टोंक. जिले के मालपुरा में हर साल निकाली जाने वाली कांवड़ यात्रा इस साल नही निकलेगी. हिन्दू संगठन और कांवड़ (Hindu organizations postponed Kanwar Yatra in Tonk) यात्रा समिति ने प्रशासन की ओर से बदले गए रूट का विरोध करते हुए कांवड़ यात्रा को निरस्त कर दिया है. उन्होंने राज्य सरकार पर तुष्टिकरण का आरोप लगाया है. कांवड़ यात्रा समिति ने पारंपरिक रास्ते से कांवड़ यात्रा निकालने की अनुमति नहीं मिलने के बाद यात्रा को ही निरस्त कर दिया है. यात्रा समिति से जुड़े लोग प्रशासन के रवैये से खफा हैं. वहीं भाजपा ने राज्य सरकार पर तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप लगाया है.
एक अगस्त को निकलने वाली कांवड़ यात्रा को लेकर प्रशासन व पुलिस विभाग एक महीने से तैयारी कर रही है. प्रशासन की ओर से दो दिन के लिए नेट भी बंद कर दिया गया. जानकारी के मुताबिक मालपुरा में निकाली जाने वाली कांवड़ यात्रा के दौरान 2018 में कांवड़ियों से मारपीट और हिंसा हुई थी. इसके बाद इस साल के कांवड़ यात्रा को लेकर प्रशासन अलर्ट पर था. स्थानीय प्रशासन ने कांवड़ यात्रा को निर्धारित किए गए रूट से निकालने के आदेश जारी कर दिए. साथ ही नया मार्ग भी तैयार करवा दिया है. वहीं यात्रा को लेकर सोशल मीडिया पर अफवाह रोकने के लिए मालपुरा ओर टोडारायसिंह में दो दिन के लिए इंटरनेट भी बंद किया है. लेकिन कांवड़ यात्रा समिति ने बदले हुए रास्ते से यात्रा निकालने से इंकार कर दिया है.
जनता के आग्रह को प्रशासन ने नहीं स्वीकारा: बीसलपुर से मालपुरा आने वाली कांवड़ यात्रा के संयोजक विकास शर्मा ने कहा कि पारंपरिक रास्ते से कांवड़ यात्रा की अनुमति के लिए प्रशासन को लगातार ज्ञापन दिए गए. लेकिन प्रशासन नए मार्ग से यात्रा निकालने की सशर्त अनुमति दी है. इसलिए यात्रा स्थगित कर दी है. वहीं इस मामले में भाजपा भी हमलावर हो गई है. भाजपा जिलाध्यक्ष राजेंद्र पराना ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राजस्थान सरकार के किए कृत्य तुष्टिकरण की पराकाष्ठा है. स्टेट हाइवे से वर्षों से निकलने वाली कांवड़ यात्रा का मार्ग बदला गया. मालपुरा की धर्मप्रेमी जनता के आग्रह को प्रशासन ने स्वीकार नहीं किया. इस पर विरोध प्रकट करते हुए मालपुरा की जनता ने और कांवड़ यात्रा समिति ने कार्यक्रम ही निरस्त कर दिया. इसकी लिखित सूचना प्रशासन को दी.
वहीं, जिला प्रशासन से लेकर स्थानीय प्रशासन और पुलिस विभाग ने साफ कर दिया है कि प्रशासन के लिए कानून व्यवस्था बनाए रखना प्राथमिकता है. कांवड़यात्रा की सुरक्षा के लिए नई सड़क तैयार कर दी गई है. इसी परिवर्तन मार्ग से कांवड़ यात्रा निकालने की स्वीकृति दे दी गई है. सुरक्षा व शांति के सभी माकूल इंतजाम किए गए हैं. यात्रा निरस्त करना समिति और लोगों के अधिकार क्षेत्र का मामला है, प्रशासन ने अपनी तरफ से पूरी तैयारी की है.