उदयपुर. प्रदेश के विधानसभा चुनाव को लेकर अब राजनीतिक पार्टियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है. भाजपा ने एक बार फिर राज्य की गहलोत सरकार पर महिलाओं के साथ अपराध को लेकर सवाल खड़े किए हैं. भारतीय जनता पार्टी संभाग मीडिया सेंटर पर राष्ट्रीय महिला मोर्चा की महामंत्री दीप्ति रावत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए गहलोत सरकार को घेरने का काम किया.
उन्होंने कहा कि बीकानेर के नोखा में हुई दुष्कर्म की घटना की निंदनीय है. राजस्थान में महिलाएं कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं. राजस्थान सरकार के शासनकाल में कुल 35000 दुष्कर्म के मामले हुए, जिसमें से 15000 दुष्कर्म तो नाबालिग बच्चियों के साथ हुए जो रजिस्टर हुए. न केवल बीकानेर में बल्कि भीलवाड़ा, मावली, प्रतापगढ़ में भी इस तरह से दुष्कर्म के बाद बच्चियों को जला दिया गया. राजस्थान की कांग्रेस सरकार अपनी सफलता मानती है, यह अलग बात है, लेकिन ये सरकार सफल हुई सिर्फ भ्रष्टाचार में, पेपर लीक में, दुष्कर्म में, छलावा करने में, किसानों का कर्ज माफ नहीं करने, बेरोजगारों को धोखा देने में.
कांग्रेस और भाजपा के संस्कारों में रात-दिन का फर्क: वहीं, दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी शासित राज्यों में महिलाएं रात को 12 बजे निश्चित होकर निकलती हैं. उत्तर प्रदेश, गुजरात आदि प्रदेशों में सख्त कानून व्यवस्था और अपराधियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई और सजा का प्रावधान है. उन्होंने कहा कि यह राजस्थान की जनता के लिए सुनहरा मौका है इस सरकार को उखाड़ फेंकने का. महिला आरक्षण बिल के संबंध में पूछने पर उन्होंने बताया कि कांग्रेस ने पांच दशक तक राज किया, लेकिन कभी महिला आरक्षण पर गंभीरता से नहीं सोचा. भारतीय जनता पार्टी इस बिल को लेकर आई. कांग्रेस और भाजपा के संस्कारों में रात-दिन का फर्क है. कांग्रेस में भ्रष्टाचार, घोटाला, तुष्टिकरण का संस्कार है तो भारतीय जनता पार्टी में नैतिकता और इमानदारी का संस्कार है. जो शीर्ष नेतृत्व में संस्कार होते हैं, वही नीचे स्तर तक आते हैं. जैसा नेतृत्व करता है, वैसे ही कार्यकर्ता का आचार विचार होता है.
गहलोत सरकार ने सिर्फ की घोषणाएं : राजस्थान सरकार केवल घोषणाएं कर रही है.जैसे कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में की लेकिन जनता को कोई राहत अभी तक नहीं मिली है.इसलिए जनता को कांग्रेस की घोषणाओं से सावधान रहना होगा.यह वास्तविकता से परे है.इन योजनाओं का कोई बजट नहीं है.और नहीं इनकी कोई मॉनिटरिंग हो रही है। केवल जनता को मुंगेरीलाल के सपने दिखा रहे हैं। इनकी चिरंजीवी योजना का क्या हाल हो रहा है यह सारा जमाना जानता है।