टोंक. राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में इस बार भी टोंक विधानसभा सीट हॉट सीट बनती दिख रही है. पायलट खुद कहते हैं कि इस सीट पर पूरे देश की नजर है. अब तक भाजपा ने भले ही टोंक पर पायलट के सामने अपने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है, लेकिन आम आदमी पार्टी से लेकर आजाद पार्टी, एसडीपीआई, AIMIM सहित कई पार्टियां टोंक में चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी हैं. टोंक में आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष की मौजूदगी में रविवार रात कई लोगों ने बाहरी प्रत्याशी के खिलाफ आवाज उठाते हुए आम आदमी पार्टी की सदस्यता ली. यह आयोजन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व पार्षद मुन्ना केसरी के यहां आयोजित हुआ.
पायलट ने टोंक की उपेक्षा की : टोंक में अल्पसंख्यकों और कांग्रेस से जुड़े कई कार्यकर्ताओं में सचिन पायलट के खिलाफ आक्रोश देखने को मिल रहा है. इसी का नतीजा है कि एक दर्जन से अधिक कांग्रेसी नेता अब तक कांग्रेस के कार्यक्रमों और बैठकों से नदारद हैं. वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व पार्षद मुन्ना केसरी के निवास पर आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेन्द्र केडिया की मौजूदगी में दो दर्जन से अधिक लोगों को दुप्पट्टा और टोपी पहनाकर आप की सदस्यता ग्रहण करवाई गई. इस दौरान सभी वक्ताओं ने टोंक में बाहरी प्रत्याशियों के विरोध में बात कही. वहीं, सचिन पायलट की ओर से क्षेत्र की उपेक्षा और टोंक से दूरी पर उन्होंने सवाल खड़े किए.
किसी स्थानीय को उतारेगी आप : आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेन्द्र केडिया ने सचिन पायलट के सामने अपना उम्मीदवार उतारने के सवाल पर कहा कि पार्टी किसी स्थानीय को टोंक में और जोधपुर में अशोक गहलोत के सामने उम्मीदवार बनाएगी. पार्टी पूरे जोर-शोर से ये चुनाव लड़ेगी, क्योंकि राजस्थान की जनता के सामने हमारा लक्ष्य एक विकल्प देना है. उन्होंने टोंक में आम आदमी पार्टी की सदस्यता लेने वालों का स्वागत किया और पार्टी की विचारधारा के अनुकूल कार्य करने के लिए प्रेरित किया.
सचिन पायलट बाहरी उम्मीदवार : वहीं, आम आदमी पार्टी की सदस्यता ग्रहण करवाने के लिए आगे आए कांग्रेसी नेता मुन्ना केसरी ने कहा कि सचिन पायलट बाहरी उम्मीदवार है, जिन्हें टोंक की कोई परवाह नहीं है. कोरोना काल सहित पूरे पांच साल अल्पसंख्यकों और टोंक की जनता पर जुल्म होते रहे पर जनता की परवाह करने वाला कोई नहीं था. इसलिए हम स्थानीय उम्मीदवार कर रहे हैं.
पायलट 31 को करेंगे नामांकन : राजस्थान में आज सोमवार से नामांकन प्रकिया शुरू होगी. ऐसे में देखना होगा कि टोंक में सचिन पायलट के खिलाफ लोगों की नाराजगी किस हद तक जाती है और सचिन पायलट के 31 तारीख को नामांकन जुलूस में कितनी भीड़ जुट पाती है. टोंक में चर्चाओं का बाजार गर्म है कि बीजेपी यहां से एक बड़े स्थानीय अल्पसंख्यक या स्थानीय उद्योगपति को चुनावी मैदान में पायलट के सामने उतार सकती है.