टोंक. शहर में पहले 22 मार्च को जनता कर्फ्यू और उसके बाद लॉकडाउन और अब पिछले 6 दिनों से जारी कर्फ्यू ने गरीब और जरूरतमंदों के सामने दो वक्त की रोटी का संकट पैदा कर दिया है.
यही कारण है कि टोंक शहर में कोरोना के 20 पॉजिटिव मरीज सामने आने के बाद अब लोगों को अपनी जान से कही ज्यादा चिंता पेट की भूख मिटाने की हो रही है. ऐसे में बैंक से पैसा निकालने के लिए महिलाओं की लंबी कतारें सड़कों पर लगी है.
टोंक शहर में मंगलवार को शहर की सड़कों पर महिलाओं की लंबी कतारें लगी थी और पैसा निकालने आई महिलाओं से जब ईटीवी भारत ने बात की तो सबके मुंह से यही निकला कि जीवन में इतना लंबा कर्फ्यू कभी नहीं देखा है.
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ऐसे में हम कर्फ्यू और कोरोना से तो भले ही लड़ लेंगे पर पेट की भूख से कैसे लड़े, मोदी जी और राजस्थान सरकार को चाहिए कि वह हमारे बच्चों के लिए दो वक्त की रोटी का इंतजाम करवाए.
बता दें कि टोंक में कोरोना के 7 दिनों में 20 पॉजिटिव मामले सामने आने के बाद अब लोगों के सामने संकट बढ़ता जा रहा है और बैंक आकर पैसा निकालने के लिए महिलाओं को लोग घरों से भेज रहे है.
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एक ओर जहां शहर की गली-मोहल्लों से लेकर बाजार तक पुलिस का पहरा है, तो वहीं बैंकों के बाहर महिलाओं की कतारें और पैसे के लिए तपती धूप में इंतजार उनकी मजबूरी की कहानी को बताता है. अब टोंक में कोरोना पॉजिटिव की बढ़ती तादाद लोगों के लिए चिंता का विषय है और अब जो पैसा बैंकों में है, उसे लोग अपने पास रखकर दो वक्त की रोटी के इंतजाम करना चाहते है.