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श्रीगंगानगरः खेतों में कचरा जाने से नाराज ग्रामीणों का प्रदर्शन, नगरपरिषद को डंप प्वाइंट पर कचरा फेंकने से रोका - Villagers protest against dumping of garbage

श्रीगंगानगर में नगर परिषद की ओर से कचरा संग्रहित करने के लिए 6 जेड गांव में बनाए गए डंप प्वाइंट पर कचरा डालने का ग्रामीणों ने विरोध किया. परिषद की ओर से डाला जा रहा कचरा बिखर कर खेतों में जा रहा है, जिससे नाराज ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया.

कचरा डालने का ग्रामीणों ने किया विरोध,Sriganganagar News
डंप प्वाइंट पर कचरा डालने का विरोध
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Published : Dec 25, 2019, 7:03 PM IST

श्रीगंगानगर. नगर परिषद की ओर से शहर में कचरा संग्रहित करने के लिए 6 जेड गांव में डंप प्वाइंट बनाया गया है. लेकिन इस डंप प्वाइंट पर कचरा फेंकने का विरोध किया जा रहा है. परिषद की ओर से कचरा डालने पर बुधवार को ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन कर जमकर नारेबाजी की. ग्रामीणों का कहना है, कि परिषद की ओर से डाला जा रहा कचरा बिखर कर खेतों में जा रहा है.

डंप प्वाइंट पर कचरा डालने का विरोध

ग्रामीणों ने बुधवार को डंप प्वाइंट पर नगर परिषद को कचरा नहीं डालने दिया. सूचना मिलने पर नगर परिषद के अधिशासी अभियंता सहित अनेक अधिकारी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से समझाइश का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण नहीं माने. बता दें, कि नगर परिषद के कर्मचारी कचरे से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर 6 जेड गांव में डंप साइट पर पहुंचे, जहां पर ग्रामीणों ने उनका विरोध किया और नारेबाजी की.

पढ़ें- राजधानी के 680 संस्थान रोजाना निकाल रहे 100 किलो कचरा, निगम के थमाये नोटिसों का भी नहीं हो रहा असर

ग्रामीणों का कहना है, कि 4 महीने पहले गांव वासियों और जिला प्रशासन का समझौता हुआ था. इसमें 3 महीने का समय मांगा गया था, लेकिन 4 महीने बीतने के बाद भी कचरे को 6 जेड गांव में डाला जाना बंद नहीं हुआ है. उन्होंने कहा, कि जिला कलेक्टर ने नेतेवाला गांव से संबंधित विवाद को जनसुनवाई में लेकर उसका 3 महीने में निस्तारण करने का आश्वासन दिया था, लेकिन इस मामले में प्रशासन अपना वादा पूरा नहीं कर पाया.

ग्रामीणों ने बताया, कि अब गेहूं की बिजाई हुई है और कचरा खेतों में जा रहा है, जिससे फसल को नुकसान हो रहा है. उन्होंने बताया, कि कई बार कचरे में आग लगने जैसी घटनाएं हो जाती हैं और आग लगने से किसानों को नुकसान हुआ तो उसकी जिम्मेदारी लेने को भी कोई अधिकारी तैयार नहीं है. वहीं नगर परिषद ने जेसीबी को कचरा संग्रहण स्थान पर भेजा जिसका भी ग्रामीणों ने विरोध किया.

श्रीगंगानगर. नगर परिषद की ओर से शहर में कचरा संग्रहित करने के लिए 6 जेड गांव में डंप प्वाइंट बनाया गया है. लेकिन इस डंप प्वाइंट पर कचरा फेंकने का विरोध किया जा रहा है. परिषद की ओर से कचरा डालने पर बुधवार को ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन कर जमकर नारेबाजी की. ग्रामीणों का कहना है, कि परिषद की ओर से डाला जा रहा कचरा बिखर कर खेतों में जा रहा है.

डंप प्वाइंट पर कचरा डालने का विरोध

ग्रामीणों ने बुधवार को डंप प्वाइंट पर नगर परिषद को कचरा नहीं डालने दिया. सूचना मिलने पर नगर परिषद के अधिशासी अभियंता सहित अनेक अधिकारी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से समझाइश का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण नहीं माने. बता दें, कि नगर परिषद के कर्मचारी कचरे से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर 6 जेड गांव में डंप साइट पर पहुंचे, जहां पर ग्रामीणों ने उनका विरोध किया और नारेबाजी की.

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ग्रामीणों का कहना है, कि 4 महीने पहले गांव वासियों और जिला प्रशासन का समझौता हुआ था. इसमें 3 महीने का समय मांगा गया था, लेकिन 4 महीने बीतने के बाद भी कचरे को 6 जेड गांव में डाला जाना बंद नहीं हुआ है. उन्होंने कहा, कि जिला कलेक्टर ने नेतेवाला गांव से संबंधित विवाद को जनसुनवाई में लेकर उसका 3 महीने में निस्तारण करने का आश्वासन दिया था, लेकिन इस मामले में प्रशासन अपना वादा पूरा नहीं कर पाया.

ग्रामीणों ने बताया, कि अब गेहूं की बिजाई हुई है और कचरा खेतों में जा रहा है, जिससे फसल को नुकसान हो रहा है. उन्होंने बताया, कि कई बार कचरे में आग लगने जैसी घटनाएं हो जाती हैं और आग लगने से किसानों को नुकसान हुआ तो उसकी जिम्मेदारी लेने को भी कोई अधिकारी तैयार नहीं है. वहीं नगर परिषद ने जेसीबी को कचरा संग्रहण स्थान पर भेजा जिसका भी ग्रामीणों ने विरोध किया.

Intro:श्रीगंगानगर : नगर परिषद की ओर से शहर में कचरा संग्रहित करने का 6 जेड गांव में बनाए गए डंप पॉइंट पर डालने का विरोध ग्रामीणों ने किया है। परिषद द्वारा कचरा डालने पर बुधवार को ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन कर जमकर नारेबाजी की।परिषद द्वारा डाला जा रहा कचरा बिखर कर खेतों में जा रहा है इस कारण ग्रामीण एक बार फिर से आंदोलन के लिए मैदान में उतर आए हैं। ग्रामीणों की ओर से बुधवार को कचरे को नहीं डालने दिया गया। नगर परिषद के अधिशासी अभियंता सहित अनेक अधिकारी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से समझाइश का प्रयास किया,मगर ग्रामीण नहीं माने।






Body:नगर परिषद के कर्मचारी भी कचरे से भरी ट्रैक्टर ट्राली लेकर 6 जेड गांव में डंप साइट पर पहुंचे जहां पर ग्रामीणों ने उनका विरोध किया और जमकर नारेबाजी की। ग्रामीणों का कहना है कि 4 माह पूर्व गांव वासियों और जिला प्रशासन का समझौता हुआ था इसमें 3 माह का समय मांगा गया था।लेकिन 4 माह बीतने के बावजूद कचरे को 6 जेड गांव में डाला जाना बंद नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि जिला कलेक्टर ने नेतेवाला गांव से संबंधित विवाद को जनसुनवाई में लेकर उसका 3 माह में निस्तारण करने का आश्वासन दिया था,किंतु इस मामले में प्रशासन अपना वादा पूरा नहीं कर पाया। उनका कहना है कि अब गेहूं की बिजाई हुई है और कचरा खेतों में जा रहा है जिसे फसल को नुकसान हो रहा है। वहीं अनेक बार कचरे में आग लगने जैसी घटनाएं हो जाती है। अगर वह आग की चिंगारी हवा के साथ खेतों में पहुंच गई और किसानों को नुकसान हुआ तो उसकी जिम्मेदारी लेने को भी कोई अधिकारी तैयार नहीं है। वही नगर परिषद ने जेसीबी को कचरा संग्रहण स्थान पर भेजा इसका भी ग्रामीणों ने विरोध किया।

बाईट: राजू सैनी। (ग्रामीण) Conclusion:नगर परिषद कचरे पर ग्रामीणों ने किया विरोध।
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