टोंक. कांग्रेस नेता सचिन पायलट बुधवार को दो दिवसीय दौरे पर टोंक पहुंचे. इस दौरान सचिन पायलट ने राजस्थान में सरकार रिपीट होने का दावा करते हुए केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि जो जनता के बीच रहता है वही जनता के दिलों पर राज करता है. वहीं, रेल के मुद्दे को लेकर सवाल करने पर पायलट ने कहा कि ये केंद्र सरकार के अंडर आता है.
प्रेस की स्वतंत्रता को दबाने की कोशिश : पत्रकारों से एजेंसियों की पूछताछ को लेकर सचिन पायलट ने कहा कि यह प्रेस की स्वतंत्रता को दबाने की कोशिश है. केंद्र की भाजपा अब देश के माहौल से डर रही है. पत्रकारों को दबाने की कार्रवाई की गई, ये निंदनीय है. प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोलते हुए पायलट ने कहा कि पीएम बार-बार राजस्थान आ रहे हैं. यहां आकर भले ही वो कई घोषणाएं कर दें, लेकिन ईआरसीपी (पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना) जैसे ज्वलंत मुद्दों पर वह नहीं बोलते हैं. भाजपा की आपसी खींचतान जारी है. कांग्रेस पार्टी आज बड़े समन्वय के साथ आगे बढ़ रही है. पिछले सालों में जो बहुमत नहीं मिला है, उससे ज्यादा बहुमत से हम सरकार बनाएंगे.
मुकाबला कांग्रेस और भाजपा में : भाजपा की ओर से दिल्ली सांसद रमेश बिधूड़ी को टोंक प्रभारी बनाए जाने के सवाल पर सचिन पायलट ने कहा कि यह भाजपा का निजी मामला है. जनता सब समझती है. राजस्थान में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा में होता है. छोटे दल पहले भी चुनाव लड़ते थे, आगे भी लड़ेंगे. राजस्थान में कांग्रेस, भाजपा की चुनावी रणनीति से बहुत आगे है. राजस्थान में भाजपा 4.5 सालों से सो रही थी, चुनाव आते ही एक्टिव हो गई. अब जनता परिवर्तन चाहती है. चार राज्यों में आगामी चुनावों में भाजपा की हार होगी. जनता तय करेगी कि किसको वोट डालना है, किसको नहीं. कांग्रेस जीतने वालों को ही टिकट देगी. यहां तेरा-मेरा नहीं चलेगा. जिताऊ को टिकिट देंगे.
रेल केंद्र का मुद्दा : टोंक-सवाई माधोपुर सांसद सुखबीर जौनापुरिया पर भृष्टाचार के आरोपों पर पायलट ने कहा कि चुनाव के समय आरोप लगाना आम बात है. रेल के मुद्दे को लेकर उन्होंने कहा कि ये केंद्र सरकार के अंडर आता है. जब हम केंद्र सरकार में थे, तब पूरी कार्रवाई की थी. केंद्र सरकार ने जो बेरुखी दिखाई है, उसका जवाब जनता देगी. टोंक पहुंचने पर सचिन पायलट का जोरदार स्वागत किया गया. यहां पायलट ने किसान के साथ ट्रेक्टर चलाया. टोंक में ग्रामीण क्षेत्र के दौरे के बाद अरनिया माल में सभा को संबोधित किया.