श्रीगंगानगर. देश में कोरोना वायरस के मामलों में बढ़तोरी भले ही हो रही हो लेकिन, जिले में लगातार हो रही सैंपलिंग और बेहतर चिकित्सा सेवाओं के चलते एक भी कोरोना पॉजिटिव रोगी सामने नहीं आया है. भामाशाह और सरकार की तरफ से लगातार दिए जा रहे संसाधनों के चलते यहां का मेडिकल स्टाफ कोरोना से दो-दो हाथ करने में जुटा हुआ है. इसी क्रम में कोरोना के संदिग्ध रोगियों के सैंपल सुरक्षित तरीके से लेने के लिए जिला अस्पताल को जयपुर के एक प्रतिष्ठान की तरफ से दो टेस्टिंग बूथ दिए गए हैं.
ये टेस्टिंग बूथ एक तरफ शीशे और तीन तरफ प्लाई से कवर्ड है और इसमें लाइटिंग सिस्टम के साथ 2 ग्लव्स हैं. लैब टेक्नीशियन इस बूथ को सैनिटाइज करने के बाद अंदर बैठेगा और बाहर बैठे रोगी का सैंपल बूथ में फिट गल्वज में हाथ डाल कर लेगा. हालांकि, इसी दौरान भी वो सिर पर कैप और मुंह पर मास्क लगाकर रखेगा. लेकिन उसे पूरी किट पहनने की जरूरत नहीं होगी. इन टेस्टिंग बूथ के सहारे अब लैब टेक्नीशियन के संदिग्ध या फिर पॉजिटिव रोगी का सैंपल लेने के दौरान संक्रमण से सुरक्षित रहने की संभावना बढ़ जाएगी.
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जिला अस्पताल के पीएमओ डॉ कामरा ने बताया कि, जयपुर के डॉक्टर जी.एस. मक्कड़ के माध्यम से पर्पल ग्रुप के सीएमडी कपिल तनेजा ने ये टेस्टिंग बूथ जिला अस्पताल को उपलब्ध कराए हैं. वहीं, जिला अस्पताल प्रबंधन और जिला प्रशासन भी कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है. जिला अस्पताल में अब तक 324 सैंपल लिए जा चुके हैं, इसमें 312 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी हैं.