श्रीगंगानगर. संवेदनशील संस्थानों के आस-पास एवं भारत-पाक सीमा क्षेत्र में चलाए जा रहे ऑपरेशन निगहबानी के तहत एक संदिग्ध को सीआईडी श्रीगंगानगर (Sriganganagar CID Action) ने पकड़ा है. आरोपी को पूछताछ के लिए जयपुर ले जाया गया. यहां विभिन्न एजेंसियों ने पूछताछ की, जिसमें आरोपी के मोबाइल में सेना से जुड़े फोटोग्राफ, आईडी कार्ड व दस्तावेज मिले हैं.
ऑपरेशन निगहबानी के तहत दो दिन पहले शक्तिपाल पुत्र रिशीपाल जाट को सीआईडी श्रीगंगानगर की टीम ने पकड़ा. इसके बाद आरोपी को काउंटर इन्टेलिजेंस पूछताछ के लिए जयपुर ले जाया गया. शक्तिपाल के संबंध में राज्य विशेष शाखा की तकनीकी सेल को पाक आईएसआई एवं पाक इंटेलिजेंस ऑपरेटिव्ज (पीआईओ) के सम्पर्क में होने की पुख्ता जानकारी प्राप्त हुई थी. सूचना पर संदिग्ध पर स्थानीय टीम पिछले कुछ समय से निगरानी रखी जा रही थी.
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अब तक की जांच में पाया गया कि शक्तिपाल खुद को सैन्यकर्मी बताता था. खुद को सैनिक जैसा दिखाने के लिए उसने अवैध रूप से सैनिक पोशाक, बैज, बैल्ट इत्यादी एकत्र कर लिए थे. उसने अपने परिचित सैन्यकर्मियों के कैंटीन व पहचान कार्ड हथिया कर फेक कार्ड तैयार कर लिए. इसके अतिरिक्त इसने विभिन्न सैनिक संस्थानों के नाम से मोहर व सील इत्यादी भी तैयार कर दस्तावेज बना लिए.
शक्तिपाल ने सैन्यकर्मी के नाम से सोशल मीडिया (फेसबुक व व्हाट्स अप) पर अकाउंट तैयार किए. जिसके माध्यम से यह अलग-अलग तीन पीआईओ के सम्पर्क में था. इन पीआईओ द्वारा इससे सेना संबंधी महत्वपूर्ण सूचना (Suspect of sharing sensitive information to Pak detained) शेयर की गई. इसमें उसने सेना की वर्दी पहनी हुई फोटो, आईडी कार्ड, केंटिन कार्ड व विभिन्न प्रशिक्षण के दस्तावेज पीआईओ प्रोफाइल हेंडलर के साथ साझा की.
शक्तिपाल से जयपुर में विभिन्न एजेंसियों ने गत 7 फरवरी को पूछताछ की. इसके मोबाइल में भारतीय सेना के वाहनों, यूनिटों व अलग-अलग स्थानों पर सेना के वाहनों व जवानों के फोटोग्राफ भी पाए गए हैं. इन सबूतों के आधार पर शक्तिपाल के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया है.