टोंक. जिले के पीपलू कस्बे में एसीबी ने रिश्वतखोरों के खिलाफ शिकायत पर कार्यवाही (Tonk ACB in Action) करते हुए सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के बैंक मैनेजर व दलाल (अस्थाई कर्मचारी) को 8 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया. रिश्वत की यह राशि केसीसी की राशि बढ़ाने की एवज में किसान से खर्चा-पानी के लिए मांगी गई थी.
टोंक जिले में एक सप्ताह के भीतर दूसरी बार रिश्वतखोरों पर एसीबी का शिकंजा कसा है. आज मंगलवार को एसीबी टोंक की टीम ने पीपलू सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के बैंक मैनेजर रामखिलाड़ी मीणा और दलाल आनंद जैन को आठ हजार रुपए की रिश्वत के आरोप में गिरफ्तार किया है. उनके पास से राशि बरामद कर ली है.
एएसपी (एसीबी) आहद खान ने बताया कि परिवादी हरिपुरा (पीपलू) निवासी गिरीराज स्वामी ने मंगलवार को टोंक एसीबी कार्यालय में आकर शिकायत की थी कि पीपलू सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के बैंक मैनेजर रामखिलाड़ी मीणा और उसके सहयोगी दलाल (डेली बेसेस कर्मचारी) आनंद जैन ने केसीसी की राशि बढ़ाने के लिए खर्चा-पानी के नाम पर 10 हजार रुपए की मांग की. मामले का सत्यापन करवाया तो आरोपी बैंक मैनेजर व अस्थाई कर्मचारी की ओर से रिश्वत की राशि मांगना सही पाया गया.
इसके बाद ट्रेप की कार्यवाही को अंजाम देने के लिए जाल बिछाया गया और सवाईमाधोपुर निवासी बैंक मैनेजर रामखिलाड़ी मीणा और पीपलू निवासी अस्थायी बैंक कर्मचारी (डेलीवेज) आनंद जैन को बस स्टेंड से 8 हजार रुपए रिश्वत की राशि लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया. आरोपियों के आवास व अन्य ठिकानों पर एसीबी की ओर से तलाशी की जा रही है.
7 दिन में दूसरी और साल की 12वीं कार्यवाही...
एसीबी टोंक की टीम की ओर से इस साल भ्रष्टाचारियों के खिलाफ लगातार कार्यवाही की जा रही है. सप्ताह में यह दूसरा मामला है जब रिश्वतखोरो को उनके अंजाम तक पहुंचाया गया है. एसीबी टीम की ओर से पिछले एक साल में यह 12वीं कार्यवाही है.