श्रीगंगानगर. राजस्थान सरकार के एक आदेश ने नवनियुक्त पद स्थापित अध्यापकों की नींद उड़ा दी है. सरकार के आदेश से परेशान नवनियुक्त तृतीय श्रेणी अध्यापकों ने अब सरकार के इस आदेश के खिलाफ आंदोलन पर जाने का एलान किया है. इसी क्रम में नवनियुक्त अध्यापकों ने अपने परिजनों के साथ मिलकर गुरुवार को शिक्षा मंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर आदेश को निरस्त करने की मांग की है.
दरअसल शिक्षा विभाग ने 3 जुलाई को सटाफिंग पैटर्न लिस्ट जारी करते हुए हाल ही में नियुक्त तृतीय श्रेणी अध्यापक लेवल-2 को सटाफिंग पैटर्न के अंतर्गत दूरस्थ स्थान पर पोस्टिंग देने का आदेश जारी किया है. शिक्षा विभाग और सरकार के इस आदेश से हाल ही में नियुक्त हुए शिक्षकों में भारी रोष व्याप्त है.
अक्टूबर 2018 में श्रीगंगानगर जिले में 93 तृतीय श्रेणी अध्यापकों की नियुक्ति मेरिट के आधार पर खाली स्थान दिखाकर शिक्षकों की जिले में भर्ती की गयी थी, लेकिन 9 माह बाद ही नवनियुक्त शिक्षकों को शिक्षा विभाग द्वारा दूरस्थ स्थान पर भेजने का आदेश जारी कर दिया है. जिसके खिलाफ अब शिक्षक आक्रोशित नजर आ रहे हैं, यही नहीं शिक्षकों का कहना है कि उन्हें 9 माह के दौरान ही तृतीय श्रेणी शिक्षक लेवल 2 से तृतीय श्रेणी शिक्षक लेवल वन पर लगा दिया है, जिससे अनेक विसंगतिया पैदा हो रही है. ऐसे में इसमे सुधार किया जाए और शिक्षकों से उनके पद के अनुरूप ही अध्यापन कार्य करवाया जाए.. वहीं सटाफिंग पैटर्न से खाली हुए स्कूलो में दूसरे विषयों के अध्यापको द्वारा पढ़ाने से विधार्थियो को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा.