उदयपुर. एनआरआई से रिश्वत मामले में निलंबित डीवाईएसपी जितेंद्र आंचलिया समेत 4 लोगों की खिलाफ सोमवार को 4 सीट पेश की गई. इस मामले में गहन पूछताछ के बाद जयपुर से एसीबी की टीम चारों लोगों को लेकर उदयपुर पहुंची. यहां चारों के खिलाफ एसीबी कोर्ट चार्जशीट दाखिल कर दी गई. जानकारी में सामने आया कि एसीबी ने चारों के खिलाफ 2200 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की गई.
22 सौ पन्नो की चार्जशीट की गई पेश : दरअसल, उदयपुर के सुखेर थाना क्षेत्र में बेशकीमती जमीन मामले में रिश्वत मांगने के आरोप में निलंबित आरपीएस जितेंद्र आंचलिया, सब इंस्पेक्टर रोशन लाल समेत अन्य दो आरोपी के खिलाफ एसीबी कोर्ट में आज चार्जशीट दाखिल कर दी गई. उदयपुर एसीबी कोर्ट में करीब 22 सौ पन्नो की चार्जशीट पेश की गई.
एसीबी एडीशनल एसपी पुष्पेंद्र सिंह का बयान: जयपुर एसीबी एडिशनल एसपी पुष्पेंद्र सिंह ने बताया कि सुखेर थाना इलाके में एक एनआरआई की बेशकीमती जमीन को उसको फिर खरीदने को लेकर दबाव बनाया गया और इस मामले को निपटाने के लिए इन आरोपियों द्वारा लाखो रुपए की रिश्वत मांगी गई थी. इस आरोप में एसीबी ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया. उन्होंने बताया कि मामले में अन्य फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है. साथ ही अग्रिम अनुसंधान किया जा रहा है.
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दिव्या मित्तल पर भी चल रहा रिश्वत का केस: बता दें कि इसी तरह से घूस मामले में निलंबित एडिशनल एसपी दिव्या मित्तल की जमानत अर्जी पर 10 अप्रैल सुनवाई होगी. दिव्या मित्तल पर आरोप है कि रामगंज थाने में 2 और अलवर गेट थाने में एक एनडीपीएस एक्ट के केस में वह अनुसंधान अधिकारी थी. तब अजमेर एसओजी की एडिशनल एसपी रहते हुए वह केस की 3 फाइल पर जांच कर रही थी. उन्होंने मुकदमे से मुख्य अभियुक्त का नाम हटाने की एवज में बर्खास्त सिपाही सुमित कुमार के जरिए परिवादी से 2 करोड़ रुपए की घूस मांगी थी. इस मामले में दिव्या मित्तल को बीते 16 जनवरी को जयपुर एसीबी ने गिरफ्तार किया था.