जयपुर: महाशिवरात्रि पर इस बार मीट की दुकानें बंद रहेंगी. हेरिटेज नगर निगम ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं. साथ ही शहर भर के शिवालयों के बाहर विशेष साफ-सफाई और रोशनी की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए गए हैं. इस बार मंदिरों में गोबर से बने दीपक वितरित करा कर दीपोत्सव मनाया जाएगा.
प्रयागराज से लाया जल होगा अर्पित : छोटी काशी बुधवार को हर-हर बम-बम के जयकारों से गूंज उठेगी. यहां छोटे- बड़े तमाम शिवालियों में भक्त अपने भगवान को रिझाने के लिए पहुंचेंगे. महाशिवरात्रि पर्व पर इस बार करीब डेढ़ सौ साल बाद विशेष संयोग भी बना रहा है. जिस तरह 1873 में महाशिवरात्रि पर्व पर सूर्य, बुध और शनि एक साथ कुंभ राशि में रहे थे. ठीक उसी तरह के अद्भुत संयोग इस बार भी बन रहे हैं. ऐसे में बुधवार को जयपुर में व्रत, जलाभिषेक, महामृत्युंजय जाप और धार्मिक आयोजनों का दौर चलेगा. जयपुर के सभी प्रमुख शिवालयों ताड़केश्वर महादेव, झारखंड महादेव, अंबिकेश्वर, रोजगारेश्वर महादेव, चमत्कारेश्वर महादेव और जागेश्वर महादेव सहित सभी शिवालयों में श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है. वहीं इस बार भक्त प्रयागराज से लाए जल को भी भगवान भोलेनाथ को अर्पित करेंगे.
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बंद रखी जाएगी मीट और मछली की दुकानें : आस्था के इस ज्वार के बीच किसी तरह का विघ्न न आए और श्रद्धालुओं को कोई परेशानी ना हो इसके मद्देनजर पुलिस प्रशासन और निगम प्रशासन भी तत्पर नजर आ रहा है. यहां प्रमुख शिवालयों के बाहर बैरिकेडिंग करते हुए श्रद्धालुओं को अपने भगवान के दर्शन करने की विशेष व्यवस्था की जा रही है. वहीं हेरिटेज निगम महापौर कुसुम यादव की ओर से क्षेत्र में मीट की दुकानों को बंद रखने के भी निर्देश दिए गए हैं.
शिवालयों में वितरित किए जाएंगे दीपक, मनाया जाएगा दीपोत्सव : ग्रेटर निगम महापौर सौम्या गुर्जर ने भी क्षेत्र में मीट की दुकानें बंद रखने के निर्देश दिए हैं. साथ ही सभी शिवालयों में भक्तों को दीपोत्सव मनाने के लिए दीपक भी वितरित किए जाएंगे. इसके साथ ही प्रमुख शिव मंदिरों के आस-पास साफ-सफाई, रंगोली की व्यवस्था, प्रमुख शिव मंदिरों में अस्थाई लाइट व्यवस्था, समुचित प्रकाश व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए बंद रोड लाइटों को तुरंत ठीक करवाने और आवश्यकतानुसार नई लाइटें लगवाने के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. उन्होंने मंदिरों के आवागमन मार्गों पर आवश्यक मरम्मत करवाने के भी निर्देश दिए हैं.