टोंक. राजस्थान में इसी साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होना है. ऐसे में भाजपा लगातार राज्य की लचर कानून व्यवस्था को लेकर गहलोत सरकार पर हमलावर है. वहीं, जिले की धार्मिक नगरी डिग्गी में महंत सियाराम दास की हत्या के मामले को लेकर भी भाजपा मौजूदा गहलोत सरकार पर निशाने साध रही है. इसी कड़ी में शुक्रवार को आयोजित महंत की श्रद्धांजलि सभा में शामिल होने के लिए भाजपा की तीन सदस्यीय टीम डिग्गी आ रही है. इस टीम पार्टी के फायरब्रांड नेता व अलवर के सांसद बालकनाथ भी शामिल हैं. वहीं, फिलहाल तक पुलिस इस मामले में कोई खुलासा नहीं कर सकी है. ऐसे में श्रद्धांजलि सभा के बाद आगे आंदोलन की रूपरेखा भी तय की जा सकती है.
भाजपा की तीन सदस्यीय टीम में अलवर सांसद महंत बालकनाथ के अलावा सांसद सुमेधानंद सरस्वती और सांसद सुखबीर सिंह जौनपुरिया शामिल हैं. हालांकि, दो दिन पहले ही सांसद सुमेधानंद सरस्वती और सांसद सुखबीर सिंह यहां का दौरा कर चुके हैं. दरअसल, डिग्गी में दो दिन पहले ही बुधवार को मंदिर में महंत की हत्या की घटना सामने आई थी. वहीं, घटना के विरोध में आक्रोशितों ने बाजार बंद कर हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग की थी. भले ही इस मामले में पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की हो, लेकिन अब तक इस हत्याकांड का खुलासा नहीं हो सका है.
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93 साल के महंत सियाराम दास करीब 45 वर्षों से डिग्गी में रहकर मंदिर में पूजा पाठ करते थे. बीते बुधवार को महंत की हत्या हो गई, जिसके बाद पुलिस ने एफएसएल टीम को मौके पर बुलाकर साक्ष्य भी एकत्र किए थे. बावजूद इसके अब तक मामले का खुलासा नहीं हो सका है. वहीं, पुलिस अधीक्षक राजश्री राज ने उक्त मामले में कहा था कि घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र किए गए हैं. ऐसे में उनकी कोशिश होगी कि जल्द से जल्द हत्यारों को गिरफतार किया जाए.
सांसद सुखबीर सिंह जौनपुरिया ने कही थी ये बात - इस घटना के बाद सांसद सुखबीर सिंह जौनापुरिया ने राज्य की गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि राजस्थान में कोई भी सुरक्षित नहीं है. राज्य सरकार कानून व्यवस्था के मामले में पूरी तरह से नाकाम हो चुकी है और यहां भ्रष्टाचार चरम पर है.