श्रीगंगानगर. बकाया महंगाई भत्ता, एनपीएस विरोध और ऑनलाइन उपस्थिति सहित विभिन्न मांगों को लेकर राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत ने सोमवार को श्रीगंगानगर जिला कलेक्ट्रेट के बाहर धरना लगाया. प्रदर्शन के बाद जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर जिले भर के शिक्षकों ने सरकार को चेतावनी दी कि अगर सरकार ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो पुरे प्रदेश का शिक्षक जल्दी सड़कों पर उतर कर आंदोलन करेंगे.
जिला कलेक्ट्रेट के बाहर दिनभर चले धरने के बाद शाम को सैकड़ों की संख्या में शिक्षक रैली के रूप में जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर पहुंचे. जहां शिक्षकों ने सभा को संबोधित करते हुए कहा की सरकार खजाना खाली होने का हवाला देकर शिक्षको का महंगाई भत्ता नही रोक सकती है. जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देते हुए शिक्षकों ने विभिन्न मांगों को पूरा करने की मांग की है. आंदोलनकारी शिक्षकों ने चेतावनी दी है कि सरकार ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो पूरे प्रदेश का शिक्षक सड़कों पर उतर कर आंदोलन करने को मजबूर होगा.
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8 सूत्री मांग पत्र में जुलाई 2019 से देय 5% महंगाई भत्ता अविलंब लागू करने, ऑनलाइन उपस्थिति के आदेश सरकार की ओर से वापस लेने, एनपीएस के स्थान पर ओपीएस लागू करने, पोषाहार, अन्नपूर्णा दुग्ध योजना का तुरंत भुगतान करने, कुक कम हेल्पर का न्यूनतम मानदेय एक हजार रुपए करने, स्थाई स्थानांतरण नीति लागू करने, शैक्षिक ढांचा मजबूत कर भ्रष्टाचार पर रोक लगाने, प्रबोधकों की पदोन्नति प्रक्रिया प्रारंभ करने, शिक्षकों को गैर शेक्षनीक कार्यों से मुक्त करने, पूर्ववर्ती सरकार के एकीकरण के नाम पर बंद किए गए. विद्यालयों को पुन खोलने,समस्त प्रकार के रिक्त पदों को शीघ्र भरने और समस्त विद्यालयों में सहायक कर्मचारी लिपिक शारीरिक शिक्षक और कंप्यूटर शिक्षक के पद सृजित कर भरने की मांग शामिल है. प्रदर्शन में जिला मंत्री सुभाष चारण, अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद, भूप सिंह कुकणा,पवन कुमार,किशन लाल,तेज प्रताप यादव सहित बड़ी संख्या में शिक्षक शामिल हुए.