टोंक. आरएलपी सुप्रीमो ओर नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल ने आज राजस्थान में बजरी लीज धारकों ओर बजरी माफियाओ के खिलाफ जारी अपने आंदोलन की 9वीं रैली किसान रैली ओर हल्लाबोल प्रदर्शन के साथ किया. इस रैली के बाद आंदोलन को गति देने के लिए उन्होंने वाहनों के काफिले के साथ राजधानी जयपुर कूच किया. इससे पहले मंच से अपने भाषण में बेनीवाल ने कहा कि बजरी माफिया मेघराज सिंह कांग्रेस और बीजेपी दोनों सरकारों को अपनी जेब मे लेकर घूमता है. वहीं उन्होंने सचिन पायलट को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा कि सचिन पायलट नई पार्टी बनाते हैं तो RLP उनका समर्थन करेगी. वह दोनों पार्टियों को 125 विधायक मिलेंगे परंतु लगता है सचिन पायलट अब थक गए हैं लेकिन हनुमान बेनीवाल थकने वाला नहीं है.
हनुमान बेनीवाल ने कहा कि जोधपुर गैंगरेप मामले में बीजेपी कुछ नहीं बोली, क्योंकि राजस्थान में अशोक गहलोत और वसुंधरा राजे एक हैं. राजस्थान में माफिया बीजेपी और कांग्रेस के राज में पनपा है. मंच से उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से पूछा कि आखिर निरंजन आर्य की पत्नी संगीता आर्य और मंजू शर्मा पर भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कौन करेगा. यह मुद्दा बीजेपी क्यों नहीं उठाती है जबकि कांग्रेस के ज्यादातर नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे पर बीजेपी विरोध नहीं कर रही है. सांसद हनुमान बेनीवाल ने हल्ला बोल प्रदर्शन में कहा कि टोंक में बजरी का मामला लोकसभा में उठाउंगा. बजरी के मामले की ईडी से जांच होनी चाहिए. बेनीवाल ने राजस्थान सरकार के सामने रखी विभिन्न मांगें. जिसमें प्रमुख मांगें है प्रदेश में बजरी की लीज निरस्त करे, बजरी की दर कम करने और दर्ज मुकदमों में कार्रवाई आदि.
वहीं किसान रैली के बाद हनुमान बेनीवाल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि राजस्थान में बजरी माफिया कांग्रेस-भाजपा को जेब में लेकर घूम रहा है. बजरी माफिया ने टोंक में शंकर मीणा की हत्या की. प्रदेश के कई जिलों में हत्याएं हो चुकी हैं, पुलिस के जवानों को कुचलने की कोशिशें कई बार हो चुकी हैं. बजरी माफिया कहता है कि दोनों पार्टियां मेरी जेब में हैं. मैं चाहूं तो राज्यसभा में जा सकता हूं. एमएलए एमपी बन सकता हूं. मैं कलेक्टर और एसपी अपनी मर्जी से लगवा सकता हूं. टोंक से लेकर बाड़मेर तक नदी नाले 20-20 फीट तक खोद दिए गए हैं. अपराध सिर चढ़कर बोल रहा है. इसके गुंडे दूसरे राज्यों से आकर यहां अपराध करते हैं. आरएलपी अकेली पार्टी है जो उसके विरूद्ध आवाज़ उठा रही है.
पढ़ें हनुमान बेनीवाल को चाकसू में रोका, समर्थकों ने की नारेबाजी, वार्ता में बनी सहमति
हमारा मुद्दा है कि प्रदेश की जनता को सस्ती दरों पर बजरी मिले, बजरी का ठेका ख़त्म हो, नियमविरूद्ध बजरी दोहन करने पर पेनल्टी लगे और नदी बनास का ड्रोन व मेनुअल सर्वे हो. ये सब जांच होनी चाहिये. ये हमारी नवीं दसवीं रैली है. अब हम जयपुर कूच कर रहे हैं और वहां सरकार से बात करेगें. बजरी माफिया से हमारी आर पार की लड़ाई है. ईडी को लेकर भी हम जयपुर में घेराव करेगें. मैं यह मुद्दा लोकसभा में भी उठाने वाला हूं. ईडी के विरूद्ध भी जांच होनी चाहिए. पायलट मज़बूत नेता नहीं हैं. हमने उनका साथ दिया लेकिन वे टांय टांय फिस्स हो गये. मुख्यमंत्री गहलोत अपनी सरकार व भ्रष्टाचारियों को बचाने में जुटे हुए हैं. भाजपा मौन है. वह भी भ्रष्टाचार में लिप्त है.
पढ़ें RLP Halla Bol in Tonk : बजरी माफिया काँग्रेस-भाजपा को अपनी जेब में लेकर घूम रहा है : हनुमान बेनीवाल
मुख्यमंत्री गहलोत ने साफ कह दिया है कि राजे व कैलाश मेघवाल ने उनकी सरकार को बचाया. गहलोत ने भी तोहफे में शाहपुरा जिला बना दिया. मुख्यमंत्री ने अपनी ही पार्टी के विधायकों पर पैसे लेकर सरकार गिराने की बात कही. अब जब दोनों ही मिल गए तो रखवाली कौन करेगा लिहाजा आरएलपी ये सब मुद्दे उठा रही है. भाजपा भ्रष्टाचार की जननी है. हम अपराधियों के ख़िलाफ हैं. जोधपुर में दलित लड़की के साथ गैंगरेप में एबीवीपी के नेता का नाम आने के बाद भाजपा चुप है. क्या ऐसे मुद्दे पर भी क्या इस तरह का रवैया अपनाया जाना चाहिए. जिला प्रशासन के पास कुछ भी सामान नहीं है. कलेक्टर की कार की डिक्की में बिस्किट भुजिया हैं. इसके अलावा कुछ भी नहीं है. आरएलपी 2023 का विधानसभा व लोकसभा चुनाव 2024 अपने दम पर लड़ेगी.