टोंक. बजरी माफिया बजरी के अवैध खनन के लिए तरह तरह के नए तरीके खोजते रहते हैं. बजरी माफिया सफेद सोना बनास की बजरी से ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमाना चाहते हैं. इसी वजह से बजरी माफिया अब डंपर, ट्रैक्टर-ट्रॉली की हाइट बढ़ा कर बजरी का अवैध खनन कर रहे हैं. इस पर लगाम के लिए गठित एसआईटी टीम ने पीपलू क्षेत्र में ऐसे ही 9 बजरी से भरे डंपरों को पकड़ा जिनमें ज्यादा बजरी भरने के लिए डंपरों की हाइट तक बड़ा दी गई थी. जब्त करने के बाद एसआईटी की टीम ने इन डंपरों की हाइट कटवाई.
बनास नदी से ज्यादा से ज्यादा अवैध बजरी का कारोबार करने के लिए बजरी माफिया ने डंपरों की ऊंचाई बढ़ा दी थी. जिससे डंपरों में ज्यादा से ज्यादा बजरी भरी जा सके. लेकिन अब ऐसे वाहनों की खैर नहीं है. पीपलू एसआईटी टीम की ओर से 207 एमवी एक्ट में जप्त किए गए डंपरों की ओवर बॉडी को परिवहन विभाग ने कटवाने की कार्रवाई की हैं. पीपलू थाने के बाहर ऐसे 9 डंपर हैं, जिनकी बॉडी में चारों ओर से लोहे की प्लेट जोड़कर ऊंचाई बढ़ाई हुई थी.
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उपखंड अधिकारी डॉ. लक्ष्मीनारायण बुनकर, डिप्टी रामगोपाल बसवाल, थानाधिकारी रामअवतार चौधरी की मौजूदगी में डीटीओ डॉ. सज्जन कुमार ने पहुंचकर डंपरों की ओवर बॉडी को मिस्त्री बुलवाकर गैस कटर से कटवाया. एसडीएम डॉ. लक्ष्मीनारायण बुनकर ने बताया कि 7 मई को झिराना, पासरोटिया, निमेड़ा मार्ग पर अवैध बजरी खनन और परिवहन की रोकथाम को लेकर कार्रवाई के दौरान 9 डंपर को 207 एमवी एक्ट में जप्त किया गया था. यह सभी डंपर अवैध बजरी परिवहन करने में प्रयुक्त होते हैं.