टोंक. भीलवाड़ा से प्रयागराज में गंगा स्नान के लिए निकली भगवान हनुमान की विशाल प्रतिमा टोंक पहुंची. टोक पहुंचने पर बजरंग दल और धर्मप्रेमियों ने फूल मालाओं से स्वागत किया. साथ ही भगवान हनुमान की 28 फिट विशाल प्रतिमा को देखने के लिए श्रद्वालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी.
बता दें कि भगवान हनुमान की प्रतिमा 64 टन वजनी और 28 फिट लम्बी है. यह प्रतिमा 21 सौ किलोमीटर का प्रयागराज तक का सफर एक माह में तय करके वापस भीलवाड़ा लौटेगी. उसके बाद इस प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की जायेगी. जब बुधवार को भगवान हनुमान की 28 फिट विशाल प्रतिमा टोंक के पक्के बंधे पर पहुंची तो बजरंग दल कार्यकर्ताओं और धर्मप्रेमियों ने फूल मालाओं से स्वागत किया.
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यह यात्रा भीलवाड़ा से चित्तौडगढ़, बिजौलिया, कोटा से झांसी होते हुए प्रयागराज में गंगा स्नान करके वापस भीलवाड़ा लौट रही है. भगवान हनुमान की 28 फिट विशाल प्रतिमा 9 मार्च को भीलवाड़ा पहुंचेगी. उसके बाद भीलवाड़ा के पास ही इस प्रतिमा की स्थापना की जायेगी. 40 लाख रूपये की लागत से इस प्रतिमा को बनाया गया है.
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भगवान हनुमान की 28 फिट की विशाल प्रतिमा चार साल पहले दौसा जिलें के सिकंदरा से लाई गई थी. इस प्रतिमा को मंगलपुरा स्थित हाथीभाटा आश्रम में रखवाया गया था. यात्रा से पूर्व प्रतिमा का रंगरोगन करवाया गया और रथ से संकटमोचन हनुमान मंदिर लाया गया और श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ के लिए रखा गया.
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यात्रा गंगापुर, नाथद्वारा, चित्तौडगढ़, झांसी होते हुए प्रयागराज पहुंची जहां गंगा-जमुना-सरस्वती के संगम पर स्नान कराया गया. प्रयागराज में स्नान कराने के बाद भगवान हनुमान की 28 फिट विशाल प्रतिमा वापस भीलवाड़ा के लिए रवाना हुई.