टोंक. कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच लोग तमाम परेशानियों से जूझ रहे हैं. इस बीच कई लोग मानवता धर्म की पालना करते हुए मदद के लिए आगे आ रहे हैं. जिले के युवा भी जरूरतमंदों की मदद के लिए युवा प्लाज्मा हेल्पलाइन शुरू की है. युवा टोंक से जयपुर जाकर कोरोना पॉजिटिव मरीजो के लिए प्लाज्मा डोनेशन करते हैं. इस पहल को टोंक के चार युवाओं ने मिलकर किया है.
कोरोना से बिगड़ते हालात के बीच टोंक के अक्स फाउंडेशन के प्रशांत बैरवा, टोंक रियासत के मुशाहिर खुशरो एवं रेड डोनर क्लब ने मिलकर सीपीएच कोविड प्लाज्मा हेल्पलाइन मिशन शुरू किया है. संस्थापक रेड डोनर्स क्लब के ऋषभ विजयवर्गीय ने बताया कि पहले टोंक के लोगों का नि:शुल्क एंटीजन टेस्ट करवाया. उसके बाद जिन भी लोगों की एंटीजन टेस्ट में एंटीबॉडी आई. उन्हें जयपुर ले जाकर प्लाज्मा डोनेट करवाया. उन्होंने बताया कि 19 लोगों का एंटीजन टेस्ट करााया गया था. जिनमें से 8 व्यक्तियों के अंदर एंटीबॉडी पाई गई थी. इसमें चार लोगों ने जयपुर जाकर प्लाज्मा डोनेट किया है. ऋषभ विजयवर्गीय ने कहा कि 14 मई को फिर से टेस्ट करवा रहे हैं. इसमें जिन व्यक्तियों के एंटीबॉडीज पाई जाएगी, उनसे प्लाजमा डोनेट कराया जाएगा.
जिला कलेक्टर ने पंचायतों का किया दौरा
कोरोना संक्रमण के बढ़ते दायरे के बीच गांवों में बढ़ते कोरोना पॉजिटिव के आंकड़ों ने प्रशासनिक अधिकारियों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी है. इस बीच जिला कलक्टर चिन्मयी गोपाल ने टोंक पंचायत समिति की ग्राम पंचायत बरौनी,पराना एवं हथोंना का दौरा किया. उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वे टीमों की ओर से किए जा रहे डोर टू डोर सर्वे को गुणवत्तापूर्ण एवं प्रभावी बनाने के निर्देश दिए. जिला कलेक्टर ने ग्राम पंचायत स्तरीय कोर कमेटी की बैठक लेकर पंचायत की सर्वे टीमों की ओर से आईएलआई (खांसी ,जुकाम,बुखार ) के मरीजों की संख्या को सही ढंग से चिह्नित करने पर जोर दिया.
यह भी पढ़ें- सहकारी भूमि विकास बैंकों के किसानों को मिला राहत, एक मुश्त समझौता योजना की अवधि को 30 जून तक बढ़ाया
उन्होंने कहा कि आईएलआई के लक्षण वाले व्यक्तियों की समय पर स्क्रीनिंग होने पर उनका उपचार प्रारंभिक स्तर पर ही हो जाएगा. जिससे गंभीर लक्षणों की संभावना को कम किया जा सकेगा. जिला कलेक्टर ने कहा कि सर्वे के दौरान जिस भी व्यक्ति में आईएलआई के लक्षण दिखें उसे मेडिकल किट अवश्य दें. साथ ही व्यक्ति को दवा को लेने का तरीका भी सही ढंग से समझाएं. जिला कलक्टर ने ब्लॉक स्तरीय कमेटी के प्रभारी अधिकारियों को प्रतिदिन एक पंचायत के 15 घरों में बात कर ग्राम पंचायत स्तरीय कोर ग्रुप कमेटी के कार्यों की मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए. जिला कलक्टर ने ब्लॉक स्तरीय कमेटी की ओर से कार्य में बऱती जा रही लापरवाही पर नाराजगी प्रकट की. उन्होंने कहा कि यदि कार्यप्रणाली में सुधार नहीं किया गया तो अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी