श्रीगंगानगर : प्रारंभिक शिक्षा विभाग में स्टाफिंग पेटर्न प्रक्रिया पूरी होने के बाद तृतीय श्रेणी अध्यापक री सफल परिणाम 2018 में बकाया रहे चयनित अभ्यर्थी काउंसलिंग के इंतजार में हैं. श्रीगंगानगर जिला शिक्षा अधिकारी दयाचंद बंसल ने बताया कि स्टाफिंग पैटर्न पूर्ण हो गया है. जो अध्यापक ज्यादा थे उनकी स्टाफिंग पैटर्न में काउंसलिंग हो चुकी है. वही विभाग ने री सफल अभ्यर्थियों की काउंसलिंग की प्रक्रिया शुरू कर रखी है. लेकिन श्रीगंगानगर जिले में री सफल हुए अध्यापकों के पद कम होने के कारण यह प्रक्रिया वहां रुकी हुई है. इसके चलते प्रारंभिक शिक्षा निदेशक बीकानेर से निर्देश लेकर आगामी कार्रवाई की जा रही है. री-सफल अभ्यर्थियों को श्रीगंगानगर जिला अलॉट होने के बाद भी उनकी काउंसलिंग नहीं हो रही है, जिससे दूरदराज के अभ्यर्थी जिला मुख्यालय पर बैठकर काउंसलिंग का इंतजार कर रहे हैं.
पढ़े : जयपुरः हरियाली अमावस्या के पर्व पर गोविंद देवजी मंदिर में पूजे गए नि:शुल्क 400 पार्थिव शिवलिंग
विभाग में 56 पद है कम :
जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि जिले में अभी 56 पद कम होने के कारण अध्यापकों की काउंसलिंग नहीं हो पा रही है. श्रीगंगानगर जिले में 366 अभ्यर्थियों की नियुक्ति होनी है जबकि 310 पद ही खाली हैं. ऐसे में 56 पद अभी भी विभाग में कम है, जिसको लेकर विभाग अपने स्तर पर रास्ता निकालने में लगा हुआ है.
जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि शहरी क्षेत्र में पद खाली हैं लेकिन वहां पर री-सफल वाले अध्यापकों को पद स्थापित नहीं किया जा सकता है क्योंकि शिक्षा विभाग के नियमों के तहत ऐसी जगह पर सीनियर अध्यापकों की नियुक्ति की जाती है. ऐसे में विभाग समायोजन करके नियुक्ति देने की बात कह रहा है. उधर काउंसलिंग नहीं होने से परेशान चयनित अभ्यर्थियों ने कहा कि काउंसलिंग नहीं होने के कारण उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. विभाग ने अभी तक काउंसलिंग के बारे में कोई स्थाई आदेश नहीं बताया है. उनकी बात मानें तो पिछले एक महिने से काउंसलिंग के इंतजार में वह गंगानगर जिला मुख्यालय पर बैठे हुए हैं.