सूरतगढ़ (श्रीगंगानगर). कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच सूरतगढ़ के राजकीय चिकित्सालय में व्यवस्थाएं सुधरने का नाम नहीं ले रही है. चिकित्सालय में 2 दिन से वैक्सीन नहीं होने से टीकाकरण रुका हुआ है. वहीं शनिवार को तकनीकी खराबी के चलते कोरोना जांच के लिए आरटी पीसीआर टेस्ट की ऑनलाइन फीडिंग नहीं होने से जांच बंद करनी पड़ी है. इसके चलते कोरोना की जांच के लिए पहुंचे लोगों को निराश होकर लौटना पड़ा.
यह भी पढ़ें- प्रदेश में राजनीतिक उठापटक के संकेत, संयम लोढ़ा ने ट्वीट कर कहा- सर्वोच्च संस्था के जरिए हाथी को लटकाने का इरादा
वहीं 2 दिन से वैक्सीनेशन नहीं होने से भी लोग परेशान हो रहे हैं. चिकित्सालय के कोविड प्रभारी सुभाष महर्षि का कहना है कि शाम तक वैक्सीन उपलब्ध होने से कल वैक्सीनेशन का काम शुरू हो जाएगा. साथ ही सॉफ्टवेयर की तकनीकी खराबी को लेकर उनका कहना है कि जिला स्तर पर तकनीकी टीम प्रयास कर रही है. जल्द ही खामी को दुरुस्त कर लिया जाएगा.
कोरोना जांच में देरी
आम लोगों का आरोप है कि कोरोना की जांच करीब सप्ताह बाद आती है, जिससे गंभीर मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. लोगों में रोष है कि जांच में देरी के चलते उनका इलाज संभव नहीं हो पा रहा है. वहीं डॉ. सुभाष महर्षि का कहना है कि कोरोना की जांच जिलेभर से जाती है. जिला मुख्यालय पर कोरोना जांच का लोड बढ़ गया है इसलिए जांच में देरी हो रही है.
कोरोना को लेकर उपखंड अधिकारी ने ली बैठक
नगरपा लिका के सभागार में शनिवार को उपखंड अधिकारी मनोज कुमार मीणा ने पार्षदों और जनप्रतिनिधियों से बैठक कर कोविड-19 को लेकर राज्य सरकार द्वारा जारी की गई नई गाइडलाइन को लेकर चर्चा की गई. एसडीएम ने कहा कि बीते वर्ष आप लोगों के सहयोग से प्रशासन ने इस महामारी को फैलने से रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. कोरोना की दूसरी लहर में हम सभी की फिर से यह जिम्मेदारी है कि पहले से और ज्यादा सतर्क होकर इस दिशा में मिलजुल कर कार्य करें. पार्षदों से आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि अपने क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा टीकाकरण के लिए लोगों को प्रेरित करें. मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में भी अधिक से अधिक लोगों का रजिस्ट्रेशन करवाएं क्योंकि कोरोना महामारी भी इस योजना में शामिल कर लिया गया है.