाहिए. फोन टैंपिंग पर मीणा ने कहा कि ये बीजेपी की स्टंटबाजी थी. सरकार ने साफ कर दिया है कि ऐसा नहीं है. बीजेपी बात का बतगंड़ बनाने का माहिर रही है.