श्रीगंगानगर. सरकार वृक्षारोपण पर भले ही हर साल करोड़ों रुपए खर्च कर ग्रीन राजस्थान की मुहिम में जुटी है, लेकिन व्यवस्थाओं के नाम पर पेड़ों पर ही कुल्हाड़ी चलाई जा रही है. इससे ये अंदाजा लगाया जा सकत है कि सरकारी तंत्र ग्रीन राजस्थान के सपने को साकार करने में कितना गंभीर है. श्रीगंगानगर शहर के बीचों-बीच मटका चौक बालिका विद्यालय के खेल मैदान में प्रशासन द्वारा पार्किंग बनाने पेड़ काटने की तैयारी है जिसका लोग जोरशोर से विरोध कर रहे हैं.
बता दें कि शहर के सबसे बड़े बालिका विद्यालय में जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग मिलकर पार्किंग बनाने की तैयारी में है. बालिका विद्यालय में पार्किंग बनने से ना केवल छात्राओं की पढ़ाई में व्यवधान आएगा बल्कि विद्यालय में खड़े 20 से अधिक पेड़ों पर भी कुल्हाड़ी चलाई जाएगी. शिक्षा विभाग व जिला प्रशासन के निर्देश पर इन पेड़ों को काटने की तैयारी की जा रही है. हालांकि मटका चौक विद्यालय में जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग अधिकारियों के पार्किंग बनाने के फैसले के विरोध में शहर के सामाजिक संगठनों ने मोर्चा खोला हुआ है.
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पार्किंग के बहाने पेड़ काटने की योजना का विरोध कर रहे डॉक्टर बालकृष्ण पंवार ने बताया कि शहर के बीच में इस प्रकार से पेड़ काटने पर ना केवल हरियाली पर वार होगा बल्कि वायु प्रदूषण को रोकने वाले पेड़ों को काटने से शुद्ध वायु भी नहीं मिलेगी. ऐसे में प्रशासन के पार्किंग के नाम पर पेड़ काटने के इस फैसले का विरोध किया जाएगा. वहीं अनिल गोदारा ने कहा कि प्रशासन द्वारा पेड़ काटे गए तो कानूनी कार्रवाई का सहारा लेकर पेड़ काटने वाले अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया जाएगा.
वहीं स्कूल प्रिंसिपल नरेश कुमार पार्किंग और पेड़ काटने के मामले पर चुप्पी साधे हुए है. उनका कहना है कि पेड़ काटने की उनके पास विभाग से कोई जानकारी नही है और ना ही उन्हें ये पता है कि स्कूल मैदान में कितने पेड़ है.