टोंक. सचिन पायलट आज प्रदेश के मुख्यमंत्री होते अगर विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद ही उन्होंने ये कदम उठा लिया होता, जो अब उठाया है. ये कहना है गुर्जर नेता और टोंक सवाई माधोपुर से बीजेपी के सांसद सुखबीर सिंह जौनापुरिया का. ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने कहा कि राजस्थान में जारी सियासी संकट के बीच 26 दिनों से सरकार होटलों की बाड़ेबंदी में जयपुर से लेकर मानेसर और अब जैसलमेर के होटल में कैद है.
गुर्जर नेता बीजेपी सांसद सुखबीर सिंह जौनापुरिया ने कहा कि सचिन पायलट को देश की जनता के सामने आना चाहिए और खुलासा करना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर अब पायलट वापस कांग्रेस में जाते हैं, तो उनको पहले जैसा सम्मान नहीं मिल पाएगा. इस लिए जो भी फैसला पायलट करें जल्दी करें. जिससे राजस्थान की जनता को कोरोना के इस संकट में राहत मिल सके.
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राजस्थान में जारी सियासी महासंग्राम पर उन्होंने कहा कि यह सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच कांग्रेस की घर की लड़ाई है. इससे वह खुद निपटे और सचिन पायलट ने जो कदम उठाया है अगर वह वापस पीछे हटते हैं, तो देश के 10 करोड़ गुर्जरों का अपमान होगा.
गुर्जर नेता और सांसद सुखबीर सिंह जौनपुरिया एक दिवसीय टोंक प्रवास पर थे. इस दौरान उन्होंने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत बार-बार भाजपा पर राजस्थान की कांग्रेस सरकार को गिराने का आरोप लगा रहे हैं. यह बिल्कुल निराधार है, ना तो भाजपा की और ना ही प्रधानमंत्री मोदी की भावना है कि किसी भी सरकार को गिराया जाए. उन्होंने कहा कि जो सरकार चुनकर आई है वह अपना कार्यकाल पूरा करे. उन्होंने कहा कि भाजपा के पास राजस्थान में बहुमत नहीं है, तो हम सरकार नहीं बनाऐंगे.